क्या है नागपुर का मामला? आखिर औरंगजेब की कब्र की लड़ाई क्यों सुलग रहा है नागपुर? जाने पूरा मामला

nagpur: नागपुर में हिंसा आगनी और गदर के बाद हालत फिलहाल काफी काबू में है, लेकिन सियासी संग्राम बढ़ता नजर आ रहा है। सोमवार रात हजारों की तादाद में निकले पत्थर बाजों ने नागपुर के महल इलाके में भारी गदर मचाया चुन चुन कर हिंदुओं के घरों और गाड़ियों को निशाना बनाया इस बीच हिंसा को लेकर बड़ी खबर सामने आए की या प्री प्लान तरीके से नागपुर में हिंसा की आग को भड़काया जा रहा है। हिंदू संगठनों के प्रदर्शन को देखते हुए ट्रॉली में भर भर का पत्थर जमा किए गए थे। पत्थरों से भरी ट्राली लेकर मुस्लिम समुदाय के लोग चिटनिस पार्क पर इकट्ठा हुए और पुलिस हिंदुओं के घरों पर हमले की साजिश पहले से ही रच ली गई थी। आखिर यह सब क्यों हुआ आईये समझते हैं।
क्या है पूरा मामला?
नागपुर हिंसा ने महाराष्ट्र ही नहीं देश में सबको हिला कर रख दिया औरंगजेब की कब्र के बाहर प्रदर्शन को लेकर अचानक 200 से 300 लोग की भीड़ इकठ्ठा हुई और बताया जा रहा है कि इसी बीच अफवाह फैल गई और मुस्लिम समुदाय के पवित्र ग्रंथ को जलाया गया है। ऐसे में वहां पत्थर बाजी की स्थिति पैदा हो गई कई घरों पर पथराव हुआ और वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया एक प्रत्यक्ष दर्शी ने बताया कि यह सभी बाहरी लोग थे और एक ही समूह के थे उन्होंने अचानक घरों को निशाना बनाना शुरू कर दिया। बाहर खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई पहले कभी ऐसी घटना नहीं हुई। भीड़ में एक भी चेहरा जाना पहचाना नहीं था साथ ही लोगों को डर भी था कि कहीं कुछ अनहोनी ना हो जाए। लोगों का कहना है की भीड़ में योजना बनाकर हमला किया था। वह इलाके में आए और पत्थर फेक आठ गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई दो गाड़ियों को आग लगा दी गई इस भीड़ में लोग मुखौटे पहने हुए थे। स्थानीय लोगों ने यह भी दावा किया है कि उनके पास पेट्रोल बम भी थे। सुबह जब विरोध प्रदर्शन हुआ तो पुलिस ने हस्तक्षेप किया रात में महाराज की मूर्ति वाले स्थान और अन्य क्षेत्रों पर पत्थर फेके गए और गाड़ियों में आग लगा दी गई इसके साथ कई कमचारियों के साथ मारपीट भी की गई।
पुलिस की कार्यवाही जारी
नागपुर में सोमवार की रात हुई हिंसा के बाद पुलिस की कार्यवाही लगातार जारी है राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और विधानसभा में भी इस पूरी घटना के कारण पर बात की है। नागपुर पुलिस ने हिंसा के मामले में अब तक पांच फिर दर्ज किए हैं जिन घरों पर जिन वाहनों का नुकसान हुआ है उनका पंचनामा शुरू कर दिया गया है अब तक मिली जानकारी के अनुसार दो फिर गणेश पेट थाने के तहत हुई है तो वही तीन फिर तहसील पुलिस थाने के अंतर्गत की गई है पुलिस ने अब तक 47 लोगों को डिटेल किया है इसके अतिरिक्त पुलिस थाने के क्षेत्र में कर्फ्यू भी लगाया गया है।