पूरे उत्तराखंड में हाई अलर्ट; हल्द्वानी में भीषण हिंसा के बाद कर्फ्यू, इंटरनेट बंद, DM ने कहा- पेट्रोल बम से हमला कर रहे थे दंगाई
Uttarakhand Haldwani Violence Update CM Pushkar Singh Dhami High Level Meeting
Haldwani Violence Update: हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके में वीरवार शाम भीषण हिंसा होने के बाद पूरे उत्तराखंड को हाई अलर्ट पर रखा गया है। जबकि नैनीताल DM वंदना सिंह ने हल्द्वानी में कर्फ्यू लगा दिया है। साथ ही इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। लोगों से अपील की गई है कि, वह बहुत जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर निकलें। वरना घर के अंदर ही रहें। इसके साथ ही सभी स्कूल-कॉलेज और अन्य संस्थान बंद कर दिए गए हैं। व्यवसायिक गतिविधियों पर भी पाबंदी है।
हालांकि, कर्फ्यू का असर हॉस्पिटल और मेडिकल की दुकानें व अन्य जरूरी सेवाओं पर नहीं होगा। हल्द्वानी में भारी पुलिस फोर्स के साथ-साथ PAC की 2 और पैरामिलिट्री फोर्स की 4 कंपनियां तैनात की गईं हैं। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और स्थिति को जल्द से जल्द सामान्य करने के लिए अहम कदम उठाए जा रहे हैं। हिंसा के बाद हालात का जायजा लेने के लिए मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, डीजीपी अभिनव कुमार और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर एपी अंशुमन ने हल्द्वानी का दौरा किया है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने आलाधिकारियों को पूरी स्थिति पर नजदीक से नजर बनाए रखने का आदेश दिया है। धामी ने आलाधिकारियों से हिंसा की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हिंसा की घटना सामने आने के बाद ही वीरवार देर शाम ही त्वरित आलाधिकारियों को सीएम आवास पर तलब कर लिया था और आपात बैठक करते हुए हिंसा के संबंध में समीक्षा की थी और हिंसा को लेकर अहम आदेश जारी किए थे। सीएम ने तत्काल प्रभाव से आईजी-डीआईजी रैंक के अधिकारियों को मौके पर पहुँचने और हिंसात्मक स्थिति पर जल्द काबू पाने का आदेश दिया था। रिपोर्ट के मुताबिक, सीएम धामी ने हिंसा को रोकने के मद्देनजर दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश भी जारी कर दिया था। सीएम का साफ कहना था कि, दंगाइयों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाये। दंगाइयों को चिन्हित किया जाये उन्हें बख्शा न जाये। सीएम ने सभी से शांति बनाने की अपील भी की थी।
हल्द्वानी हिंसा में 2 की मौत, 100 से अधिक कर्मी घायल
बता दें कि, इस हिंसा में 2 लोगों की मौत की जानकारी दी गई है, जबकि पुलिस-प्रशासन और निगम के 100 से अधिक कर्मी घायल हुए हैं। कई कर्मियों की हालत गंभीर है। हिंसा पर उतारू दंगाइयों ने जमकर पथराव किया और आगजनी की। दंगाइयों ने बड़ी संख्या में कई वाहन आग में फूंक डाले। यहां तक की दंगाइयों ने बनभूलपुरा थाने को चारो तरफ से घेरकर वहां हमला किया। दंगाइयों ने थाने के बाहरी हिस्से में काफी ज्यादा तोड़फोड़ की और आग लगाई। इस दौरान पुलिसकर्मी थाने के अंदर थे। जिन्हें दंगाइयों ने घेर रखा था। वहीं पुलिस-प्रशासन कर्मियों के साथ-साथ मौके पर पहुंचे पत्रकार कर्मी भी हिंसा की चपेट में आए हैं। कुछ पत्रकार भी घायल हुए हैं।
हल्द्वानी के बनभूलपुरा में क्यों हुई हिंसा?
दरअसल, कोर्ट के आदेश पर वीरवार शाम लगभग 4 बजे जब पुलिस-प्रशासन और निगम की संयुक्त टीम हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके में मस्जिद-मदरसे के अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए पहुंची तो इसी बीच हिंसा भड़क उठी। जैसे ही मस्जिद-मदरसे पर टीम का बुलडोजर चला तो इसके बाद विरोध करते हुए दंगाइयों ने अचानक पथराव शुरू कर दिया। इलाके में दंगाई चारो तरफ जमा हो चुके थे और हर तरफ से पुलिस-प्रशासन और निगम के कर्मियों पर पत्थर बरसा रहे थे। देखते ही देखते ही दंगाइयों ने आगजनी भी शुरू कर दी और कई पुलिस-प्रशासन और अन्य लोगों की वाहन आग के हवाले करने लगे।
बताया जाता है कि, इस बीच दंगाइयों ने अवैध हथियारों से गोलियां भी चलाईं। पेट्रोल से भरी बोतलें आग लगाकर फेंकी। यानि दंगाई पेट्रोल बम से भी हमला कर रहे थे। इधर, पुलिस-प्रशासन और निगम की टीम को बचने के लिए इधर-उधर भागना पड़ा। हालांकि, थोड़ी ही देर में आसपास के जिलों की भारी फोर्स मौके पर पहुंची तो फिर हवाई फायरिंग, आंसू गैस के गोले छोड़कर दंगाइयों को खदेड़ा गया।
नैनीताल DM ने कहा- प्लानिंग से की गई हिंसा
हल्द्वानी हिंसा पर शुक्रवार सुबह प्रैस वार्ता करते हुए नैनीताल DM वन्दना सिंह ने सारी जानकारी दी। वन्दना सिंह का कहना था कि, बनभूलपुरा इलाके में जो हिंसा हुई, वह प्लानिंग से की गई हिंसा थी। पुलिस बल ने किसी को नहीं उकसाया और न ही किसी को मारा या किसी भी तरह se नुकसान पहुंचाया। लेकिन वहां लोगों की भीड़ पथराव और आगजानी करने पर आमादा थी। डीएम वन्दना सिंह ने बताया कि, होईकोर्ट के आदेश के बाद हल्द्वानी में जगह-जगह अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इससे पहले सभी को नोटिस और सुनवाई के अवसर दिए गए। कुछ ने होईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया, तो वहां से कुछ को समय दिया गया, जबकि कुछ को समय नहीं दिया गया। जहां समय नहीं दिया गया वहां पीडब्ल्यूडी और नगर निगम की ओर से डिमोलिशन अभियान चलाया गया। यह कोई अलग से गतिविधि नहीं थी और किसी विशेष परिसंपत्ति को टारगेट नहीं किया गया।
डीएम वन्दना सिंह ने कहा कि लंबे समय से हल्द्वानी के अंतर्गत सरकारी परिसंपत्तियों को अलग-अलग क्षेत्रों में अतिक्रमण मुक्त कराने का अभियान चल रहा है। जहां इसी क्रम में बनभूलपुरा इलाके में ये दो संरचनाएं हैं, जो धार्मिक संरचना के रूप में पंजीकृत नहीं है और न ही कोई मान्यता प्राप्त है। कुछ लोग इस संरचना को मदरसा कहते हैं और कुछ लोग पूर्ण नमाज स्थल कहते हैं. इसको हमने खाली कराने का काम किया। वन्दना सिंह ने कहा कि, वहां लोगों द्वारा ये योजना बनाई गई थी कि जिस दिन डिमोलिशन अभियान चलाया जाएगा उस दिन हमला किया जाएगा।
डीएम वन्दना सिंह ने बताया कि, सबसे पहले पुलिस-प्रशासन और निगम की संयुक्त टीम पर पत्थरों वाली पहली भीड़ ने हमला किया। जिसको तितर-बितर कर दिया गया। लेकिन इस्क बाद दूसरी भीड़ आई जिसके पास पेट्रोल से भरे बोतल थे उसमें उन्होंने आग लाग के फेंकी। भीड़ ने वहां थाने को घेर लिया और थाने के अंदर मौजूद पुलिस कर्मियों को बाहर नहीं आने दिया गया। उन पर पहले पथराव किया गया और फिर पेट्रोल बम से हमला किया गया। साथ ही थाने के बाहर वाहनों में आग लगा दी गई और धुएं के कारण अंदर पुलिस कर्मियों का दम घुटने लगा। पुलिस थाने की सुरक्षा के लिए ही आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया गया। वन्दना सिंह ने जानकारी दी कि, अभी तक दो लोगों की मौत हुई है। पहले 4 लोगों की मौत की खबर आई थी लेकिन बाद में पता चला कि 2 डेड बॉडी डबल बार गिन ली गईं थीं।
डीएम ने कहा- दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी
डीएम वन्दना सिंह ने कहा कि, परिसंपत्तियों के नुकसान में मुख्य रूप से थाना को पूरी तरह से नुकसान हुआ है। भीड़ ने पुलिस स्टेशन को क्षतिग्रस्त कर दिया। यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। यह सांप्रदायिक घटना नहीं थी। तो इसे सांप्रदायिक या संवेदनशील न बनाया जाए। किसी विशेष समुदाय ने जवाबी कार्रवाई नहीं की। यह राज्य मशीनरी, राज्य सरकार और कानून व्यवस्था की स्थिति को चुनौती देने का एक प्रयास था। डीएम ने कहा कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। घायल पुलिस कर्मियों और प्रशासन के लोगों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। हमारे पास इस पूरे घटनाक्रम में हुए उपद्रव की CCTV फुटेज है। आने वाले दिनों में इस घटना के पीछे उपद्रवी तत्वों को चिन्हित करके उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।