निर्भया के दोषियों की फांसी कई बार टलवाई, सीमा हैदर केस लड़ा, अब करेंगे बाबा की पैरवी, जानें कौन हैं वकील एपी सिंह

Advocate AP Singh

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Advocate AP Singh: हाथरस में सत्संग समारोह कराने वाले बाबा नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा का पत्र सामने आया है, जिसमें उन्होंने शोक संवेदना घटना को लेकर व्यक्त की है. साथ ही सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील एपी सिंह उसका केस लड़ेंगे, ये भी सामने आया है.  नारायण सरकार हरि ने सुप्रीम कोर्ट के सीनियर अधिवक्ता AP सिंह को अपना वकील नियुक्त किया है.

उधर, मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम के प्रमुख नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा की ओर से एक पत्र भी जारी किया गया है. इसमें हाथरस में मची भगदड़ में मारे गए लोगों के प्रति दुख जताया गया है. साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की गई है. इसमें यह भी कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट एपी सिंह उनका केस लड़ेंगे. बाबा ने पत्र में दावा किया गया है कि समागम यानी सत्संग में यह भगदड़ कुछ असामाजिक शरारती तत्वों द्वारा कराई गई. इसमें हाथरस के सिकंदरारऊ के फुलराई गांव में दो जुलाई की घटना का जिक्र है.

एपी सिंह ने पाकिस्तान से दुबई के रास्ते नेपाल से यूपी में दाखिल होने वाली सीमा हैदर का केस लड़ा है. पाकिस्तान से चार बच्चों के साथ भागकर सीमा हैदर सचिन मीणा के साथ चोरी छिपे नेपाल से उत्तर प्रदेश बॉर्डर से अवैध तरीके से घुसी थी. फिर वो नोएडा पहुंच गई, लेकिन धीरे-धीरे पूरे गांव में पाकिस्तानी युवती के भागकर आने की सूचना फैली. एपी सिंह की मजबूत पैरवी का ही नतीजा है कि सचिन मीणा और सीमा हैदर जेल से बाहर हैं और शादी के बाद सकुशल जीवन यापन कर रहे हैं.

एपी सिंह ने कहा कि बाबा नारायण साकार हरि भागे नहीं हैं. वो अपने अनुयायियों के लिए हमेशा उपस्थित रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता ने कहा, भोले बाबा सही समय पर सबके सामने आएंगे. उनकी ओर से वो ये आश्वासन दे रहे हैं. 

नारायण साकार बाबा के अधिवक्ता के मुताबिक, बाबा ने सफाई में कहा है कि भगदड़ से पहले ही वो पंडाल से निकल गए थे.हाथरस हादसे के 28 घंटे बाद यह सफाई उनकी ओर से सामने आई है. हालांकि वो इस वक्त किस लोकेशन पर हैं. क्या वो यूपी से बाहर निकल चुके हैं. कब वो सामने आकर पुलिस और कानूनी कार्यवाही का सामना करेंगे, इस पर एपी सिंह ने इंतजार करने की बात कही है. पुलिस ने हालांकि हाथरस केस में जो एफआईआर दर्ज की है, उसमें बाबा का नाम नहीं है. इसमें सेवादारों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है