दीवाली पर जिमीकंद की सब्जी बनाने का खास महत्व जानें।
तारीख: इस साल दीवाली 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी।
परंपरा: दीवाली के दिन जिमीकंद की सब्जी बनाना एक परंपरा है।
विभिन्न नाम: जिमीकंद को ओल, सूरन और हाथी पैर रतालू भी कहते हैं।
खुशहाली का प्रतीक: इसे बनाना शुभ माना जाता है, जिससे घर में खुशहाली आती है।
समृद्धि का संकेत: जिमीकंद को समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
खराब नहीं होती: जिमीकंद हमेशा ताजा रहता है और खराब नहीं होता।
मां लक्ष्मी को भोग: इस सब्जी को मां लक्ष्मी को भोग लगाकर प्रार्थना की जाती है।
सेहत के फायदे: जिमीकंद एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर और सेहत के लिए फायदेमंद है।
ब्लड प्रेशर: यह सब्जी हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करती है।