Graduation या की हो Post- Graduation, अब ब्रिटेन की नई स्टूडेंट वीसा पॉलिसी में मिलेगा विदेशी छात्रों को फायदा, देखे खबर
- By Sheena --
- Thursday, 10 Nov, 2022
What are the benefits of High Potential Individual Visa in UK
Education News: भारत हो या पंजाब, आजकल बहुत से छात्र-छात्राएं विदेश में जाकर अपनी पढ़ाई करना चाहते हैं और जा भी रहे है। एक रिपोर्ट के अनुसार हर साल 15 लाख से ज्यादा छात्र पढाई करने के लिए विदेश जा रहे है। जिससे उनका भविष्य बेहतर बन सके और कई बार तो छात्र बाहर ही बस जाते है। अब क्योंकि विदेशो में International Students ज्यादा मात्रा में जा रहे है जिससे बाहर की सर्कार और देशो को फायदा हो रहा है इसी को देखते हुए ब्रिटैन की सरकार ने हाई पोटेंशियल इंडिविजुअल वीजा की शुरुआत करदी है। आपको बता दें कि भारत के साथ-साथ लगभग 50 टॉप के विदेशी यूनिवर्सिटीज के छात्र और छात्राएं भी इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं। हम आपको इस वीजा के बारे में बताएंगे।
जानिए क्या है इस वीजा की पॉलिसी
अगर इस Visa की बात करे तो ब्रिटेन सरकार द्वारा हाई पोटेंशियल इंडिविजुअल वीजा (High Potential Individual) में 50 यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट इसके लिए एलिजिबल होंगी। इन यूनिवर्सिटीज में से न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी, क्योटो विश्वविद्यालय, हांगकांग विश्वविद्यालय, हार्वर्ड, येल और नॉर्थवेस्टर्न के साथ-साथ अन्य यूनिवर्सिटीज भी शामिल हैं। आपको बतादें कि इस वीजा को प्राप्त करने के लिए दो साल का वर्किंग वीजा होना चाहिए। इसके अलावा स्किल्ड लेबर भी जॉब के लिए लंबे समय के लिए वीजा अप्लाई कर सकते हैं।
कितनी होगी है वीजा की फीस?
अगर इसकी Fees की बात करे तो इस वीजा की फीस सरकारी वेबसाइट के अनुसार 715 पाउंड है और आवेदन करने वालों को इसके लिए हर साल 624 पाउंड का स्वास्थ्य सेवा चार्ज भी देना होगा। ब्रिटेन सरकार के अनुसार Immigrtaion System को बदलने की जरूरत है और इस वीजा सिस्टम से छात्र ब्रिटेन के विश्वविद्यालयों से देश में रहने और काम करने के अलावा कम से कम दो साल तक काम की तलाश करने के लिए इसका लाभ ले सकते हैं। इस वीजा योजना के अनुसार पीएचडी (PhD) कर चुके हुए भी तीन साल वीजा के लिए आवेदन कर सकते है।
Graduate छात्र को करना होगा ये काम
साल 2021 में ग्रेजुएट रूट वीजा को भी पेश किया गया था जिसका लाभ वो इंटरनेशनल स्टूडेंट्स ले सकते हैं जिन्होंने ग्रेजुएशन किया है। इस वीजा लेने के लिए कॉमन यूरोपियन फ्रेमवर्क ऑफ रेफरेंस फॉर लैंग्वेज यानी (CEFR) स्केल पर कम से कम स्तर B1 तक अंग्रेजी बोलने और समझने की अपनी क्षमता को साबित करना होगा। इसके आलावा इस नई वीजा पॉलिसी के अनुसार यूके के लोगों को उनके द्वारा पेश किए जाने वाले कौशल और योगदान के आधार पर स्वागत किया जा सके। आपको बता दें कि इस वीजा से कई सारे छात्र-छात्राएं UK में पढ़ाई के लिए आकर्षित होंगे और इससे उनके करियर में मदद भी मिलेगी।