कौन है नैनार नागेंद्रन? तमिलनाडु में बनने वाले है BJP के अध्यक्ष

aiadmk: एआईएडीएमके से अलग हुए नैनार नागेंद्रन तमिलनाडु भाजपा के 13वें अध्यक्ष बनने जा रहे हैं। वे तेजतर्रार पूर्व आईपीएस अधिकारी के अन्नामलाई की जगह लेंगे । खबरों के मुताबिक, वे इस दौड़ में एकमात्र दावेदार थे क्योंकि केवल उन्होंने ही इस पद के लिए नामांकन दाखिल किया था।तमिलनाडु में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जहां भाजपा द्रविड़ राजनीति के वर्चस्व वाले राज्य में अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रही है। नैनार नागेंद्रन के लिए पार्टी का नेतृत्व करना एक कठिन काम होगा, क्योंकि यह चुनाव राज्य की राजनीति का भविष्य तय कर सकता है।
कौन है नैनार नागेंद्रन?
नैनार नागेंद्रन तमिलनाडु में भाजपा विधायक दल के नेता हैं। वे 2001 से 2006 तक AIADMK सरकार में मंत्री भी रहे।16 अक्टूबर 1960 को वदिवेस्वरम में जन्मे नागेंद्रन ने जे जयललिता के नेतृत्व वाली एआईएडीएमके से अपना करियर शुरू किया, तिरुनेलवेली निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा के सदस्य के रूप में सेवा की। 2001 से 2006 तक जयललिता के मुख्यमंत्री रहने के दौरान वे कैबिनेट मंत्री बने और बिजली, उद्योग और परिवहन विभागों का कार्यभार संभाला।2011 में जब AIADMK सत्ता में वापस आई तो नागेन्द्रन को मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया गया और पिछले वर्ष दिसंबर में जयललिता की मृत्यु के तुरंत बाद 2017 में वह पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए।
अक्सर विवादों में आता है नाम
नैनार नागेंद्रन विवादों में घिरे रहे हैं। 2006 में एक जांच में पता चला कि मंत्री रहते हुए उनके पास आय से अधिक संपत्ति थी। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार सतर्कता निदेशालय ने 2010 में उनके, उनकी पत्नी और चार अन्य रिश्तेदारों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत 3.9 करोड़ रुपये की आय से अधिक संपत्ति के मामले में आरोप पत्र दायर किया था ।नैनार नागेंद्रन पर जनवरी 2018 में प्रशंसित तमिल गीतकार और लेखक वैरामुथु को 'अंडाल' पर उनकी विवादास्पद टिप्पणी के लिए मौत की धमकी भेजने का भी आरोप था। उन्होंने यह भी कहा था कि 'हिंदू धर्म के बारे में बुरा बोलने वाले' लोगों को मारने में 'कोई हिचकिचाहट' नहीं होनी चाहिए।