अम्बाला लोकसभा मे 5 विधानसभा क्षेत्र में वैश्य समुदाय के उम्मीदवारों ने ताल ठोंकी

अम्बाला लोकसभा मे 5 विधानसभा क्षेत्र में वैश्य समुदाय के उम्मीदवारों ने ताल ठोंकी

Ambala Lok sabha Election Result 2024

Ambala Lok sabha Election Result 2024

हुड्डा व शैलजा गुट के अलावा सुरजेवाला के समर्थक वैश्य कांग्रेसी टिकट मांग रहे हैं 

लोकसभा क्षेत्र में भाजपा के पहले से दो वैश्य विधायक हैं 

अंबाला। Ambala Lok sabha Election Result 2024: हरियाणा में लोकसभा चुनाव में अब बहुत कम समय बचा है। टिकट के दावेदार अपने आकाओं से टिकट की फरियाद लगा रहे हैं। अंबाला लोकसभा क्षेत्र की पांच विधानसभा सीटों पर कांग्रेस के अनेक वैश्य समाज के प्रत्याशी टिकट के दावेदार बने हुए हैं। हालांकि प्रदेश कांग्रेस में टिकटों के बंटवारे में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अधिक चलने वाली है लेकिन अंबाला लोकसभा क्षेत्र में कुमारी शैलजा को अनदेखा नहीं किया जाएगा। फिलहाल पंचकूला और अंबाला शहर दो विधानसभा क्षेत्रों में वैश्य समाज के विधायक हैं। अंबाला शहर के विधायक जहां हरियाणा के परिवहन मंत्री हैं वहीं पंचकूला के विधायक ज्ञानचंद अग्रवाल हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हैं। राजनीतिक गलियारों मे चर्चा है कि बुजुर्ग होने के कारण ज्ञान चंद को टिकट न देकर असीम गोयल को पंचकुला सीट पर चुनाव लड़ाया जा सकता है।

कालका विधानसभा से कांग्रेस की टिकट के लिए पूर्व चेयरमैन विजय बंसल प्रबल दावेदार बने हुए हैं। वह रणदीप सुरजेवाला के गुट से आते हैं। कालका क्षेत्र के लिए लड़ाई लड़ने वाले विजय बंसल पार्टी के बचपन से ही सक्रिय राजनीति में है। पंचकूला से विधायक रहे डी के बंसल की धर्मपत्नी अंजली बंसल भी कांग्रेस टिकट की प्रबल दावेदार हैं। वह इस समय भुपेंद्र हुड्डा की समर्थक हैं। डीके बंसल अम्बाला कैंट व पंचकुला से विधायक रहे हैं। यमुनानगर से संगीता अग्रवाल और महेंद्र मित्तल टिकट के दावेदार हैं। संगीता अग्रवाल भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गुट से संबंध रखती हैं। वह पूर्व में नगर परिषद की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। संगीता कांग्रेस की नीतियों में विश्वास रखने वाले और कांग्रेस नेतृत्व में आस्था रखने वाली नेत्री हैं। लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस प्रत्याशी वरूण चौधरी के साथ काम किया था। यमुनानगर से ही महेंद्र मित्तल टिकट के दावेदार हैं। अंबाला कैंट से कुमारी शैलजा की प्रमुख समर्थक वैनू अग्रवाल टिकट की प्रबल दावेदार हैं। उनके लिए प्लस पॉइंट यह है कि वह पहले भी चुनाव लड़ चुकी हैं। अंबाला शहर से पवन अग्रवाल टिकट के प्रबल दावेदार हैं। पूर्व नगर पार्षद पवन अग्रवाल की धर्मपत्नी मीना अग्रवाल ने अंबाला शहर से कांग्रेस की टिकट पर मेयर का चुनाव लड़ा था और मजबूत लड़ाई लड़ी थी। पवन अग्रवाल 2005 से सक्रिय राजनीति में हैं। विभिन्न समाजिक संगठनों व खेल संघ से जुड़े पवन अग्रवाल को अंबाला शहर सीट पर कांग्रेस के मजबूत उम्मीदवार के रूप में देखा जा रहा है। पवन अग्रवाल के अलावा इस सीट पर रोहित जैन भी दावेदार है। ‌इनकी माता किरण बाला जैन भी कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री रही हैं। उनके राजनीतिक संपर्कों का फायदा रोहित जैन को मिल सकता है।

यहां बता दें कि वैश्य समाज हरियाणा में 16 सीटों पर अपनी टिकट की दावेदारी जता रहा है। इस मामले को लेकर विभिन्न मंचों पर विशेष समाज के विभिन्न संगठनों ने आवाज को बुलंद किया है। अग्रवाल वैश्य समाज ने बाकायदा इस मामले में सभी राजनीतिक दलों को ज्ञापन देने का काम भी किया था। यह अग्रवाल वैश्य समाज का दबाव ही था कि भाजपा ने अंतिम समय तक कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर नवीन जिंदल को मनाने का काम किया और उन्हें उम्मीदवार बनाया। अब एक बार फिर हरियाणा में 16  सीटों पर वैश्य समाज अपनी दावेदारी जता रहा है। वैश्य समाज के लिए चिंता की बात है कि पूर्व में इसके इतने विधायक रहे हैं लेकिन बाद में इनकी संख्या तेजी से गिरने लगी और यह 6-7 पर आकर अटक गई। अब वैश्य समाज इस मामले को लेकर एकजुट होता हुआ नजर आ रहा है। अंबाला लोकसभा में पांच विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस टिकट के प्रबल दावेदार होना इस बात का सूचक है कि वैश्य समाज अब राजनीति में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार हो रहा है।आम आदमी पार्टी भी चुनाव की तैयारी मे जुटी है परंतु वैश्य समुदाय के उम्मीदवारों में इस लोकसभा मे कोई सक्रिय नहीं दिखाई दे रहा है।