डेराबस्सी तहसील में चल रहा जाली एनओसी के आधार पर रजिस्ट्री का गोरखधंधा
Fake NOCs in Derabassi Tehsil
जाली एनओसी मिलने पर नगर परिषद ने मांगा माल विभाग से 20 महीने का रिकॉर्ड
माल विभाग ने सौंपा 8 महीने का रिकार्ड,
डेराबस्सी, 25 सितंबर: Fake NOCs in Derabassi Tehsil: डेराबस्सी तहसील से जाली एनओसी के आधार पर प्लाटों की कई रजिस्ट्रियां करके स्थानीय निकाय विभाग को लाखों से करोड़ों रुपए का चूना लगाया जा रहा रहा है। ऐसी ही एक रजिस्ट्री की एनओसी जाली पाए जाने पर डेराबस्सी नगर परिषद ने तहसीलदार कार्यालय से बीते 20 महीने का रिकॉर्ड मांगा है। हालांकि माल विभाग ने अभी आठ महीने का रिकार्ड ही भेजा है जबकि पिछले पूरे साल का रिकार्ड भेजना बाकी है।
हालांकि रिकॉर्ड मिलने पर उसकी वेरिफिकेशन के बाद ही पता चलेगा कि कितनी रजिस्ट्रियां हुई और घपला लाखों में है या करोड़ों में। यहां बता दें कि नगर निकाय में रेगुलर और गैर रेगुलर कॉलोनी में प्लाटों की खरीद फरोख्त के लिए उसका अनापत्ति प्रमाण पत्र संबंधित नगर निकाय से लेना जरूरी होता है। 100 गज प्लाट को रेगुलर और उसका नक्शा पास करने के लिए एनओसी पर लगभग एक लाख रुपये तक का खर्च आ जाता है। डेराबस्सी नगर परिषद के तहत कुछ रेगुलर या गैर रेगुलर कॉलोनी में प्लाटों की रजिस्ट्रियां जाली एनओसी के आधार पर की गई हैं। इस बारे नगर परिषद को शिकायतकर्ता ने जांच के लिए एक रजिस्ट्री मुहैया कराई जिसकी एनओसी नगर परिषद के रिकॉर्ड में जाली पाई गई। इसका पता लगने पर नगर परिषद ने बीते 20 महीने का रिकॉर्ड तहसील कार्यालय से मांगा है।
यहां अहम बात यह है कि यह घोटाला माल विभाग की ऑनलाइन पोर्टल सिस्टम में खामी का नतीजा है। हर एनओसी पर क्यूआर कोड रहता है परंतु उसे नगर परिषद रिकार्ड से क्रास वेरिफाई नहीं किया जा रहा। वैसे जाली एनओसी ज्यादातर उस कॉलोनी के लिए इस्तेमाल होने की आशंका है जो अवैध है और जिसकी एनओसी नगर परिषद से हासिल ही नहीं की जा सकती। दूसरा रेगुलर कॉलोनी में भी प्लांट विक्रेता एनओसी के भारी भरकम खर्च को देखकर जाली एनओसी का इस्तेमाल कर सकता है।
आठ महीने की करीब 2000 एनओसी जांच के लिए सौंपी
नायब तहसीलदार हरिंदर जीत सिंह ने बताया कि इस साल 1 जनवरी से 31 अगस्त के तहत डेराबस्सी नगर कौंसिल में करीब 2000 रजिस्ट्रियां एनओसी के आधार पर की गईं। इन सभी की एनओसी कॉपियां वसीका नंबर व तारीख के साथ नगर परिषद को भेज दी गई हैं। इसके अलावा साल 2022 में 1 जनवरी से 31 दिसंबर तक का रिकॉर्ड भी भेजने के लिए तैयार किया जा रहा है। उन्होंने बताया की डेराबस्सी की तर्ज पर नगर परिषद लालडू के तहत भी एनओसी वाला रिकार्ड जांच के लिए लालडू भेजा जाएगा। जाली एनओसी का मामला प्रकाश में आने के बाद माल विभाग ने डेराबस्सी व लालडू नगर निकाय के साथ आपसी तालमेल पुख्ता कर लिया है। नगर निकाय विभाग जहां अपने यहां जारी होने वाली प्रत्येक एनओसी की जानकारी माल विभाग को दे रहा है, वहीं माल विभाग भी एनओसी वाली रजिस्ट्री दर्ज करने से पहले उसकी सही जानकारी नगर निकाय को मैसेज भेज कर लेने लगा है।
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