बिच्छू के डंक में ना केवल विष होता है, बल्कि इसके काटने पर व्यक्ति जलन और दर्द के मारे तड़पने लगता है।
बिच्छू के काटने पर तुरंत फिटकरी को घिसकर प्रभावित स्थान पर लगाकर सिकाई कर लें।
बिच्छू के डंक मारने पर प्रभावित स्थान के थोड़ा ऊपर किसी फीते से कसकर बांध दें। अब थोड़ा सा नमक का घोल बिच्छू के डंक से प्रभावित स्थान के विपरीत कान में इस घोल की दो-तीन बूंद डाल दें।
लाल दवा पीसकर इसे प्रभावित स्थान पर लगाएं। और फिर टाटरी पीसकर लगा लें। जहर का असर खत्म हो जाएगा।
लहसुन को पीसकर उसका रस निकाल लें।इस रस में 3 चम्मच शहद मिलाकर ढंग से पीड़ित व्यक्ति को खाने के लिए दें। इससे विष का असर कम हो जायेगा।
बिच्छू के डंक के विष की पीड़ा को कम करने के लिए मिट्टी का तेल भी प्रभावी उपाय हो सकता है।
इमली के बीज को पत्थर पर तब तक घिसते रहें, जब तक उसका अंदर का सफ़ेद भाग ना निकल जाए। इसके बाद इसे ढंग से प्रभावित भाग चिपका दें।
माचिस की 5-6 तीलियों का मसाला निकालकर उसे थोड़े से पानी में घिसकर बिच्छू के डंक से प्रभावित भाग पर लगाने से भी तत्काल बिच्छू का जहर उतर जाता है।
किसी साफ सेफ्टी पिन या चिमटी को गर्म करके त्वचा में घुसे हुए बिच्छू के ड़ंक को निकाल देना चाहिए।