कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत ED के शिकंजे में; उत्तराखंड से दिल्ली-चंडीगढ़ तक कई ठिकानों पर रेड, इस मामले में एक्शन
Uttarakhand Congress Leader Harak Singh Rawat ED Raid Forest Land Scam
Harak Singh Rawat ED Raid: उत्तराखंड कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व वन मंत्री हरक सिंह रावत पर ED ने शिकंजा कसा है। ईडी ने बुधवार सुबह उत्तराखंड समेत दिल्ली-चंडीगढ़ तक रावत के करीब दर्जनभर ठिकानों पर रेड की है। ईडी रावत के देहरादून स्थित निजी आवास और मेडिकल कॉलेज में रेड करने पहुंची। वहीं हरक सिंह रावत के कुछ अन्य सहयोगी और करीबी लोगों पर भी ईडी ने छापेमारी की कार्रवाई की है। ईडी सबके ठिकानों पर तलाशी ले रही है और पूछताक्ष कर रही है।
वन जमीन घोटाले में एक्शन
हरक सिंह रावत पर वन मंत्री रहते वन जमीन घोटाला करने और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। ईडी इसी मामले में हरक सिंह रावत पर एक्शन ले रही है। दरअसल, हरक सिंह रावत 2019-20 में भाजपा की सरकार वन मंत्री थे। आरोप है कि इस दौरान हरक सिंह रावत के इशारे पर उत्तराखंड के पाखरो रेंज में जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व और कालागढ़ वन विभाग में अवैध रूप से हजारों पेड़ों को काटा गया और अवैध निर्माण हुआ। इसीलिए ईडी तत्कालीन वन मंत्री हरक सिंह रावत के अलावा इस पूरे प्रकरण में संलिप्त रहे कुछ फॉरेस्ट अधिकारियों के आवासों पर भी सर्च ऑपरेशन चला रही है।
पिछले साल विजिलेंस ने की थी कार्रवाई
इसी मामले में पिछले साल विजिलेंस ने भी रावत के खिलाफ कार्रवाई की थी। विजिलेंस ने कार्रवाई करते हुए एक डीएफओ को जेल भी भेजा था। फिलहाल अब लोकसभा चुनाव से पहले हरक सिंह रावत पर ईडी की तिरक्षी नजर उनकी मुसीबत बढ़ा सकती है। बताया जा रहा है कि इस बार हरिद्वार लोकसभा सीट से कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार हैं।
BJP से निकाले जाने के बाद कांग्रेस में शामिल हुए थे रावत
गौरतलब है कि 2022 में राज्य विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी से निकाले से जाने के बाद हरक सिंह रावत कांग्रेस में शामिल हो गए थे। बीजेपी ने पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण रावत को छह साल के लिए उत्तराखंड कैबिनेट और भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से बर्खास्त कर दिया था। रावत उत्तराखंड के एक प्रमुख राजनीतिक नेता हैं।