Punjab: वन भूमि घोटाले में गिरफ्तार दिलजीत गिलजियां के आवास पर विजिलेंस का छापा
Punjab: वन भूमि घोटाले में गिरफ्तार दिलजीत गिलजियां के आवास पर विजिलेंस का छापा
चंडीगढ़। पूर्व वन मंत्री संगत सिंह गिलजियां के भतीजे दिलजीत सिंह गिलजियां के आवास पर गुरुवार को विजिलेंस ने छापा मारा। विजिलेंस टीम ने दिलजीत के आवास से लैपटॉप, कई पेनड्राइव और हार्ड डिस्क कब्जे में ली है। उनकी निजी मर्सडीज कार पर एमएलए का स्टिकर लगा है।
दिलजीत अफसरों को सीधे देता था निर्देश
जांच के दौरान यह बात भी सामने आई है कि दिलजीत गिलजियां अपने चाचा के दम पर सीधे विभाग के अधिकारियों को निर्देश जारी करता था। उसकी विभाग के शीर्ष अधिकारियों से बातचीत, निजी ठेकेदारों से व्हाट्सएप चैट प्राप्त हो गई है, जिससे पता चलता है कि संगत सिंह गिलजियां के कार्यकाल के दौरान, सरकारी भुगतान करने में भी सीधे अपने प्रभाव का इस्तेमाल करता था। विभाग द्वारा खरीदे गए गार्ड, अवैध खनन और खैर पेड़ों की कटाई के लिए परमिट तक जारी करने में दिलजीत का सीधा दखल रहता था।
पंजाब में पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान हुए वन भूमि घोटाले की जांच कर रहे विजिलेंस ब्यूरो ने बुधवार को दिलजीत को गिरफ्तार कर लिया था। दिलजीत गिलजियां को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। इस दौरान उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वन भूमि घोटाले में दर्ज एफआईआर में आरोपी के रूप में शामिल पूर्व वन मंत्री संगत सिंह गिलजियां अब तक फरार हैं। मंगलवार को अदालत ने उनकी जमानत अर्जी रद्द कर दी थी।
दिलजीत गिलजियां एक बिचौलिए के रूप में कार्य कर रहा था और अपने चाचा के सारे कारोबार व लेन-देन का हिसाब भी रखता था। दिलजीत ठेकेदारों से धन इकट्ठा करने के साथ-साथ विभाग में अधिकारियों के तबादलों में रिश्वतखोरी, वन भूमि के अवैध खनन, ट्री गार्ड की खरीद, खैर पेड़ों की कटाई के परमिट जारी करने, राजमार्गों के पास व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के लिए स्लिप रोड के निर्माण संबंधी एनओसी जारी करने जैसे वन विभाग के कामों में पैसों के लेनदेन का सारा काम देखता था।
पूर्व वन मंत्री के भतीजे की गिरफ्तारी का रास्ता उस समय साफ हुआ, जब ब्यूरो के हाथ लगी ठेकेदार हरमोहिंदर सिंह हम्मी की डायरी में रिश्वत के पैसों के लेनदेन का खुलासा हुआ। डायरी से ही इस बात का खुलासा हुआ कि मोहाली जिले के ग्राम नाडा में खैर के पेड़ काटने संबंधी परमिट जारी करने के लिए कुलविंदर सिंह के जरिये पूर्व मंत्री संगत सिंह गिलजियां को 5 लाख रुपये रिश्वत दी गई। इसके अलावा वन विभाग के रेंज ऑफिसर, ब्लॉक ऑफिसर और गार्ड को भी रिश्वत पहुंचाई गई। इस लेनदेन में दिलजीत की भूमिका अहम रही थी।
संगत के खिलाफ 6 जून को दर्ज हुआ था मामला
विजिलेंस ब्यूरो ने पूर्व वन मंत्री साधु सिंह धर्मसोत और संगत सिंह गिलजियां समेत कई अधिकारियों और निजी व्यक्तियों के खिलाफ गत 6 जून को संगठित भ्रष्टाचार के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया था। इस मामले की जांच के दौरान साधु सिंह धर्मसोत या अन्य आरोपियों को 7 जून को गिरफ्तार किया गया था जो अब न्यायिक हिरासत में हैं