कृष्ण मिड्डा के पैरामेडिकल कॉलेज पर क्रेडिट लेते ही वॉयरल हुई वीडियो, लोगों का कहना जले पर नमक छिडक़ रहे मिड्डा
- By Vinod --
- Sunday, 07 Apr, 2024
Video went viral as soon as Krishna Midda took credit at Paramedical College
Video went viral as soon as Krishna Midda took credit at Paramedical College- सफीदों (दीवान)I प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सैनी की अध्यक्षता में जींद में आयोजित विजय संकल्प रैली की स्टेज से जींद के विधायक कृष्ण मिड्ढा का बयान सफीदों मे जमकर वायरल हो रहा है जिसमें वह पैरामेडिकल कॉलेज का खुद क्रेडिट लेते हुए दिखाई दे रहे हैं। मिड्डा ने पैरामेडिकल कॉलेज पर दिए गया बयान की क्षेत्र भर में उसकी जमकर चर्चा हो रही है। हर किसी की जुबान पर कृष्ण मिड्डा का यह बयान चढ़ा हुआ है और लोग इसे जले पर नमक छिडक़ने के समान मान रहे हैं। कृष्ण मिड्डा वायरल वीडियों में कह रहे हैं कि उचाना में बनने वाले मैडीकल कालेज को वे जींद में लेकर आए क्योंकि जींद के लोगों ने हमेशा मिड्डा परिवार को प्यार देने का काम किया है। इसके अलावा सफीदों में जो पैरामैडीकल कालेज बनने जा रहा था। जींद के लोगों की खातिर मैने उसकी भी लड़ाई लड़ी और सफीदों की बजाए जींद में पैरामेडिकल कॉलेज बनवाने का काम किया। विधायक कृष्ण मिड्डा ने यह बयान उस वक्त दिया जब इस मंच पर सफीदों हलका से ताल्लुक रखने वाले भाजपा जिलाध्यक्ष राजू मोर, हरियाणा गौसेवा आयोग के अध्यक्ष श्रवण गर्ग, हरियाणा सरकार में चेयरमैन अमरपाल राणा, कांफेड के चेयरमैन कर्मवीर सैनी, पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य, पूर्व विधायक जसवीर देशवाल, पूर्व विधायक कली राम पटवारी, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एडवोकेट विजयपाल सिंह व पूर्व विधायक कलीराम पटवारी सहित अनेक बड़े भाजपा नेता व ओहदेदार मौजूद थे। हालांकि पैरामेडिकल कॉलेज जींद स्थानांतरित होने के बाद कहीं ना कहीं सफीदों में शांत हो गया था लेकिन विधायक मिड्ढा के बयान के बाद यह मुद्दा फिर से उखड़ गया है।
क्या है पूरा मामला
सफीदों क्षेत्र में पैरामेडिकल कॉलेज बनाने की मांग बहुत पुरानी चल रही थी और इसके निर्माण के लिए सरकार से लगातार अनुरोध किया जा रहा था। इस मामले में आईपी कन्या एजुकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष एवं हरियाणा के सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता समाजसेवी टीसी गर्ग और उनकी टीम पिछले कई सालों से खूब दौड़ धूप कर रही थी। स्व. समाजसेवी टीसी गर्ग के अथक प्रयास उस वक्त रंग लाए जब मुख्यमंत्री मनोहर लाल 3 अप्रैल 2022 को सफीदों की पुरानी अनाज मंडी में आयोजित विकास रैली को संबोधित करने की खातिर पहुंचे और उन्होंने इसके निर्माण की घोषणा की और यह भी कहा था कि अगर इसके बनाने में कोई भी नियम कानून आया आया तो उसको भी दूर करवाया जाएगा। जिस दिन यह घोषणा हुई थी उस दिन सफीदों इलाके के बीजेपी नेताओं की बांछे खिली हुई थी और सभी इसका श्रेय लेने की होड़ में लगे हुए थे और श्रेय लेने का सिलसिला मीडिया में कई दिनों तक चला। जब बात इसके बनने की प्रक्रिया की आई तो वह नियमों के पूरा ना होने का हवाला देकर इसे जींद स्थानांतरित कर दिया गया।
करसिंधु ग्राम पंचायत देख चुकी थी 4 एकड़ जमीन
इस कॉलेज के निर्माण के लिए तत्कालीन ग्राम पंचायत ने प्रस्ताव पास करके 4 एकड़ जमीन संबंधित विभाग डायरेक्टर मेडिकल एजूकेशन रिसर्च (डीएमईआर) को 30 साल के लिए लीज पर दी थी। इसके अलावा शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रही संस्था आईपी कन्या एजुकेशन सोसाइटी ने इस पैरामेडिकल कॉलेज की प्रारम्भिक व्यवस्था के लिए 50 लाख रुपए की राशि देने का लिखित में स्वीकृति पत्र सरकार को दे दिया था। इसके अलावा सरकार व संबंधित महकमें की डिमांड पर कालेज में 6 कोर्सों के लिए करीब 150000 रूपए की राशी बतौर रजिस्ट्रेशन डायरेक्टर मेडीकल एजूकेशन रिसर्च (डीएमईआर) को संस्था द्वारा बैंक ड्राफ्ट भेजकर जमा करवा दिए थे। इसके अलावा प्रारंभिक तौर पर अस्थाई कक्षाएं चलाने के लिए इसी गांव स्थित पीडीएम इंजीनियरिंग कालेज में 15 कमरों की व्यवस्था की गई थी। इस मामले में सफीदों के कांग्रेसी विधायक सुभाष गांगोली ने विधानसभा में कहा था कि अगर करसिंधू में यह कालेज नहीं बन सकता है तो इस कालेज के सफीदों क्षेत्र के ही गांव जामनी व बुढ़ाखेड़ा में बनवा दिया जाएं क्योंकि ये स्थान मेडीकल कालेज से काफी नजदीक है और सभी नियमों को पूरा करते हैं। विधायक सुभाष गांगोली ने विधानसभा में इस कालेज के निर्माण के लिए बुढ़ाखेड़ा व जामनी की प्राईम लोकेशन पर जगह दिलवाने की बात भी कहीं थी।
पैरामेडीकल कॉलेज के स्थानांनतरण मामले में बनी थी संघर्ष समिति
सफीदों के गांव करसिंधू में प्रस्तावित पैरामेडीकल कॉलेज का यहां से जींद स्थानांनतरित होने को लेकर इलाके के लोगो ने एक संघर्ष समिति का गठन किया था। संघर्ष समिति ने कालेज को यहीं पर रूकवाने की मांग को लेकर सफीदों की लैय्या धर्मशाला में कई बैठकें करने के उपरांत सफीदों में प्रदर्शन किया था और एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा था। वहीं आप नेता राजू पायलट ने भी नगर के महाराजा अग्रसैन चौंक पर लंबे समय तक धरना व प्रदर्शन किया था। इस संघर्ष समिति के सदस्य संजीव गौत्तम का कहना है कि जींद के विधायक कृष्ण मिड्डा का ब्यान सफीदों के तथाकथित सरकारी नेताओं पर करारी चोट के समान है। यहां के नेता यह कहने लगे थे कि किसी तकनीकि कारणों ये यह कालेज सफीदों से जींद गया है लेकिन जींद के विधायक कृष्ण मिड्डा ने सफीदों के दिग्गज कहलाने वाले भाजपा नेताओं की पोल खोलने का काम किया है। सफीदों की जनता बेहद समझदार है और बेवकूफ नहीं है और वह सबक सिखाने का कार्य करेगी। इस कालेज का सफीदों से चला जाना यहां की जनता के साथ सरासर धोखा है।
क्या कहते हैं आईपी सोसाईटी के सदस्य राकेश जैन
इस मामले में कालेज निर्माण के लिए बनी आईपी सोसाईटी के सदस्य राकेश जैन का कहना है कि जींद के विधायक कृष्ण मिड्डा ने सफीदों की भाजपा लीडरशीप को आईना दिखाने का काम किया है। सफीदों में दो दर्जन भाजपा नेता पार्टी की टिकट मांगते हैं तथा बड़े-बड़े पदों पर विराजमान है लेकिन सफीदों हलके के विकास की लड़ाई कोई भी लडऩे को तैयार नही हैं। इस पैरामेडीकल कालेज का सफीदों से जींद ट्रांसफर हो जाना सफीदों की कमजोर लीडरशीप का परिणाम है। विधायक कृष्ण मिड्डा का पैरामैडीकल कालेज पर दिया गया भाषण सफीदों के लिए बड़ी विडंबना, दुख और शर्म की बात है। उन्होंने कहा कि पैरामेडिकल कॉलेज के खोले जाने की खातिर उनकी आईपी सोसाइटी के द्वारा सरकार को डेढ़ लाख रुपए की सरकारी रजिस्ट्रेशन फीस के तौर पर कई साल पहले ही जमा कराई जा चुकी थी और ग्राम पंचायत करसिंधू 4 एकड़ जमीन सरकार को ट्रांसफर कर चुकी थी। इस सबके बावजूद भी इस कॉलेज को सफीदों से स्थानांतरित करके जींद भेजा जाने जाना कतई सही नहीं है। इस कॉलेज के निर्माण में इसी संस्था के प्रमुख सदस्य टीसी गर्ग के अनुरोध पर ही तात्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस कॉलेज को बनाए जाने की घोषणा की थी और सीएम ने यह भी कहा था कि कोई कानूनी अड़चन आएगी तो उसे भी दूर किया जाएगा।
राज बदलने के बाद पैरामैडीकल कालेज फिर से सफीदों लेकर आऊंगा: विधायक सुभाष गांगोली
इस मामले में सफीदों के कांग्रेसी विधायक सुभाष गांगोली ने कहा कि वे राज बदलने के बाद फिर से इस पैरामैडीकल कालेज को सफीदों में ही लेकर आएंगे। उन्होंने कहा कि यह कालेज अभी जींद नहीं गया है और ना ही कोई इसके लिए जींद में जमीन अलॉट हुई है। सरकार ने उपायुक्त जींद को जमीन चिन्हित करने के लिए कहा है। अभी तीन महीने आचार संहिता लगी हुई है और जींद में कालेज निर्माण की दिशा में कुछ भी होने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि वे किसी भी सूरत में इस पैरामेडीकल कालेज को जींद स्थानांतरित नहीं होने देंगे चाहे उन्हे इसके लिए कितना ही संघर्ष क्यों ना करना पड़े। प्रदेश सरकार ने इस कालेज को जींद ट्रांसफर करने की प्रक्रिया चलाकर सफीदों हलके की जनता के साथ सरासर धोखा किया है।