उत्तराखंड में कौन होगा मुख्यमंत्री, इसको लेकर भाजपा में जारी मंथन; ये नेता हैं दौड़ में आगे
उत्तराखंड में कौन होगा मुख्यमंत्री, इसको लेकर भाजपा में जारी मंथन; ये नेता हैं दौड़ में आगे
देहरादून। उत्तराखंड (Uttarakhand) के नए मुख्यमंत्री के लिए अभी तक बीजेपी (BJP) नाम तय नहीं कर सकी है. वहीं दिल्ली में दीन दयाल मार्ग (Deendayal Marg of Delhi) स्थिति बीजेपी के केन्द्रीय कार्यालय में सीएम के दावेदार लगातार बड़े नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. हालांकि सभी नेता बड़े नेताओं के साथ मुलाकात को ‘शिष्टाचार’ की मुलाकात बता रहे हैं. लेकिन इस मुलाकात के जरिए वह अपनी दावेदारी कर रहे हैं. हालांकि इसको लेकर फैसला आलाकमान को करना है. लेकिन दावेदार अपनी दावेदारी करने से नहीं चूकना चाहते हैं. फिलहाल राज्य के ज्यादातर नेता दिल्ली में बड़े नेताओं की परिक्रमा कर रहे हैं. कुछ खुद के लिए तो कुछ दूसरे नेताओं के लिए लॉबिंग कर रहे हैं. ताकि बाद में कैबिनेट विस्तार में उन्हें जगह मिल सके.
फिलहार राज्य में मुख्यमंत्री कौन होगा, इस पर चल रही चर्चा चल रही और बीजेपी ने किसी के नाम पर अपनी मुहर नहीं लगाई है. वहीं सभी सीएम के पद के दावेदार अपने अपने संपर्कों के जरिए नाम को आगे बढ़ा रहे हैं. बीजेपी के बड़े फैसलों में संघ की अहम भूमिका रहती है. लिहाजा संघ पदाधिकारियों के जरिए भी सीएम के पद के लिए नाम आगे बढ़ाया जा रहा है. वहीं सीएम की दौड़ में शामिल नेता बड़े नेताओं के साथ मुलाकात को ‘शिष्टाचार’ की बैठक बता रहे हैं. लेकिन सियासी माहौल में नेताओं का बड़े नेताओं के दरवाजे में दस्तक देना कोई नईं बात नहीं है.
अजय भट्ट ने की बीएल संतोष से मुलाकात
राज्य में सीएम के दावेदार माने जा रहे केंद्रीय राज्यमंत्री अजय भट्ट ने दिल्ली में राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के साथ मुलाकात की. इसके बाद दोनों ही नेताओं ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संगठन बीएल संतोष से मुलाकात की. लिहाजा इस बैठक के बाद अजय भट्ट का नाम तेजी से सत्ता के गलियारों में चलने लगा है. वहीं अजय भट्ट इस बैठक को शिष्टाचार की भेंट बताते रहे.
सतपाल महाराज और उनियाल भी पहुंचे दिल्ली
फिलहाल धामी कैबिनेट में मंत्री रहे सुबोध उनियाल भी दिल्ली पहुंचे हैं. वहीं सीएम के दावेदार माने जा रहे सतपाल महाराज भी दिल्ली पहुंचे हैं. ये भी चर्चा है कि उन्होंने राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष से भी मुलाकात की है. हालांकि किसी ने इस मुलाकात की पुष्टि नहीं की है. वहीं उनियाल के बारे में कहा जा रहा है कि वह बड़े नेताओं के साथ ‘शिष्टाचार’ की बैठक कर सकते हैं.