सेना में सूबेदार की बीवी, बेटा-बेटी रात को आई 'मौत की नींद', छत से घुसे तो फटी रह गई आंखें

Subedar's Wife, Son and Daughter Died

Subedar's Wife, Son and Daughter Died

बांगरमऊ (उन्नाव)। Subedar's Wife, Son and Daughter Died: कमरे में अंगीठी जलाकर सोई सूबेदार (फौजी) की पत्नी व दो बच्चों की दम घुटने से मौत हो गई। जहरीली कार्बन मोनाे आक्साइड गैस से सभी का दम घुटने का अंदेशा जताया गया। सुबह पत्नी के फोन न उठाने पर लद्दाख में तैनात सूबेदार पति ने गांव में रह रहे भाई को जानकारी दी। भाई के पहुंचने पर कमरे का दरवाजा तोड़कर शव बाहर निकाले गए। फोरेंसिक टीम की जांच के बाद पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे हैं।

फतेहपुर चौरासी क्षेत्र के मुन्नीखेड़ा गांव निवासी आलोक सिंह फौज में सूबेदार के पद पर तैनात हैं। मौजूदा समय में उनकी तैनाती लद्दाख में है। पांच वर्ष पहले उन्होंने बांगरमऊ नगर के न्यू कटरा मुहल्ला में मकान बनवाया था। करीब दो वर्ष से आलोक की 35 वर्षीय पत्नी रचना उर्फ नीशू अपने सात वर्षीय बेटे वैभव उर्फ अंश व चार वर्षीय बेटी वैष्णवी के साथ इसी मकान में रह रही थी।

सर्दी से बचने के लिए जलाई अंगीठी

सर्दी से बचने के लिए रविवार रात उसने कमरे में अंगीठी जलाई और ऊपर से भी कोयला रखकर दरवाजे व खिड़की बंदकर सो गई। पुलिस के मुताबिक दरवाजे और खिड़कियां बंद होने से अंगीठी से निकली जहरीली कार्बन मोनो अक्साइड गैस कमरे में भर गई।

स्लो प्वाइजन की तरह काम करने वाली इस गैस से काेई उठ नहीं सका और तीनों की दम घुटने से मौत हो गई। रविवार रात करीब 10 बजे सूबेदार ने पत्नी को फोन मिलाया। फोन नहीं उठा तो सो जाने के अंदेशे से पर दोबारा फोन नहीं मिलाया। सुबह दोबारा फोन मिलाने पर जब पत्नी ने नहीं उठाया तो उन्होंने फतेहपुर चौरासी क्षेत्र के मुन्नीखेड़ा गांव में रहने वाले स्वजन को इसकी जानकारी दी।

चचेरा भाई पंकज गांव से बांगरमऊ स्थित सूबेदार के घर पहुंचा तो घर का मेन मुख्य दरवाजा अंदर से बंद मिला। इस पर वह सीढ़ी लगाकर छत के रास्ते से घर में दाखिल हुआ। जिस कमरे में सभी सोए थे उसका दरवाजा अंदर से बंद मिला।

आसपास लोगों की मदद से पंकज ने दरवाजा तोड़ा तो कमरे में रचना व उसके दोनों बच्चों के शव देख कांप गया। मायके व ससुरालीजन भी पहुंचे और शव देख बेहाल हो गए। सीओ बांगरमऊ अरविंद चौरसिया ने फोरेंसिक टीम की मदद से जांच के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेेजे हैं।

सीओ ने क्या बताया? 

सीओ ने बताया कि अंगीठी जलाकर सोने और उससे निकली मोनो कार्बन मोनो आक्साइड गैस से तीनों की दम घुटने से मौत होने का अंदेशा है। मां और बेटी बेड पर व सात साल के बेटे का शव पास ही जमीन में पड़ा मिला है। बेटे के शव के पास एक खाली गिलास भी मिला है। अंदेशा है कि सांस लेने में परेशानी होने पर बेटा पानी पीने के लिए उठा पर दरवाजा खोलकर बाहर न जा सका और उसकी भी मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।