हनुमान जी के जन्मस्थान को लेकर क्यों छिड़ी बहस, क्या कर्नाटक में ही जन्मे थे अंजनी पुत्र
राज्य में सत्ताधारी भाजपा के लिए अब हनुमान बने संकटमोचक
Lord Hanuman ji birth place controversy : बेंगलुरू : कर्नाटक में 2024 के आम चुनाव से पहले, सत्तारूढ़ भाजपा ने मंगलवार को 120 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन करने के लिए अंजनाद्री में एक मेगा कार्यक्रम आयोजित किया है। अंजनाद्री को भगवान हनुमान का जन्मस्थान माना जाता है। अंजनाद्री को तीर्थस्थल के रूप में विकसित करने को लेकर विरोध होने की संभावना है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई भक्तों को आकर्षित करने और इसे तीर्थ स्थल बनाने के लिए आवासीय परिसरों, रोपवे और अन्य बुनियादी सुविधाओं के निर्माण के लिए एक ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी करेंगे।
आंध्र प्रदेश का दावा-तिरुपति की पहाड़ियों में हुआ जन्म
भगवान हनुमान श्रीराम के दूत हैं। हिंदू धर्म में वे ऐसे देवता हैं, जोकि सर्वमंगलकारी और कल्याणकारी हैं। लेकिन अब उनके जन्मस्थान पर हक जताने के लिए राजनीति का नया दौर शुरू हाे चुका है। कर्नाटक का दावा है कि हनुुमान जी का जन्म किष्किंधा के अंजनाद्रि पर्वत पर हुआ था, यह जगह कोप्पल जिले के अनेगुंडी में बताई गई है। वहीं आंध्र प्रदेेश भी भगवान राम के दूत हनुमान जी की जन्मस्थली अपने यहां होने का दावा करता है। आंध्र के अनुसार हनुमान जी की जन्मभूमि तिरुपति की 7 पहाड़ियों में से एक पर है। इस पहाड़ी का नाम भी अंंजनाद्रि है। यह सर्वविदित है कि तिरुपति मेंं तिरुमाला मंदिर हिंदुओं की आस्था का बड़ा केंद्र है और यह विश्व प्रसिद्ध तीर्थ एवं पर्यटन स्थल है।
महाराष्ट्र भी जता रहा दावा-नासिक में बताया जन्म स्थल
महाराष्ट्र भी दावा कर रहा है कि भगवान हनुमान ने उनके क्षेत्र में जन्म लिया। अंजनेरी महाराष्ट्र के नासिक-त्रयंबकेश्वर के पहाड़ों पर बने किलों में से एक जगह है। इन्हें भगवान हनुमान जी का जन्मस्थान माना जाता है, यह स्थान नासिक से त्रयंबक रोड पर 20 किलोमीटर दूर है। इस जगह का नाम हनुमान जी की माता अंजनी के नाम पर रखा गया है। अंजनेरी पहाड़ी पर हनुमान के साथ अंजनी माता का मंदिर भी स्थित है। ऐसी मान्यता है कि इस पर्वत पर हनुमान जी का जन्म हुआ था। हालांकि, कई दशकों से बॉलीवुड सितारे कर्नाटक के कोप्पल जिले में अंजनाद्री पहाड़ियों पर मंदिर में दर्शन करने आते रहे हैं। देश भर से हनुमान के लाखों भक्त सैकड़ों वर्षों से कर्नाटक की तीर्थ यात्रा कर रहे हैं। इस वजह से कर्नाटक में अंजनाद्री पहाड़ियों को हनुमान जी के सर्वज्ञात जन्म स्थल के रूप में माना जाने लगा है।
कनार्टक की भाजपा सरकार के संकटमोचक बनेंगे हनुमान जी
कर्नाटक सरकार ने अंजनाद्री पहाड़ियों को तीर्थ और पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए राज्य के बजट में 100 करोड़ रुपये की घोषणा की थी। सरकार ने यहां भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी है और यहां सड़क निर्माण का काम शुरू कर दिया है। इसके अलावा, एक थीम पार्क की भी योजना बनाई जा रही है। गौरतलब है कि कर्नाटक में धर्म को लेकर सियासत पूरे जोरों पर है। शिक्षण संस्थानों में हिजाब पहनने पर रोक का मामला सर्वोच्च न्यायालय तक गया है। कनार्टक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सरकारी आदेश जारी किया था, जिसमें सभी छात्र-छात्राओं को स्कूल-कॉलेज की ओर से लागू ड्रेस कोड को अनिवार्य कर दिया था। भाजपा सरकार के इस फैसले के खिलाफ राज्य में प्रदर्शन हुए। इस दौरान हिंसक झड़प देखने को मिली। पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस छोड़ कर भीड़ को नियंत्रित करना पड़ा। वहीं सीएम की ओर से एहतियात के तौर पर कई दिनों तक स्कूल-कॉलेजों को बंद करना पड़ा था। अब हिंदू समाज को लुभाने के लिए भगवान हनुमान के जन्मस्थान को एक तीर्थ स्थल के रूप में पेश करने की तैयारी है। राज्य में इस बार भगवा के जरिये भाजपा अपने लक्ष्य को हासिल करने की योजना तैयार कर रही है।
भाजपा के लिए कर्नाटक में मिशन दक्षिण चुनौतीपूर्ण
कर्नाटक (Lok sabha election 2024) में सत्तारूढ़ भाजपा की सत्ता में वापसी चुनौतीपूर्ण हो गई है। विभिन्न कारणों से पार्टी के कई बड़े नेताओं में असंतोष है और वे पार्टी छोड़ने को तत्पर हैं। हालांकि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व स्थिति को संभालने की पूरी कोशिश कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पार्टी के लिए समर्थन जुटाने का प्रयास कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक वरिष्ठ लिंगायत नेता व आवास मंत्री वी. सोमन्ना, जो बेंगलुरु में गोविंदराज नगर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और खेल व युवा सेवा मंत्री डॉ. के.सी. नारायण गौड़ा, जो मांड्या जिले के के.आर. पेट निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, कांग्रेस में शामिल होने को तैयार हैं।
-एजेंसी