अमेरिकी चुनाव का पड़ा बिटकॉइन पर गहरा असर इसकी कीमत हुई 75000 डॉलर के पार

अमेरिकी चुनाव का पड़ा बिटकॉइन पर गहरा असर इसकी कीमत हुई 75000 डॉलर के पार

 बिटकॉइन की कीमतों में बढ़ोतरी देख सब की आंखें खुली की खुली रह गई।

Bitcoin Price Rise: राष्ट्रपति चुनाव को लेकर केवल अमेरिका में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में ही असर देखने को मिला। पूरी दुनिया की नजरें अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव की तरफ ही है और इस चुनाव के दौरान कभी अर्थव्यवस्था तो कभी ऑयल प्राइस की कीमतों में घटाव और चढ़ाव देखने को मिली। हाल ही में बिटकॉइन की कीमतों में बढ़ोतरी देख सब की आंखें खुली की खुली रह गई।

बिटकॉइन की कीमतों में हुआ इजाफा

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम जैसे ही आने लगे वैसे ही बिटकॉइन की कीमतों में बड़ी तेजी के साथ इजाफा देखने को मिला। जैसे ही यह खबर आई कि रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप ने डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस से ज्यादा वोट हासिल किए हैं वैसे ही बिटकॉइन की कीमत 75000 डॉलर को भी पार कर गई। बिटकॉइन ने 75060 डॉलर का कारोबार किया है। जो 8.4% की वृद्धि को दर्शाता है। इसके अलावा इथर 7.2% तक बढ़ गया, इतना ही नहीं बाजार की सकारात्मक प्रतिक्रिया हैरिस की तुलना में डोनाल्ड ट्रंप की क्रिप्टो करेंसी पर ज्यादा नजर आई।

निवेशक कर रहें थें महीनों से इंतेज़ार

क्रिप्टो निवेशक महीनों से राष्ट्रपति चुनाव का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे, उन्हें यकीन था कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जीत बिटकॉइन और अन्य डिजिटल संपत्तियों के लिए अच्छी होगी, क्योंकि इस साल की शुरुआत में बिटकॉइन 2024 सम्मेलन में ट्रंप ने खुद को क्रिप्टो में विश्वास रखने वाले के रूप में प्रचारित किया था। जिससे उम्मीद जगी कि रिपब्लिकन पार्टी डिजिटल मुद्राओं का समर्थन करेगी। 2009 में अपनी शुरुआत के बाद से बिटकॉइन ने तीन चुनाव चक्र को पार किया जिसमें से प्रत्येक के बाद नई ऊंचाइयों पर इसकी कीमतें पहुंची।

विशेषज्ञों का क्या कहना है

कॉन्स्विच के बिजनेस हेड बालाजी श्री हरि ने कहा है कि यह उछाल एक्सचेंज ट्रेडर्स फंड में महत्वपूर्ण प्रवाह और अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे को लेकर बढ़ती अटकलें से प्रेरित है, उन्होंने कहा कि सिर्फ बिटकॉइन ही नहीं बल्कि डॉग कॉइन, सुलाना और शीबा इनु जैसे अन्य लोकप्रिय टोकर में भी महत्वपूर्ण मात्रा में उछाल आया है। तो वही विजयर एक्स के सह संस्थापक निश्चल शेट्टी ने कहा कि क्रिप्टो ट्रंप के अभियान का एक मुख्य तत्व रहा और डिजिटल संपत्तियों के प्रति उनके भविष्य के दृष्टिकोण को उद्योग के अनुकूल और लचीला माना गया है। हालांकि निवेशकों को हर स्तर पर बिटकॉइन की कीमतों में उतार-चढ़ाव के बारे में सतर्क रहना चाहिए क्योंकि चुनाव के आसपास भी भावना में बदलाव और परिणाम की घोषणा के बाद कीमतों पर भारी असर पड़ सकता है।