पश्चिम बंगाल में भीषण रेल हादसा; कंचनजंगा एक्सप्रेस को मालगाड़ी ने पीछे से मारी टक्कर, अब तक इतने लोगों की मौत, हाहाकार
West Bengal Darjeeling Kanchenjunga Express Accident Hit By Goods Train
West Bengal Horrific Train Accident: पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले में सोमवार सुबह भीषण रेल हादसा हो गया। यहां रंगापानी स्टेशन के नजदीक कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन (13174) को एक तेज रफ्तार मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर के वक्त कंचनजंगा एक्सप्रेस रुकी हुई थी और ट्रैक पर खड़ी थी। जिस समय यह हादसा हुआ, उस वक्त ट्रेन न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन से निकली थी। ट्रेन अगरलता से चलकर सियालदह की तरफ जाने वाली थी। वहीं मालगाड़ी की कंचनजंगा एक्सप्रेस से टक्कर इतनी भीषण रही कि, हादसे में दोनों ट्रेनों के डिब्बे ट्रैक से हटके हवा में उछलकर एक-दूसरे के ऊपर जा चढ़े और इधर-उधर बिखर गए।
कंचनंजगा एक्सप्रेस का एक डिब्बा तो मालगाड़ी के इंजन पर चढ़ते हुए आसमान की ओर उठ गया। इस हादसे में कंचनजंगा एक्सप्रेस की पीछे के तीन डिब्बे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं। इन तीनों डिब्बों में ट्रेन के एक डिब्बे की हालत सबसे ज्यादा खराब हुई है। वहीं इस ट्रेन हादसे के बाद मौके पर हाहाकार की स्थिति है। आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, इस ट्रेन हादसे में अब तक 8 लोगों (3 रेलवे कर्मचारी, जिनमें से मालगाड़ी के 2 चालक और सहायक चालक व 1 कंचनजंगा एक्सप्रेस गार्ड) की मौत दर्ज की गई है, जबकि 50 के करीब लोग घायल हुए हैं। जिन्हें अस्पताल ले जाया गया है। हालांकि, मरने वालों और घायलों की संख्या बढ़ सकती है.
ट्रेन हादसे के बाद रेसक्यू ऑपरेशन जारी
ट्रेन हादसे के बाद मौके पर रेलवे, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ व पुलिस का रेसक्यू ऑपरेशन जारी है। जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक रॉय ने कहा कि, स्थिति अभी गंभीर है। उन्होने बताया कि, ट्रैक पर रुकी खड़ी कंचनजंगा एक्सप्रेस को एक मालगाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी। जिसमें 5 लोगों की अब तक मृत्यु हुई है और करीब 25 से 30 लोग घायल हुए हैं। बता दें कि, हादसे को लेकर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दुख जताया है।
एक ट्रैक पर एक साथ कैसे आ गईं 2 ट्रेनें?
पश्चिम बंगाल के इस ट्रेन हादसे को लेकर पहली नजर में रेलवे की साफ लापरवाही दिख रही है। सीधे समझ आ रहा है कि, यह बड़ा ट्रेन हादसा इसीलिए हुआ क्योंकि एक ट्रैक पर एक साथ 2 ट्रेनें आ गईं। जब ट्रैक पर पहले से कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन (13174) पर खड़ी थी और सिग्नल मिलने का इंतजार कर रही थी तो फिर उसी ट्रैक पर मालगाड़ी को आगे बढ्ने के लिए हरी झंडी कैसे दे दी गई? जिसके चलते यह हादसा हुआ।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हादसे की जानकारी ली
पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में इस ट्रेन हादसे को लेकर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने तत्काल जानकारी ली है। अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट कर कहा कि, NFR जोन में दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना हुई है। बचाव अभियान युद्ध स्तर पर चल रहा है। रेलवे, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ निकट समन्वय में काम कर रहे हैं। घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है. वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।
बता दें कि, इस हादसे के बाद पूर्वी रेलवे द्वारा कंट्रोल डेस्क स्थापित कर दिया गया है। इस डेस्क से हेल्प लाइन नंबर 033-23508794, 033-23833326 जारी किए जा रहे हैं। ताकि उनपर लोग संपर्क कर सकें।
पिछले साल इसी जून महीने में हुआ था बालासोर ट्रेन हादसा
याद है कि, पिछले साल इसी जून महीने में भयावह बालासोर ट्रेन हादसा हुआ था। बस तब तारीख दूसरी थी। दरअसल, पिछले साल 2 जून को ओडिशा में बालासोर ट्रेन हादसे (Balasore Train Accident) का मंजर अब तक भुलाए नहीं भूलता है। कैसे यहां एक खड़ी मालीगाड़ी और दो पैसेंजर ट्रेनों की आपस में भयानक टक्कर में 250 से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी।
आप नीचे वीडियो में देख सकते हैं कि, कैसे दोनों ट्रेनों के डिब्बे ट्रैक से उतरकर इधर-उधर बिखरे हुए हैं। वीडियो (एएनआई के हवाले से)
दार्जिलिंग ट्रेन हादसे की तस्वीरें देखिए