Was under treatment in ICU: सिर पर गंभीर चोटों के चलते एक माह से आईसीयू में थी उपचाराधीन
Was under treatment in ICU: सिर पर गंभीर चोटों के चलते एक माह से आईसीयू में थी उपचाराधीन
पीजीआई के चिकित्सकों ने शीला को दी नई जिंदगी
कामर्ल कांवेंट स्कूल की अटैंडेंट शीला आज सुबह होगी डिस्चार्ज
चंडीगढ़,7 अगस्त: Was under treatment in ICU: जाको रखे साइयां, मार न सके कोये की कहावत आज उस समय चरितार्थ हो गई जब शहर में विशालकाय पेड़ की शाखा गिरने से सिर पर गंभीर चोटें आने के बाद स्कूल की अटैंडेंट 40 साल की शीला पीजीआई में एक माह पूरा उपचार के बाद ठीक होकर 8 अगस्त को सुबह डिस्चार्ज हो रही है। शीला की जिंदगी को बचाने के लिए नगर प्रशासक पुरोहित ने चिकित्सकों को विशेष निर्देश दिये और शीला के दो बच्चों के साथ स्कूल के सभी स्टाफ व छात्राओं की दुआएं असर कर गईं। शीला के सिर पर गंभीर चोटें आने पर 10 दिन तक को कोई रिस्पांस नहीं दे रही थीं लेकिन इसके बाद धीरे धीरे स्थिति में सुधार होने लगा और वह चिकित्सकों को रिस्पांस देनी लगी। हालत में सुधार होने के बाद चिकित्सकों ने उसकी सर्जरी कर उसे नई जिंदगी दी।
Was under treatment in ICU: 250 साल पुराने हैरिटेज ट्री की एक विशाल हिस्सा
स्मरण रहे शहर में एक कार्मल कांवेंट स्कूल 9 में गत 8 जुलाई को नगर प्रशासन के 250 साल पुराने हैरिटेज ट्री की एक विशाल हिस्सा अचानक दोपहर के समय लंच ब्रेक में खाना खा रही छात्राओं पर आ गिरने से एक छात्रा की मौके पर मौत हो गई थी और 19 अन्य घायल हो गई थीं। वहीं इस दुर्घटना में गंभीर से दो छात्राएं और एक स्कूल की अटेंडेंट हुई थीं जिन्हें उपचार के लिए पीजीआई में भर्ती किया गया था। इस दौरान एक छात्र के हाथ के बुरी तरह से क्षतिग्रस्त होने पर उसे चिकित्सकों को काटना पड़ा था। वहीं दूसरी छात्रा के स्पाइन में चोट आने पर सर्जरी करनी पड़ी थीं। दोनों छात्रों को घटना के 8 दिन बाद उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया था लेकिन स्कूल की अटैंडेेंट शीला 40 के सिर पर गंभीर चोटें आने के कारण उसे आईसीयू में वेंटीलेटर पर रखा गया था।
इस पर नगर प्रशासक बनबारी लाल पुरोहित ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पीजीआई में उपचाराधीन मरीजों का कुशल कक्षेम पूछा था और आईसीयू में उपचाराधीन शीला के उपचार के लिए चिकित्सकों से विशेष बातचीत की थी। वहीं प्रशासक ने गंभीर रुप से घायल तीन मरीजों को 10-10 लाख रुपये की मदद देने की घोषणा की थी और उक्त राशि शहर में गृह मंत्री के आने से पूर्व नगर उपायुक्त ने परिवार के लोगों को सौंपी थी।