कल्याण सिंह पुण्यतिथि: योगी बोले- कोई कल्याण सिंह अचानक नहीं बन जाता... संघर्ष, त्याग और बलिदान का मार्ग चुनना पड़ता है
Kalyan Singh Death Anniversary
लखनऊ। Kalyan Singh Death Anniversary: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की तीसरी पुण्यतिथि पर आयोजित हिंदू गौरव दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके संघर्षों और चुनौतियों भरे सफर को शून्य से शिखर तक की यात्रा बताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई व्यक्ति कल्याण सिंह अचानक नहीं बन जाता है। कल्याण सिंह बनने के लिए संघर्ष, चुनौती, त्याग और बलिदान का मार्ग चुनना पड़ता है। वे श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन के मार्ग से कतई नहीं हटे। उसी का परिणाम आज हमारे सामने है। आज उसकी सुखद अनुभूति पूरी दुनिया में रहने वाले सनातन धर्मावलंबी कर रहे हैं।
बाबू जी की यात्रा शून्य से शिखर तक की
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि अलीगढ़ के एक सामान्य परिवार में जन्म लेने वाले बाबूजी ने शुरुआत से ही संघर्ष और चुनौतियों का मुकाबला करना सीख लिया था। पहले किसान और फिर शिक्षक, आरएसएस के स्वयंसेवी, भाजपा कार्यकर्ता के रूप में अपनी यात्रा प्रारंभ करने वाले बाबू जी की यात्रा शून्य से शिखर तक की है।
उन्होंने जातिवाद को प्रश्रय नहीं दिया। समाज का विभाजन करने वाली ताकतों से दूरी बनाए रखी। वो विधायक, मंत्री, मुख्यमंत्री, सांसद व राज्यपाल किसी भी रूप में रहे हों, लेकिन मूल्यों और आदर्शों के साथ कोई समझौता नहीं किया।
योगी ने कहा कि याद करिए 30 अक्टूबर, और दो नवंबर, 1990। उस समय की सरकार एक तरफ हिंदू समाज को आपस में बांटने का कार्य कर रही थी तो दूसरी तरफ अयोध्या में रामभक्तों पर गोलियां बरसा रही थी। तब अडिग चट्टान बनकर उनके सामने टकराने वाला व्यक्तित्व बाबूजी कल्याण सिंह थे। तब उन्होंने कहा था कि हम हिंदू समाज को बंटने नहीं देंगे। ये जातीयता का जहर घोलने वाले भारत को तोड़ने का काम कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जब हम लोग कल्याण सिंह की तीसरी पुण्यतिथि को हिंदू गौरव दिवस के रूप में मना रहे हैं तो हमें हिंदू एकता के महत्व को समझना पड़ेगा। हिंदू कोई जाति, मत और मजहब नहीं है। यह किसी संकीर्ण दायरे का माध्यम नहीं है।
यह भारत की सुरक्षा की गारंटी है, ये भारत की एकता और एकाग्रता की गारंटी है। याद रखना जब तक भारत का मूल सनातन हिंदू समाज मजबूत है भारत की एकता और अखंडता को दुनिया की कोई ताकत चुनौती नहीं दे सकती।
जिस दिन यह एकता खंडित होगी उस दिन भारत को फिरके-फिरके में बांटने की विदेशी साजिशें सफल होती दिखाई देंगी। जो लोग आपको बांटने का काम कर रहे हैं, इनके चेहरे, चाल और चरित्र अलग है। ये बोलेंगे कुछ, दिखाएंगे कुछ और करेंगे कुछ। जब भी इन्हें अवसर मिला, प्रदेश को इन्होंने दंगे की आग में झोंका है।
अन्य मंत्रियों और नेताओं ने भी किया संबोधित
इससे पहले उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि यदि बाबूजी मुख्यमंत्री न होते तो अयोध्या का वह ढांचा कभी नहीं ढहता। दूसरे उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि कल्याण सिंह ने कभी मुख्यमंत्री की कुर्सी की परवाह नहीं की। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि यदि उस समय कल्याण सिंह मुख्यमंत्री न होते तो आज राम मंदिर नहीं बन सकता था।
श्रद्धांजलि सभा में केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री डा. महेंद्र नाथ पांडे, पूर्व उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा, उन्नाव के सांसद साक्षी महाराज, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, कार्यक्रम के आयोजक पूर्व सांसद राजवीर सिंह राजू भइया व बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।