US Revokes Sheikh Hasina Visa- बांग्लादेश की पूर्व PM शेख हसीना को बहुत बड़ा झटका; अमेरिका से वीजा रद्द किए जाने की खबर

बांग्लादेश की पूर्व PM शेख हसीना को बहुत बड़ा झटका; अमेरिका से वीजा रद्द किए जाने की खबर, US ने बंद किए अपने दरवाजे, प्रवेश नहीं

US Revokes Former Bangladesh PM Sheikh Hasina Visa Insider Sources

US Revokes Former Bangladesh PM Sheikh Hasina Visa Insider Sources

US Revokes Sheikh Hasina Visa: बांग्लादेश में भीषण हिंसा और अराजकता के बीच प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर आनन-फानन में भारत पहुंचीं शेख हसीना इस समय दिल्ली में हैं। बताया जा रहा है कि, हसीना यूके में राजनीतिक शरण लेना चाहती हैं। लेकिन उन्हें अभी तक वहां से इसके लिए क्लियरेंस नहीं है। इस बीच पूर्व PM शेख हसीना को अमेरिका ने बहुत बड़ा झटका दिया है।

बांग्लादेश मीडिया और अन्य मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी जा रही है कि, अमेरिका (US) ने शेख हसीना का अमेरिकी वीजा रद्द कर दिया है। यानि अगर ऐसा है तो शेख हसीना के लिए अमेरिका के दरवाजे पूरी तरह से बंद हो चुके हैं। हसीना अमेरिका में अब प्रवेश नहीं कर सकती हैं। वह अमेरिका में राजनीतिक शरण नहीं ले पाएंगी।

फिलहाल यह घटनाक्रम उन रिपोर्टों के बीच हुआ है, जिनमें कहा जा रहा है कि अमेरिका सहित पश्चिमी देश शेख हसीना को सत्ता से बेदखल करना चाहते थे और बांग्लादेश में तख़्तापलट कराने में अमेरिका सहित पश्चिमी देशों की भूमिका है। वहीं बांग्लादेश में भीषण हिंसा के पीछे पाकिस्तान का नाम भी आ रहा है।

अमेरिका के साथ ज्यादा अच्छे नहीं रहे शेख हसीना के संबंध

माना जाता है कि बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना के अपने कार्यकाल के दौरान अमेरिका के साथ संबंध अच्छे नहीं थे। शेख हसीना के पीएम रहते बांग्लादेश और अमेरिका के बीच दूरी सी दिखती रही है। एक बार शेख हसीना ने अमेरिका को मिलेट्री बेस बनाने के लिए आइलैंड देने से भी साफ इनकार कर दिया था। माना जा रहा है, जिसके कारण उनको अब परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

क्या शेख हसीना को UK में मिलेगी शरण?

शेख हसीना इस समय अपनी बहन रेहाना के साथ भारत की अस्थायी शरण में हैं। यहां से वे यूके में राजनीतिक शरण के लिए प्रयास कर रहीं हैं। अब देखना यह होगा कि, शेख हसीना की गुहार यूके सुनता है या नहीं। उन्हें यूके में पनाह मिलती है या नहीं।

भारत में बांग्लादेश की सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ाई गई

फिलहाल, भारत सरकार यह तय करने में लगी है कि, बांग्लादेश में जो कुछ हो रहा है। उसका असर भारत की शांति और सुरक्षा पर न पड़ने पाये। बांग्लादेश की अराजकता और हिंसा से भारत की शांति और सुरक्षा में खलल पैदा करने की कोई हिमाकत न की जाए। इसके लिए भारत सरकार पूरी तरह से सतर्क है और अलर्ट होने के साथ एक्शन मोड में भी है। भारत में बांग्लादेश की सभी सीमाओं पर सुरक्षा दुरुस्त कर दी गई है। बीएसएफ़ और सेनाओं के साथ सुरक्षा एजेंसियां कड़ी नजर बनाए हुए हैं।

बांग्लादेश में प्रधानमंत्री आवास पर प्रदर्शनकारियों का कब्जा

एक तरफ जहां शेख हसीना ढाका स्थित प्रधानमंत्री आवास को छोड़कर भारत पहुंचीं तो वहीं दूसरी तरफ सड़कों पर उग्र हुए प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री आवास पर कब्जा कर लिय। प्रदर्शनकारियों की भारी भीड़ प्रधानमंत्री आवास के अंदर घुस गई। इस बीच पीएम आवास में प्रदर्शनकारियों के उत्पात की कई तस्वीरें लगातार सामने आईं। प्रधानमंत्री आवास के अंदर प्रदर्शनकारी वहां के सामान और चीजों पर धावा बोलते देखे गए। प्रदर्शनकारियों ने पीएम आवास पर खाना भी छका. इसके साथ ही वह पीएम आवास की चीजों को इस्तेमाल करते हुए दिखे। प्रदर्शनकारियों ने पीएम आवास से चीजों की जमकर लूट भी की।

बांग्लादेश में हिंसा में 100 से ज्यादा लोगों की मौत

बांग्लादेश में हिंसा की स्थिति ताजी नहीं है। बल्कि पिछले महीने भी बांग्लादेश में भारी हिंसा पनप चुकी है और कईयों की मौत हो चुकी है। वहीं बीते रविवार से फिर से बांग्लादेश में स्थिति बिगड़ी। बांग्लादेश में लोगों के उग्र विरोध प्रदर्शन के बीच मार-काट मच गई। आगजनी की गई। तोड़फोड़ की गई। इस भारी हिंसा के बीच बीते रविवार से अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं बांग्लादेश की राजधानी ढाका में स्थिति बेहद संवेदनशील है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि प्रदर्शनकारियों प्रधानमंत्री के आवास पर कब्जा कर लिया है।

बता दें कि, बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण का विरोध हो रहा था। यहां के लोग सरकारी नौकरियों में कोटा समाप्त करने की मांग को लेकर पिछले महीने से प्रदर्शन कर रहे थे। इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में छात्र शामिल रहे. प्रदर्शन ने हिंसा का रूप ले लिया। दरअसल, प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि 1971 के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों के लिए 30 प्रतिशत सरकारी नौकरियों को आरक्षित करने वाली कोटा प्रणाली को समाप्त किया जाए। पहले जब हिंसा भड़की थी तब बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट ने कोटे की सीमा को घटा दिया था। लेकिन विरोध नहीं थमा.

2009 से लगातार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रहीं शेख हसीना

शेख हसीना, बांग्लादेश के राष्ट्रपिता (संस्थापक) और पहले राष्ट्रपति शेख मुजीबुर्रहमान की बेटी हैं। बांग्लादेश में अवामी लीग पार्टी की नेता शेख हसीना बांग्लादेश के इतिहास में सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री पद पर सेवा करने वाली नेता हैं। शेख हसीना जून 1996 में बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा ज़िया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) को सत्ता से हटाकर पहली बार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री बनी थीं और वह जुलाई 2001 तक प्रधानमंत्री पद पर रहीं। 1971 में पाकिस्तान से अलग होकर एक स्वतंत्र देश (बांग्लादेश) बनने के बाद से यह पहली बार था कि जब किसी बांग्लादेशी प्रधानमंत्री का पहला पूर्ण पांच साल का कार्यकाल रहा हो।

वहीं इसके बाद शेख हसीना जनवरी 2009 से 5 अगस्त तक लगातार बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के रूप में कार्यरत रहीं. 6 महीने पहले ही शेख हसीना 5वीं बार बांग्लादेश की पीएम बनी थीं। दरअसल, 6 महीने पहले जनवरी 2024 में बांग्लादेश में लोकसभा चुनाव हुआ था। जहां शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग को कुल 300 सीटों में 200 से ज्यादा सीटों पर जीत मिली थी। लेकिन इस जीत के बावजूद शेख हसीना अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाईं और लगातार हो रही हिंसा के बीच प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। न सिर्फ इस्तीफा बल्कि अपना देश छोड़कर दूसरे देश में शरण लेनी पड़ी है।

बता दें कि, शेख हसीना दुनिया की सबसे लंबे समय तक पीएम पद पर सेवा करने वाली मुस्लिम महिला नेता भी हैं। हसीना 2018 में टाइम की दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में से एक थीं और उन्हें फोर्ब्स द्वारा 2015, 2018 और 2022 में दुनिया की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं में से एक के रूप में सूचीबद्ध किया गया था।

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