टेक्नोलॉजी का ओवरयूज युवाओं की मानसिक स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित करता है।

ज्यादा टेक्नोलॉजी यूथ की मानसिक सेहत पर नकारात्मक असर डालती है

रोजाना 2 घंटे से ज्यादा सोशल मीडिया का उपयोग मानसिक विकार का खतरा बढ़ाता है

टेक्नोलॉजी का अत्यधिक इस्तेमाल शॉर्ट टर्म मेमोरी को कमजोर कर देता है

लगातार रिट्वीट, लाइक और शेयर करने की होड़ ब्रेन पर एडिक्शन जैसा असर डालती है।

टेक्नोलॉजी के ओवरयूज से तनाव और चिंता की समस्या बढ़ने लगती है

सोशल मीडिया पर दूसरों की हंसी-मजाक यूथ में हीन भावना और सोशल एंग्जायटी पैदा करता है

नींद की कमी और मोटापे जैसी समस्याएं भी टेक्नोलॉजी के ओवरयूज से जुड़ी हैं