Editorial:एशियाई खेलों में भारतीय खिलाडिय़ों की गौरवशाली जीत
- By Habib --
- Saturday, 07 Oct, 2023
Glorious victory of Indian players in Asian Games
चीन में हो रहे एशियाई खेलों में भारत ने जिस प्रकार से इतिहास रचा है, वह 140 करोड़ देशवासियों को गौरवान्वित कर रहा है और इससे देश खेलों के क्षेत्र में भी बहुत आगे बढ़ चुका है। ऐसा पिछले कुछ वर्षों से हो रहा है, जब विशेषकर हरियाणा के खिलाडिय़ों ने अंतर्राष्ट्रीय मुकाबलों में पदकों की झड़ी लगाई है, अपितु स्वर्ण पदक जीतकर देश का मान बढ़ाया है। एशियाई खेलों में भारत ने 100 पदकों का जखीरा अपने नाम किया है, निश्चित रूप से यह देश के लिए बेहद मूल्यवान क्षण हैं। ऐसा पहली बार हो रहा है, जब एशियाई खेलों में देश ने 22 स्वर्ण पदक अपने नाम किए हैं। बेशक, एशियाई खेलों का दायरा सीमित है, लेकिन फिर भी भारत के खिलाडिय़ों ने विभिन्न मुकाबलों में कामयाबी हासिल करके यह जता दिया है कि वे किसी भी स्तर के मुकाबले में उतरने को तैयार हैं और उसमें जीत भी हासिल कर सकते हैं। मालूम हो इससे पहले 2018 के जकार्ता एशियाई खेलों में देश के खिलाडिय़ों ने 16 स्वर्ण समेत 70 पदक अपने नाम किए थे।
इन खेलों की शुरुआत में एक विवाद सामने आया था, जब चीन ने अरुणाचल प्रदेश के खिलाडिय़ों को वीजा देने से इनकार कर दिया था। इसके बाद भारत ने जहां इस पर कड़ा विरोध जताया था वहीं खेल मंत्री ने अपना चीन दौरा भी रद्द कर दिया था। निश्चित रूप से उस समय देश की भावना यह भी रही होगी कि इन खेलों में हिस्सा ही न लिया जाए। क्योंकि जिस देश ने वीजा को लेकर ऐसी अटकलें लगाई, उसकी मानसिकता को पूरा विश्व समझता है। लेकिन फिर भी खेल, खेल होते हैं। भारत के खिलाडिय़ों ने इन खेलों में हिस्सा लेकर यह जता दिया कि किसी भी परिस्थिति में वे खेल भावना से उतर सकते हैं और अपना बेहतरीन दे सकते हैं।
एशियाई खेलों में हरियाणा के खिलाडिय़ों का प्रदर्शन फिर से बेहतरीन रहा है। 2014 में दक्षिण कोरिया में हुए एशियाई खेलों में हरियाणा के खिलाडिय़ों ने 23 पदक जीते थे लेकिन चीन में हो रहे खेलों में प्रदेश के खिलाडिय़ों ने सात स्वर्ण पदक सहित 25 पदक जीतकर अपनी सक्षमता साबित की है। भारत के कुल 655 खिलाड़ी इन खेलों में हिस्सा ले रहे हैं। इनमें से 86 खिलाड़ी हरियाणा से हैं।
गौरतलब है कि हरियाणा की मनोहर सरकार ने पदक विजेता खिलाडिय़ों के लिए नीति बनाई हुई है। इसके तहत स्वर्ण पदक विजेताओं को इनाम में तीन करोड़, रजत पदक विजेता को डेढ़ करोड़ और कांस्य पदक विजेताओं को 75 लाख रुपये दिए जाएंगे। अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जहां विजेता खिलाडिय़ों को शुभकामनाएं दी हैं, वहीं उनके लिए पुरस्कार की भी घोषणा की है। एशियाई खेलों में पंजाब के खिलाडिय़ों का भी शानदार प्रदर्शन जारी है।
हॉकी में देश ने स्वर्ण पदक जीता है और पंजाबियों ने 9 साल बाद फिर से यह इतिहास दोहराया है। एशियन खेलों के फाइनल में गोल्ड जीत कर ओलिंपिक खेलों में अपनी जगह पक्की करने वाली भारतीय हॉकी टीम में 10 खिलाड़ी पंजाब से हैं। इनमें से भी 5 खिलाड़ी मनप्रीत सिंह, मनदीप सिंह, वरुण, सुखजीत, हार्दिक सिंह हॉकी की नर्सरी कहे जाने वाले जालंधर से संबंध रखते हैं। मालूम हो, यह दूसरा मौका है, जब एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाली पुरुष हाकी टीम में 10 खिलाड़ी सिर्फ पंजाब से हैं। 1966 में बैंकाक में हुई एशियन गेम्स में भी पुरुष हॉकी टीम ने पहली बार गोल्ड जीता था। उस विजेता हाकी टीम में भी 10 खिलाड़ी पंजाब से ही थे। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने अब तक 1966, 1998 और साल 2014 में एशियन गेम्स में फाइनल जीत कर गोल्ड हासिल किया था। इस बाद बीच में 9 साल की लंबी ब्रेक लग गई थी। अब 2023 में दोबारा फिर से गोल्ड जीता है। एशियन गेम्स पुरुष हॉकी में भारत का चौथा गोल्ड है। भारतीय पुरुष हाकी टीम ने गोल्ड मेडल के साथ पेरिस ओलिंपिक 2024 के लिए भी अपनी जगह पक्की कर ली है।
निश्चित रूप से यह पूरे देश के लिए तो गर्व के पल हैं ही, हरियाणा और पंजाब के लिए यह विशेष अवसर है। इन राज्यों से आए खिलाडिय़ों को सुविधाएं अब हासिल होने लगी हैं, जिसका परिणाम वे पदकों के जरिये सामने ला रहे हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब के विजेता खिलाडिय़ों को शुभकामनाएं दी हैं। पंजाब वह राज्य है जोकि खेलों मेंं आगे बढऩे की असीम संभावनाएं रखता है। हालांकि नशाखोरी राज्य में एक समस्या है, लेकिन मौजूदा मान सरकार के कार्यकाल में नशाखोरी पर कड़ा प्रहार हो रहा है। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि राज्य में खेल गतिविधियों में और बढ़ोतरी होगी और अंतर्राष्ट्रीय मुकालबों में राज्य के खिलाड़ी देश एवं राज्य के लिए सम्मान अर्जित करेंगे। इन खेलों में हरियाणा की प्रतिभाएं भी चमकी हैं। दोनों राज्यों एवं देशभर के खिलाडिय़ों का यह यह प्रदर्शन देश का मान बढ़ा रहा है, वहीं देश भी उन्हें सिर माथे रख रहा है।
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