अखिलेश सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति को झटका, कुर्क की गई संपत्ति

Gayatri Prajapati's Property worth Rs 60 lakh Seized

Gayatri Prajapati's Property worth Rs 60 lakh Seized

लखनऊ। Gayatri Prajapati's Property worth Rs 60 lakh Seized: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का आय से अधिक संपत्ति के मामले में सपा के पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के विरुद्ध कार्रवाई का सिलसिला जारी है। ईडी ने गायत्री की 60 लाख रुपये की संपत्ति जब्त की है। गायत्री के बेटे अनिल कुमार प्रजापति के नाम पर मुंबई के वडाला क्षेत्र स्थित एक निर्माणाधीन अपार्टमेंट में फ्लैट बुक कराया गया था।

ईडी के अनुसार, बालाजी कॉर्पोरेशन प्राइवेट लिमिटेड के खाते में बुकिंग के लिए 60 लाख रुपये जमा कराए गए थे। कंपनी के खाते में क्रेडिट बैलेंस के रूप में जमा राशि जब्त की गई है।

ईडी अन्य संपत्तियों के बारे में छानबीन कर रहा है। ईडी ने इससे पूर्व गायत्री प्रजापति व उसके कुनबे की 50.37 करोड़ रुपये की 71 संपत्तियां जब्त की थीं। इनमें 57 बैंक खातों में जमा रकम भी शामिल थे।

2020 में गायत्री प्रजापति पर दर्ज हुआ था केस

सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) ने पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के विरुद्ध नवंबर 2020 में आय से अधिक संपत्ति के मामले में एफआइआर दर्ज की थी। विजिलेंस की खुली जांच में गायत्री की आय से छह गुना संपत्ति सामने आई थी।

आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का है मामला

ईडी ने विजिलेंस की एफआइआर को आधार बनाकर पूर्व मंत्री गायत्री व उसके कुनबे के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति के मामले में भी जांच शुरू की थी। सपा सरकार में हुए बहुचर्चित खनन घोटाले में भी गायत्री प्रजापति के विरुद्ध सीबीआइ व ईडी की जांच चल रही है।

खनन घोटाले में वह नामजद आरोपित हैं। ईडी की जांच में सामने आया था कि गायत्री प्रसाद ने खनन मंत्री रहते हुए अपनी काली कमाई से अपने व परिवार के अन्य सदस्यों के नाम बेशकीमती संपत्तियां खरीदी थीं। नौकर व कर्मचारियों के नाम कई बेनामी संपत्तियां भी खरीदी गई थीं।

कई बड़ी जमीनों में करोड़ों रुपये का निवेश किया गया था। मुंबई में कई फ्लैट खरीदे गए थे। पुलिस ने दुष्कर्म के मामले में पूर्व मंत्री गायत्री को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।

नवंबर 2024 में आयकर विभाग ने की थी कार्रवाई

इससे पहले आयकर विभाग ने नवंबर 2024 में पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की लखनऊ स्थित चार बेनामी संपत्तियां जब्त की थीं। आयकर विभाग की बेनामी निषेध इकाई ने सभी संपत्तियों पर पोस्टर लगवाने के साथ ही डुगडुगी भी पिटवाई।

उस समय जब्त की गई संपत्तियों में गोमतीनगर के खरगापुर स्थित तीन हजार स्क्वॉयर फीट का प्लॉट, मोहनलालगंज के पुरसेनी गांव स्थित दो हजार स्क्वॉयर फीट का प्लाट व 1,014 स्क्वॉयर फीट में बना मकान, आशियाना में स्थित मकान शामिल था।