By: Rochita
september 30, 2024
गोभी के बाहरी पत्ते हटा लें। फिर गोभी को धोकर पतली लंबी स्ट्रिप्स में काट लें। आप इसे किचन चाकू या फूड प्रोसेसर का इस्तेमाल करके पतला काट सकते हैं।
कटे हुए गोभी को एक बड़े बाउल में डालें।कटे हुए गोभी पर नमक छिड़कें। अब हाथों से गोभी को अच्छे से मसलें ताकि गोभी से पानी निकलने लगे। यह प्रक्रिया लगभग 5-10 मिनट लेगी, और गोभी नर्म हो जाएगी।
अगर आप चाहें तो जीरा या सौंफ के बीज अब मिला सकते हैं। यह स्वाद को और बढ़ाते हैं, लेकिन यह वैकल्पिक है।
गोभी को एक कांच के जार में कसकर भरें। इसे दबाते जाएं ताकि गोभी से निकला हुआ तरल गोभी को पूरी तरह से ढक सके। जार के ऊपरी हिस्से में थोड़ी सी जगह छोड़ें, क्योंकि फर्मेंटेशन के दौरान कुछ गैसें बनेंगी और जार में थोड़ा स्पेस चाहिए होगा।
अगर गोभी का अपना तरल पर्याप्त नहीं है तो आप ऊपर से थोड़ा सा उबला हुआ और ठंडा किया हुआ पानी डाल सकते हैं।जार को कमरे के तापमान (20-22°C) पर 1-4 हफ्तों के लिए छोड़ दें।
फर्मेंटेशन प्रक्रिया शुरू होते ही गोभी का रंग बदलने लगेगा और इसका खट्टा स्वाद आ जाएगा।जार को ढीले से ढककर रखें ताकि हवा पास हो सके और अगर कुछ तरल बाहर आ जाए तो उसे साफ कर सकें।
आप एक छोटे प्लेट या भारी पत्थर से गोभी को नीचे दबाकर रख सकते हैं ताकि यह तरल के नीचे बनी रहे।अगर गोभी पूरी तरह से तरल में डूबी रहती है तो यह फर्मेंटेशन प्रक्रिया सही तरीके से होगी।
1-2 हफ्तों के बाद सौकरौट को चखें। अगर इसका खट्टा स्वाद आपके अनुसार हो गया है, तो यह तैयार है।सौकरौट को साइड डिश के रूप में, सैंडविच, हॉट डॉग, या सलाद के साथ खाया जा सकता है।