योगी आदित्यनाथ को दिखाया था काला झंडा हुई थी जेल, अखिलेश ने दिया तोहफा बना दिया पूजा शुक्ला को प्रत्याशी
योगी आदित्यनाथ को दिखाया था काला झंडा हुई थी जेल, अखिलेश ने दिया तोहफा बना दिया पूजा शुक्ला को प्रत्
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 में लखनऊ के प्रत्याशियों की सूची जारी करने में समाजवादी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी से बाजी मार ली है। समाजवादी पार्टी ने मंगलवार को दस प्रत्याशियों की सूची जारी की है। जिसमें लखनऊ के साथ उन्नाव, रायबरेली, बांदा और सुलतानपुर के उम्मीदवारों के नाम हैं।
समाजवादी पार्टी ने लखनऊ के बक्शी का तालाब से पूर्व मंत्री गोमती यादव, लखनऊ पश्चिम से अरमान, लखनऊ उत्तर से पूजा शुक्ला, लखनऊ पूर्वी से अनुराग भदौरिया, लखनऊ मध्य से पूर्व मंत्री रविदास मेहरोत्रा और लखनऊ के कैंट से राजू गांधी को प्रत्याशी बनाया है। लखनऊ उत्तरी से विधायक रहे पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा को पार्टी ने इस बार प्रत्याशी नहीं बनाया है। सपा ने लखनऊ उत्तर से अभिषेक मिश्र व पश्चिम से मोहम्मद रेहान का टिकट काटा है।
सपा ने 2017 का चुनाव हारने वाले गोमती यादव और पूर्व मंत्री रविदास मेहरोत्रा और अनुराग भदौरिया को दोबारा मौका दिया है। लखनऊ पश्चिम से पूर्व विधायक रेहान अहमद का टिकट कट गया है। उत्तर से पूर्व मंत्री अभिषेक सिंह का टिकट कटा है। लखनऊ पश्चिम से बसपा छोड़कर आये अरमान खान को उतारा गया है। इस सीट पर अरमान खान 2017 में बसपा से लड़े थे। लखनऊ उत्तर से पूजा शुक्ला को टिकट दिया गया है। लखनऊ पूर्वी विधानसभा सीट से पार्टी ने अनुराग भदौरिया को टिकट दिया। अनुराग भदौरिया 2017 के चुनाव में सपा कांग्रेस गठबंधन में कांग्रेस के सिम्बल पर लड़े थे और भाजपा के आशुतोष टंडन से हार गए थे। लखनऊ मध्य में पूर्व मंत्री रविदास मेहरोत्रा 2017 के चुनाव में इसी सीट से भाजपा के ब्रजेश पाठक से करीब पांच हजार वोटों से चुनाव हार गए थे।
सीएम योगी आदित्यनाथ को काला झंडा दिखाने का ईनाम, पूजा शुक्ला को समाजवादी पार्टी से टिकट
लखनऊ विश्वविद्यालय में वामपंथी संगठन आइसा से छात्र नेता के तौर पर सियासी सफर की शुरुआत करने वाली पूजा शुक्ला को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को काला झंडे दिखाने का ईनाम मिला है। समाजवादी पार्टी ने पूजा शुक्ला को लखनऊ के लखनऊ उत्तरी विधानसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पूजा शुक्ला को टिकट देने के लिए 2012 में इस सीट से विधायक रहे ब्राह्मणों झंडा उठाने वाले अभिषेक मिश्रा का टिकट काटा है। पूजा शुक्ला ने 2017 में भाजपा की सरकार बनने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ के लखनऊ विश्वविद्यालय जाते समय काला झंडा दिखाया था। इसके बाद पूजा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। पूजा शुक्ला को 26 दिनों तक जेल में रहना पड़ा था।
समाजवादी पार्टी ने उन्नाव के बांगरमऊ से मुन्ना अल्वी, रायबरेली के बछरावां सुरक्षित से श्याम सुंदर भारती, सुलतानपुर से इसौली से ताहिर खान और बांदा के बबेरू से विशंभर यादव को प्रत्याशी बनाया है। समाजवादी पार्टी ने बांदा जिले की चार में तीन विधान सभा सीटों पर प्रत्याशी पहले ही घोषित कर दिए थे, जबकि बबेरू सीट (233) पर मंथन चल रहा था। मंगलवार को सपा ने पूर्व विधायक विशंभर सिंह यादव पर भरोसा जताया और प्रत्याशी घोषित किया है।समाजवादी पार्टी इस बार चुनाव में राष्ट्रीय लोकदल, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी, अपना दल कमेरावादी, महान दल तथा अन्य छोटे दलों के साथ गठबंधन कर मैदान में उतरी है।