By: Rochita
october 17, 2024
शारीरिक फिटनेस की कमी अगर आप नियमित व्यायाम नहीं करते हैं, तो शरीर की सहनशक्ति कम हो जाती है। थोड़ी सी शारीरिक गतिविधि भी आपके दिल और फेफड़ों पर दबाव डाल सकती है, जिससे सांस फूलने लगती है।
मोटापा अधिक वजन से शरीर के अंगों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, खासकर हृदय और फेफड़ों पर। इससे सामान्य गतिविधियों के दौरान भी सांस फूलने लगती है।
एनीमिया शरीर में खून में हीमोग्लोबिन की कमी होने पर ऑक्सीजन की आपूर्ति कम हो जाती है, जिससे शारीरिक गतिविधि के दौरान जल्दी थकान और सांस फूलने लगती है।
अस्थमा या ब्रॉन्काइटिस अगर फेफड़ों में सूजन या रुकावट है, तो हल्की सी गतिविधि भी सांस फूलने का कारण बन सकती है। अस्थमा में हवा के मार्ग संकुचित हो जाते हैं, जिससे सांस लेना कठिन हो जाता है।
दिल से संबंधित समस्याएं दिल की बीमारियां जैसे हार्ट फेल्योर या कोरोनरी आर्टरी डिजीज भी सांस फूलने का कारण हो सकती हैं। दिल शरीर की जरूरत के अनुसार रक्त पंप करने में असमर्थ हो सकता है, जिससे सांस लेने में कठिनाई होती है।
तनाव या एंग्जायटी मानसिक तनाव, चिंता या घबराहट से भी सांस फूलने की समस्या हो सकती है। इस स्थिति में आपका शरीर ऑक्सीजन की ज्यादा मांग करता है, जिससे जल्दी-जल्दी सांस लेने की जरूरत महसूस होती है।