कानूनी पचड़े में फंसे मनोज बाजपेयी, उत्तराखंड में खरीदी जमीन, मिला नोटिस

Uttarakhand Land Law Violation

Uttarakhand Land Law Violation

अल्मोड़ा। Uttarakhand Land Law Violation: राज्य बनने के बाद बने लचर भू कानूनाें का जमकर लाभ उठाया जा रहा है। जिस प्रयोजन के नाम पर जमीन खरीदी गई उस पर कभी काम हुआ ही नहीं। वहां पर आलीशान कोठियां बना दी गई।

प्रशासन ने सिने स्टार मनोज वाजपेयी सहित अन्य भू स्वामियों को नोटिस जारी कर दिए है अगर इनसे संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो मुकदमे दर्ज किए जाएंगे। वर्तमान में अभी तक करीब 700 नाली भूमि क्रय किए जाने के मामले सामने आ गए हैं।

प्रदेश में सशक्त भू कानून बनाने की मांग के बाद सरकार ने भी सक्रियता दिखाना शुरु कर दिया है। जिसके बाद एक के बाद एक मामले सामने आ रहे है। ढौरा में वर्ष 2007 में तत्कालीन एसएसबी रानीखेत सेक्टर के तत्कालीन आईजी आदित्य मिश्रा ने कृषि बागवानी के नाम पर 17.89 नाली जमीन खरीदी। 2014 में उन्होंने भागीरथी निवासी पौड़ी गढ़वाल को जमीन बेच दी।

10 मामले न्यायालय में और चार मामलों में कार्रवाई गतिमान

वहीं कृषि बागवानी के अलावा इको ट्यूरिज्म, औषधीय पौधों की खेती, हेल्थ रिसोर्टस, योग साधना आदि के नाम पर सैकड़ों नाली जमीन क्रय की गई है। जमीनें बीते दो दशकों से खरीदी जा रही थी। जिन उद्देश्यों के लिए यह भूमि क्रय की गई जांच में वैसा वहां कुछ नहीं पाया गया। छह मामलों में तो सीधे उल्लंघन हुआ है। जबकि अन्य 10 मामले न्यायालय में और चार मामलों में कार्रवाई गतिमान है।

369 नाली भूमि पर होगी जब्ती की कार्रवाई

जिला प्रशासन की जांच पांच मामलों में भू-कानूनों का उल्लंघन पाया गया है। यह भूमि क्रय मुन्योली, चितई में भरत विसंजी 2.176 हे., बिनसर में स्पीयर हैड डवेंचर सर्विस प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली 1.819 हे.,कटारमल में उदय रैना, नाेएडा 2.0475 हे., बिनसर में बालपाड कंसलटेंट प्रा. लि. गुडगांव 1.2 हे., सल्ला रौतेला शीतलाखेत में अमिता घई नई दिल्ली 0.135 हे. नाम से की गई है। प्रशासन कुल 7.3775 हे. यानि 369 नाली भूमि पर जब्ती की कार्रवाई शुरु कर रहा है।

अल्मोड़ा में भूमि क्रय संबंधी मामले, जिन पर हुई कार्रवाई

  • गांव, क्रेता का नाम, प्रयोजन, भूमि, भू उपयोग
  • ढौरा, आदित्य मिश्रा तत्कालीन आइजी एसएसबी, कृषि बागवानी, 0.161 हे. कोटेज निर्माण
  • ढौरा, आनंद सिंह दिल्ली, कृषि बागवानी, 0.889, आवास निर्माण
  • मुन्योली, चितई, भरत विसंजी, कृषि बागवानी, 2.176 हे. उल्लंघन हुआ
  • बिनसर, स्पीयर हैड इवेंचर सर्विस प्रा.लि. दिल्ली, ईको ट्यूरिज्म, 1.819 हे. कोई गतिविधि नहीं
  • कटारमल, उदय रैना, नोएडा, रैनाबाड़ी हेल्थ रिसार्ट, 2.0475 हे., संचालन नहीं हुआ
  • बिनसर, बालपाड कंसलटेंट प्रा. लि. गुडगांव, कृषि हर्बल प्लांट खेती, 1.2 हे., स्थानीय फसल बोई
  • सल्ला रौतेला, शीतलाखेत, अमिता घई, दिल्ली, कृषि बागवानी, 0.135 हे., कुछ भाग में खेती, कुछ बंजर
  • शीतलाखेत, अमिता घई, कृषि आैषधीय पौधों की खेती, 0.158 हे., बंजर है
  • देवलीखान, शीतलाखेत, अनुपम वर्मा, दिल्ली, कृषि बागवानी, 0.061 हे., भूमि रिक्त
  • धामस, आरके सिंह, दिल्ली, कृषि बागवानी, 0.217हे., बंजर
  • डांडाकांडा, प्लीजेंट वैली फाउंडेशन, स्कूल हास्टल निर्माण, 2 हे., अधिकांश रिक्त, सरकारी भूमि में अतिक्रमण
  • लमगड़ा, मनोज वाजपेयी, योग साधना केंद्र, 15 नाली, खाली
  • इसके अलावा रानीखेत में एक हेक्टेयर 50 नाली भूमि के पांच मामलों में कार्रवाई गतिमान

भूमि स्वामियों को नोटिस जारी कर दिए हैं। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर मुकदमे दर्ज किए जाएंगे। वहीं उल्लंघन मामलों पर जब्ती की कार्रवाई की जाएगी। -आलोक कुमार पांडेय, जिलाधिकारी, अल्मोड़ा