वायनाड लोकसभा सीट पर प्रियंका गांधी की आंधी; 4 लाख से ज्यादा वोटों से जीतीं, भाई राहुल के साथ अब संसद में दहाड़ती हुई दिखेंगी
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Wayanad Priyanka Gandhi Won By-Election Final Result
Wayanad By-Election Final Result: केरल में वायनाड लोकसभा सीट पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की आंधी चली है। प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर 4 लाख से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की है। जीत में यह एक बहुत बड़ा अंतर है। प्रियंका ने सीपीआई उम्मीदवार को शिकस्त दी। वायनाड सीट पर प्रियंका गांधी को कुल 6,22,338 वोट हासिल हुए। जबकि सीपीआई उम्मीदवार को 2,11,407 वोट ही मिले। जबकि बीजेपी की महिला उम्मीदवार नव्या हरिदास को 1,09,939 वोटों से ही संतोष करना पड़ा।
सक्रिय राजनीति में आ गईं प्रियंका गांधी
वायनाड लोकसभा सीट पर इस बड़ी जीत के साथ ही अब प्रियंका गांधी सक्रिय राजनीति में आ गईं हैं। हालांकि, प्रियंका की सक्रिय राजनीति में एंट्री उसी वक्त हो गई थी। जब उन्हें वायनाड सीट से उम्मीदवार बनाया गया था। इसके बाद वह पहली बार अपने लिए चुनाव प्रचार में सक्रिय हुईं। फिलहाल इस बड़ी जीत के बाद अब प्रियंका गांधी आने वाले दिनों में संसद के अंदर अपने भाई राहुल गांधी के साथ दहाड़ती हुई दिख सकती हैं। अब प्रियंका गांधी वायनाड सीट की नई सांसद होंगी।
वायनाड सीट जीतने पर प्रियंका ने क्या कहा?
वायनाड सीट जीतने पर प्रियंका गांधी ने यहां के लोगों को बहुत-बहुत आभार जताया। इसी के साथ प्रियंका ने कहा कि, उनकी जीत इस बात का प्रमाण है कि भाई राहुल गांधी ने वायनाड में काम किया है। मुझे लगता है कि वायनाड के लोगों की तरफ से यह एक बड़ा सम्मान है और मैं इसका पूरा सम्मान करूंगी। मैं लोगों के हितों के लिए लगातार काम करूंगी। उन्हें कोई परेशानी नहीं होने दूंगी।
राहुल गांधी ने वायनाड सीट छोड़ी थी
लोकसभा चुनाव-2024 में राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश में रायबरेली सीट और केरल में वायनाड लोकसभा सीट दोनों जगह से चुनाव लड़ा था। जिसके बाद दोनों ही सीटों पर राहुल ने 3 लाख से ज्यादा वोटों के साथ जीत हासिल की थी। इससे पहले भी राहुल गांधी वायनाड लोकसभा सीट से सांसद थे। लेकिन कानून के मुताबिक, उन्हें एक सीट छोड़नी पड़ी। इस बार उन्होंने वायनाड सीट को छोड़ने का फैसला किया। राहुल गांधी रायबरेली सीट से अपनी संसदीय पारी जारी रखी। जिसके बाद इस सीट पर उपचुनाव हुआ।
चुनाव प्रचारक ही बनती रहीं प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी अब जब सक्रिय राजनीति में कदम रखने जा रहीं हैं तो ऐसे में पार्टी में क्या बदलाव देखने को मिलते हैं। ये देखने वाली बात बात होगी। कांग्रेस में नेताओं को एक गुट लगातार प्रियंका गांधी को चुनाव लड़वाने की मांग करता रहा है। लेकिन प्रियंका गांधी चुनावों में चुनाव प्रचारक ही बनती रहीं। प्रियंका ने कांग्रेस की संगठनात्मक राजनीति संभाली। इस साल के लोकसभा चुनाव-2024 में भी प्रियंका गांधी को अमेठी से चुनाव लड़ाने की मांग उठी थी। लेकिन प्रियंका को उम्मीदवार नहीं बनाया गया। जबकि प्रियंका भी चुनाव लड़ना चाह रहीं थीं।