क्या अपने देखी है दुनिया की सबसे बड़ी 'जटायु' पक्षी की मूर्ति, Tourist की लगती है कतारे इसे देखने के लिए, जानें इसका इतिहास
- By Sheena --
- Monday, 25 Sep, 2023
Worlds Largest Jatayu Bird Statue is in India Tourists Place
Jatayu Earth Center Kerala: धार्मिक महाकाव्य रामायण की हमारे देश में बहुत मान्यता है। इतना ही नहीं बल्कि इस महाकाव्य में वर्णित स्थानों को धार्मिक स्थलों का दर्जा प्राप्त है। श्रीराम की इस गाथा में एक पात्र ऐसा भी था जिसकी वीरता को श्रीराम ने भी नमन किया। ये थे जटायु और आज हम आपको बताने जा रहे हैं जटायु से जुड़े एक ऐसे स्थान के बारे में जिसकी ख्याति पूरी दुनिया में फैली है।
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केरल में स्थित है जटायु पार्क
भारत के तमाम गौरवपूर्ण ऐतिहासिक, पौराणिक व सांस्कृतिक स्थानों में एक केरल के कोल्लम में स्थित जटायु पार्क। खूबसूरत वादियों में बसे इस पार्क के बारे में बेहद दिलचस्प जानकारियां जानने योग्य हैं। अगर आप भी कोल्लम घूमने के की सोच रहे हैं तो आपको इस पार्क के बारे में जरूर जानना चाहिए।
65 एकड़ में फैला हुआ है पार्क
जटायु नेचर पार्क के नाम से मशहूर ये पार्क केरल के कोल्लम जिले के चदयामंगलम गांव में है, जो 65 एकड़ में फैला हुआ है। इस पार्क में मौजूद पक्षी की मूर्ति 200 फीट लंबी, 150 फीट चौड़ी, 70 फीट ऊंची है। इसे दुनिया की सबसे बड़ी पक्षी मूर्ति माना जाता है। इस पार्क को बनाने में 10 साल का लंबा वक्त लगा था।
मूर्ति को बनाने में आई काफी मुश्किलें
राजीव आंचल एक प्रसिद्ध फिल्म निर्माता, मूर्तिकार और गुरुचंद्रिका बिल्डर्स एंड प्रॉपर्टी प्राइवेट लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं। इस नेचर पार्क की भव्य परियोजना और आकर्षक पक्षी मूर्तिकला को बनाने का दृष्टिकोण इनका ही था। इस मूर्ति को बनाने में सात साल का समय लगा। कंक्रीट से बने इस ढांचे को स्टोन फिनिशिंग देकर बनाया गया है। इसे बनाने में काफी मुश्किलें आई थी क्योंकि सभी सामग्रियों को शीर्ष पर ले जाना मुश्किल होता था। इसके अलावा, इस मूर्ति में ऑडियो-विजुअल आधारित डिजिटल म्यूजियम भी है जो रामायण के बारे में बताता है।
रामायण से है ये संबंध
माना जाता है कि रामायण में जब रावण माता सीता का हरण करके लंका जा रहा था तो उसका सामना जटायु से हुआ था। जिसके बाद उन दोनों का युद्ध हुआ। युद्ध में पौराणिक पक्षी रावण से मारे जाने के बाद चादयामंगलम की एक पर्वत चोटी पर गिरा था। सीता माता को बचाने के लिए जटायु ने रावण के साथ वीरता से युद्ध किया, लेकिन वृद्ध होने के कारण वो रावण को रोक नहीं पाए और रावण ने उनका वध कर दिया। मूर्ति एक पहाड़ी की चोटी पर उसी जगह स्थित है जहां उन्होंने भगवान राम को अपहरण के बारे में सूचित करने के बाद अंतिम सांस ली थी।
यहां लीजिए ट्रैकिंग और कैंपिंग का आनंद
जटायु सेंटर में टूरिस्ट कैंपिंग और ट्रैकिंग का आनंद ले सकते हैं। यह सेंटर सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक खुलता है। टूरिस्ट यहां बर्मा ब्रिज, कमांडो नेट, लॉग वॉक, वर्टिकल लैडर और चिमनी क्लाइम्बिंग एक्टिविटी कर सकते हैं।