महिलाओं के साथ हो रहा अत्याचार, लेकिन मोदी के मुंह से एक शब्द नहीं निकलता- कांग्रेस
Haryana Assembly Election 2024
ओडिशा जैसे अन्य मामलों की जांच हो और पीड़ितों को हर तरह की मदद दी जाए
नई दिल्ली, 21 सितंबर: Haryana Assembly Election 2024: कांग्रेस ने ओडिशा के थाने में महिला के साथ हुए यौन शोषण को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल खड़े किए हैं। कांग्रेस ने भाजपा शासित प्रदेशों में महिलाओं और सेना के जवानों के साथ हो रहे अत्याचारों का हवाला देते हुए कहा कि ओडिशा जैसे अन्य मामलों की जांच होनी चाहिए एवं पीड़ितों को हर तरह की मदद दी जानी चाहिए।
नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकार वार्ता करते हुए ओडिशा कांग्रेस प्रभारी डॉ अजय कुमार और कांग्रेस के पूर्व सैनिक विभाग के अध्यक्ष कर्नल रोहित चौधरी ने कहा कि ओडिशा में एक सैन्य अधिकारी की बेटी और आर्मी कैप्टन की मंगेतर के साथ रास्ते में बदसलूकी होती है। जब पीड़िता शिकायत दर्ज कराने पुलिस थाने में जाती है, तो वहां पीड़िता और आर्मी कैप्टन के साथ बेरहमी से मारपीट की जाती है। फिर फर्जी मामला बनाकर उन दोनों को हिरासत में ले लिया जाता है। इस केस में सेना के एक अधिकारी को हाईकोर्ट के जज को चिट्ठी लिखकर न्याय की गुहार लगानी पड़ी। लेकिन इस पूरे मामले में नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह खामोश हैं।
भाजपा शासित प्रदेशों में महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार का मुद्दा उठाते हुए डॉ अजय कुमार ने कहा, मध्य प्रदेश के इंदौर में सैन्य अधिकारियों और उनकी महिला मित्रों को बंधक बनाकर मारपीट की जाती है, महिला साथी के साथ रेप होता है। राजस्थान में सेना के एक जवान को थाने में बेरहमी से पीटा जाता है। मणिपुर में एक आर्मी जवान की पत्नी का चीरहरण किया जाता है। एक अन्य जवान का अपहरण होता है, फिर हत्या हो जाती है। ओडिशा में एक आदिवासी बच्ची के साथ गैंगरेप होता है और उसकी लाश मिलती है। देश में ऐसी अनेक घटनाएं हुईं, लेकिन नरेंद्र मोदी और अमित शाह के मुंह से एक शब्द नहीं निकला।
डॉ अजय कुमार ने कहा, झारखंड में भाजपा की एक महिला नेत्री सीमा पात्रा ने अपने घर में काम करने वाली आदिवासी बच्ची को बुरी तरह प्रताड़ित किया।बच्ची को थर्ड डिग्री टॉर्चर किया, लेकिन भाजपा के नेताओं ने एक शब्द नहीं बोला। ओडिशा के मामले में भी केवल पुलिस अधिकारी को निलंबित किया गया। एक ब्रिगेडियर की बेटी और आर्मी कैप्टन की मंगेतर के साथ बेरहमी से मारपीट की गई, लेकिन भाजपा के बड़े नेताओं ने कुछ नहीं कहा।
कर्नल रोहित चौधरी ने कहा, ओडिशा में एक ब्रिगेडियर की बेटी सुरक्षित नहीं है। उसके साथ ऐसी हरकतें की गईं, जो बयान करने लायक नहीं हैं। भाजपा-शासित ओडिशा में ऐसा गुंडाराज है। ओडिशा जैसी घटनाएं देश के अलग-अलग हिस्सों में हुई हैं। मणिपुर में सेना का वह जवान जिसने पाकिस्तान के छक्के छुड़ा दिए, वह अपनी पत्नी को नहीं बचा पाया। जिस जवान ने सीमा पर दुश्मनों को ढेर कर दिया हो, वही जवान खुद को राजस्थान में असुरक्षित पाता है।
कर्नल रोहित चौधरी ने कहा कि ओडिशा के मामले में सेना के अधिकारी को हिरासत में रखा गया, जो कि गैर-कानूनी है। चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ, प्रधानमंत्री से कहें कि देश में फौजियों या उनके परिवार के साथ बदसलूकी बर्दाश्त नहीं है। ओडिशा जैसे अन्य मामलों की जांच होनी चाहिए और पीड़ितों को हर तरह की मदद दी जानी चाहिए। एक कानून बनाना चाहिए ताकि कोई भी पुलिसकर्मी फौजी या उसके परिवार के साथ बदसलूकी न कर सके। सेना के जवानों, उनके परिवारों की सुरक्षा की जिम्मेदारी पूरे देश और सरकार की है। रोहित चौधरी ने मांग की कि पूर्व सैनिक आयोग बनाया जाए, ताकि फ़ौज से जुड़े लोग किसी भी समस्या पर अपनी बात आयोग के सामने रख सके।
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