मेरठ में चुनावी रंजिश में हुई वीरेंद्र की हत्या, गांव प्रधान समेत चार पर मुकदमा दर्ज

मेरठ में चुनावी रंजिश में हुई वीरेंद्र की हत्या, गांव प्रधान समेत चार पर मुकदमा दर्ज

मेरठ में चुनावी रंजिश में हुई वीरेंद्र की हत्या

मेरठ में चुनावी रंजिश में हुई वीरेंद्र की हत्या, गांव प्रधान समेत चार पर मुकदमा दर्ज

मेरठ के कंकरखेड़ा क्षेत्र में बुधवार रात दो बजे कार सवार ग्राम प्रधान ने अपने साथियों के साथ मिलकर 36 साल के किसान की पीट-पीटकर हत्या कर दी। एक साल पहले गांव में प्रधानी के चुनाव में वोट नहीं देने पर विवाद हुआ था।

गांव के प्रधान शिवकुमार ने अपने ही गांव के वीरेंद्र गुर्जर के सिर पर डंडो से 50 से ज्यादा वार किए। जब तक पीड़ित किसान मर नहीं गया, तब तक आरोपी वार करते रहे। डंडो के अलावा तमंचे की बट से भी हमला किया गया। मृतक किसान के भाई ने गांव के प्रधान समेत चार के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज कराई है।

यह है पूरा मामला

कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के गांव जेवरी निवासी वीरेंद्र गुर्जर (36 साल) अपने दोस्त भूषण और सुबोध के साथ बुधवार रात कंकरखेड़ा हाईवे पर शगुन फार्म हाउस में शादी समारोह में गए थे। यह शादी वीरेंद्र के रिश्तेदार आकाश की थी।

बुधवार रात दो बजे शादी समारोह से 300 मीटर की दूरी पर ऑल्टो कार चार लोगों ने वीरेंद्र और भूषण पर जानलेवा हमला कर दिया। जैसे ही हमलावरों ने फायरिंग की तो सुबोध और भूषण भाग निकले। वहीं वीरेंद्र को जमीन पर गिराकर पीटना शुरू कर दिया। डंडो और तमंचे की बट से पीट-पीटकर वीरेंद्र का सिर कुचल दिया। करीब 15 मिनट तक हमलावर बेरहमी से पीटते रहे।

अस्पताल में मृत घोषित किया

वीरेंद्र गांव में अपने भाई ज्ञानेंद्र के साथ खेती करता था। भूषण ने रात में वीरेंद्र के छोटे भाई ज्ञानेंद्र को काॅल कर बताया। ग्रामीण और परिवार के लोग मौके पर पहुंचे। हमलावर खून से लथपथ किसान वीरेंद्र को खून से लथपथ हालत में छोड़कर भाग निकले। बाद में भूषण गाड़ी लेकर वहां पहुंचा और वीरेंद्र को कंकरखेड़ा के कैलाशी अस्पताल में लेकर पहुंचा जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

गांव में चुनावी रंजिश में की गई हत्या

वीरेंद्र के भाई ज्ञानेंद्र ने कंकरखेड़ा थाने में जेवरी गांव के प्रधान शिब्बु उर्फ शिवकुमार और गांव निवासी कृष्ण उर्फ ओंकार व दो अन्य के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कराया है। मृतक के भाई ज्ञानेंद्र ने पुलिस को बताया कि शगुन फार्म हाउस में शादी समारोह में शामिल होने के लिए वीरेंद्र के जाने की जानकारी पहले से गांव के प्रधान शिवकुमार को थी।

एक साल पहले गांव में प्रधानी का चुनाव हुआ। इसमें शिवकुमार चुनाव लड़ रहा था। वीरेंद्र और इस परिवार ने अपनी बिरादरी शिवकुमार (गुर्जर) को वोट नहीं दिया और दूसरे प्रत्याशी वीर सिंह (पाल बिरादरी) को वोट देते हुए चुनाव लड़ाया था। तभी से गांव प्रधान शिवकुमार रंजिश रखने लगा था।

एसपी सिटी विनीत भटनागर का कहना है कि तहरीर के आधार पर एफआइआर दर्ज कर ली गई है। पूरे मामले में पुलिस शव का पोस्टमार्टम कराकर कार्रवाई कर रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।