4 मौतें, सड़कों पर आगजनी और पत्थरबाजी... संभल में 1 दिसंबर तक बाहरी लोगों की एंट्री बंद, मगर चंद्रशेखर ने किया घुसने का ऐलान

Entry of outsiders banned in Sambhal till December 1

Entry of outsiders banned in Sambhal till December 1

Entry of outsiders banned in Sambhal till December 1: उत्तर प्रदेश की संभल की शाही जामा मस्जिद में सर्वे को लेकर एक घंटे तक बवाल होता रहा. उपद्रवियों ने गाड़ियों में आग लगा दी. पुलिस पर पथराव किया. फायरिंग की घटना भी हुई. पुलिस ने भी लाठीचार्ज करते हुए आंसू गैस के गोले दागे और उपद्रवियों को खदेड़ा. हिंसा में 5 लोगों की मौत हो गई. इलाके में इंटरनेट सेवा ठप है. चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है. प्रशासन ने 1 दिसंबर तक बाहरी व्यक्ति, सामाजिक संगठन और जनप्रतिनिधियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है.

हिंसा में 25 से ज्यादा पुलिसकर्मियों समेत 36 लोग जख्मी हुए हैं. एसडीएम और एसओ भी जख्मी हुए हैं. हिंसा को लेकर एक अधिकारी ने कहा कि उपद्रवियों की ओर से फायरिंग की जा रही थी. दीपा सराय इलाके में गोलियों के कुछ छर्रे पुलिसकर्मियों को लगे और वह जख्मी हुए हैं.

मस्जिद में सर्वे सुबह ही क्यों?

अफसरों के मुताबिक, मस्जिद के सर्वे की योजना सुबह के समय इसलिए बनाई गई थी, ताकि मस्जिद में होने वाली नमाज में कोई परेशानी न हो. आमतौर पर शाही मस्जिद में नमाज दोपहर में होती है. प्रशासन ने एहतियातन 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूल सोमवार को बंद रखने के आदेश दिए हैं.

कैसे शुरू हुआ बवाल?

इस घटना को लेकर मंडल आयुक्त ने कहा कि एसपी के पीआरओ संजीव कुमार के पैर में भी गोली लगी है. जबकि एसडीएम के पैर की हड्डी टूट गई है. पुलिस क्षेत्राधिकारी अनुज कुमार को भी गोलियों के छर्रे लगे हैं. डीएम राजेंद्र पेसीया के मुताबिक, सुबह सात बजे सर्वे टीम मस्जिद पहुंच गई थी. सर्वे के शुरुआती दो घंटे बिल्कुल माहौल शांत रहा. सर्वे का काम अच्छे से पूरा हो गया. इसी बीच, अचानक भीड़ जमा हो गई और हंगामा करने लगी. पथराव और गोलीबारी शुरू हो गई.

मुरादाबाद मंडल के आयुक्त आंजनेय कुमार सिंह के मुताबिक, उपद्रवियों के दो तीन ग्रुप थे. इन्हीं में से कुछ लोग फायरिंग कर रहे थे. पुलिस को निशाना बनाते हुए पथराव भी किया जा रहा था. हिंसा में नईम, बिलाल, नोमान, कैफ और अयान की मौत हो गई है. आंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि भीड़ को जिसने भी उकसाया उसे नहीं बख्शा जाएगा. आरोपियों पर रासुका के तहत मामला दर्ज किया जाएगा.

21 लोग हिरासत में

पुलिस अधीक्षक (एसपी) कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि कई जगह कथित वीडियो वायरल हो रहे हैं कि पुलिस ने गोली चलाई है. जबकि ऐसा नहीं है. पुलिस ने गोली नहीं चलाई.जहां पर बवाल हुआ वहां से कारतूस के खोल मिले हैं. जिन 21 लोगों को हिरासत में लिया गया है, उनमें से कुछ के घर में अवैध हथियार भी मिले हैं.

दरअसल, शाही जामा मस्जिद को लेकर हिंदू पक्ष दावा कर रहा है कि यह हरिहर मंदिर है. इसको लेकर हिंदू पक्ष ने कोर्ट का रूख किया था. कोर्ट के आदेश पर ही शाही मस्जिद का सर्वे हो रहा है. सर्वे को लेकर मुस्लिम पक्ष ने भी सहमति दी थी. दोनों पक्षों की मौजूदगी में ये सर्वे हो रहा था.