ग्रेटर नोएडा: 175 एकड़ में वामा सुंदरी और टार्क स्थापित करेगी सेमी कंडक्टर यूनिट, योगी कैबिनेट की मंजूरी
Noida Semi Conductor Unit
ग्रेटर नोएडा। Noida Semi Conductor Unit: यमुना प्राधिकरण (Yamuna Authority) क्षेत्र में वामा सुंदरी इन्वेस्टमेंट (Vama Sundari Investment) के सेमी कंडक्टर इकाई की स्थापना के प्रस्ताव को प्रदेश सरकार ने स्वीकृति दे दी है। कंपनी फॉक्सकॉन (Foxconn) के साथ मिलकर प्राधिकरण क्षेत्र में इकाई स्थापित करेगी। यमुना प्राधिकरण पहले ही कंपनी को जमीन आवंटन पर सैद्धांतिक सहमति दे चुका है।
यमुना प्राधिकरण (Yamuna Authority) क्षेत्र में सेमी कंडक्टर इकाई (Semi Conductor Unit) की स्थापना के लिए कई प्रस्ताव आ चुके हैं। इसमें से एक प्रस्ताव वामा सुंदरी इन्वेस्टमेंट का भी है। आईटी विभाग की ओर से सोमवार को हुई कैबिनेट बैठक में इसका प्रस्ताव रखा गया था। इसे कैबिनेट से अपनी मंजूरी दे दी है।
इतने करोड़ का निवेश करेगी वामा कंपनी
कंपनी प्राधिकरण क्षेत्र में सेमी कंडक्टर इकाई लगाने के लिए 3706 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसमें 3780 लोगों के लिए प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा।
इकाई में किसका होगा निर्माण
इकाई में 240000 यूनिट स्मॉल पैनल ड्राइवर आईसी, डिस्प्ले इंटीग्रेटेड सर्किट का निर्माण होगा। यमुना प्राधिकरण सेक्टर 10 में 50 एकड़ जमीन इकाई स्थापना के लिए आवंटन को लेकर पहले ही सैद्धांतिक सहमति दे चुका है।
इस तरह होगा निवेश
परियोजना के लिए प्रतिदिन 19 हजार केवीए बिजली और 2000 एमएलडी पानी की प्रतिदिन जरूरत होगी। पांच साल में कंपनी इकाई में पूरी रकम निवेश करेगी। पहले साल में 479 करोड़ का निवेश किया जाएगा।
केयंस सेमीकॉन लगाएगी यूनिट
ज्ञात हो कि यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में सेमी कंडक्टर इकाई स्थापना के लिए केयंस सेमीकॉन प्रा. लि., टार्क को प्रस्ताव भी मिल चुका है। केयंस सेमीकॉन प्रा. लि. को सेक्टर 10 में 50 एकड़ जमीन आवंटन के लिए प्राधिकरण सैद्धांतिक सहमति दे चुका है। इसमें 4248 करोड़ का निवेश होगा।
देश में वर्तमान में चार कंपनियों ने किया 150 लाख करोड़ का निवेश
वर्तमान में देश में टाटा एलेक्सी लिमिटेड, माइक्रोन टेक्नोलॉजी, सीजी पावर एंड इंडस्ट्रियल, केयंस सेमीकॉन, डिक्सन टेक्नोलाजीस (इंडिया) लिमिटेड, एसपीईएल सेमीकंडक्टर लिमिटेड, एएसएम टेक्नोलॉजीस लिमिटेड, मोस्चिप टेक्नोलॉजीज लिमिटेड, एचसीएल टेक्नोलॉजीज लिमिटेड और रतनशा इंटरनेशनल रेक्टिफायर लिमिटेड आदि कंपनी चिप उद्योग से जुड़ी हैं।
देश में चिप उत्पादन के लिए पांच यूनिट स्थापित की जा रही हैं। इनमें से दो टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स, एक माइक्रोन टेक्नोलॉजी व एक सीजी पावर एंड इंडस्ट्रियल व एक केयंस की शामिल हैं। चारों कंपनियां करीब 150 लाख करोड़ का निवेश करेंगी।
इनमें सालाना सात करोड़ चिप निर्माण का लक्ष्य है। नए घोषित केयंस सेमीकॉन के प्लांट जो कि गुजरात के साणंद में बनेगा, उसमें सालाना 63 लाख चिप बनेंगी। चिप इंडस्ट्री के लिए भारत में अभी कई चुनौतियां हैं।