क्या हम 2029 में पोलावरम देखेंगे?
Will we see Polavaram in 2029?
( अर्थ प्रकाश / बोम्मा रेडड्डी )
पोलावरम :: (आंध्रा प्रदेश) राज्य की जीवनधारा है पोलावरम परियोजना तथा उसका खर्च को लेकर परियोजना बनते समय की कीमत और आज की कीमत मजदूरी से लेकर हर सामान का कीमत बढ़ाते गया जिसकी वजह से इसका बजट भी बढ़ गया है और बजट के अनुरूप समय पर पैसा नहीं मिलने की वजह से भी काम अधर में लटका है
आज आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री चंद्रबाबू नायडू एवं अन्य विधायक मंत्रियों ने पोलाराम का दौरा किया निर्माण कार्यों की समीक्षा किया और अधूरी निर्माण को दम पर घूम-घूम कर चंद्रबाबू देखा और अधिकारियों से चर्चा में पूछा कितने दिन और काम लग सकता है और जिसकी टेक्निकल रिपोर्ट मंगा रिपोर्ट मिलते ही उन्हें काम चालू कर देंगे का कर प्रेस को श्री चंद्रबाबू नायडू ने बताया
जिसकी मंजूरी मे प्रत्येक सरकार एक अलग टैबलेट प्रस्ताव है। जिसमें अधिकतर काम हो चुका है बच्चा कुछ काम के लिए आगे वर्तमान तेलुगू देशम की सरकार काम शुरू कर रहा है।
दशकों बीत गए. अभी भी यह प्रोजेक्ट सिरे नहीं चढ़ पाया है. एनडीए सरकार का कहना है कि इस बार पोलावरम को केंद्र की मदद से चलाया जाएगा. और क्या हम 2029 तक भी इस परियोजना से गोदारम्मा बाहर से खेतीयों की हरियाली को देख पाएंगे कहा? प्रदेश की जनता हजारों निगाहों से इंतजार कर रही है कब पोलावरम बनेगा और कब हमारी फसल हरियाली में परिवर्तित होगी क्योंकि लगभग इसके क्षेत्र में आने वाले हजारों एकड़ भूमि कई दशक से बंजर पड़ी है किसान यही आशा लेकर चल रहे हैं की बहुत जल्दी बन जाए उधर आंध्र प्रदेश और उड़ीसा और इधर छत्तीसगढ़ की सीमावर्ती क्षेत्रों में डुबान जमीन का मुवावजा पैसे अभी तक नहीं मिले है कहा।