मुजफ्फरनगर में उर्मिला हत्याकांड का राजफाश, गुस्‍से में दोस्‍त की जगह कर दी थी मां की हत्‍या

मुजफ्फरनगर में उर्मिला हत्याकांड का राजफाश, गुस्‍से में दोस्‍त की जगह कर दी थी मां की हत्‍या

मुजफ्फरनगर में उर्मिला हत्याकांड का राजफाश

मुजफ्फरनगर में उर्मिला हत्याकांड का राजफाश, गुस्‍से में दोस्‍त की जगह कर दी थी मां की हत्‍या

मुजफ्फरनगर में पुलिस ने रतनपुरी थाना क्षेत्र के कैलाशपुर में हुई बुजुर्ग उर्मिला की हत्या का खुलासा कर दिया है। पुलिस की जांच में पता चला कि उसके बेटे के प्रेम-प्रसंग में महिला की हत्या की गई थी।पुलिस ने गांव के ही आरोपी अमित नाम के युवक को गिरफ्तार किया है। मृतक महिला के छोटे बेटे संदीप का गांव की ही एक युवती से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। इसकी जानकारी युवती के भाई को मिल गई। इसी बात से नाराज होकर वह धारदार हथियार लेकर संदीप पर हमला करने के लिए पहुंचा था, लेकिन उस वक्त संदीप घर पर नहीं मिला। बुजुर्ग महिला ने युवती के भाई से गुस्से की वजह पूछी तो उसने धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी थी।

ये था पूरा मामला

मुजफ्फरनगर जनपद में रतनपुरी के गांव कैलाशनगर में हुई बुजुर्ग महिला उर्मिला की हत्या के मामले में पुत्र संदीप की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किया था। पुलिस की चार टीमें इस जघन्य हत्याकांड के खुलासे के लिए जुटी थी। डॉग स्क्वाड, फील्ड यूनिट के साथ साथ सर्विलांस टीम की भी मदद ली जा रही थी।

बुधवार की रात रतनपुरी थाना क्षेत्र के गांव कैलाशनगर निवासी 62 वर्षीय महिला उर्मिला पत्नी स्वर्गीय सतपाल सिंह की उस समय अज्ञात हमलावरों ने धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या कर दी थी, जब वह रसोई में खाना बना रही थी। घटना के समय मृतका घर पर अकेली थी। उसका एक बेटा राजू डेयरी पर गया हुआ था, जबकि दूसरा बेटा संदीप किसी काम से सिकंदरपुर गया हुआ था। घर लौटने पर संदीप ने अपनी माता को लहूलुहान देखकर शोर मचाया और पुलिस को सूचना दी थी। 

एसपी देहात अतुल कुमार श्रीवास्तव, सीओ बुढ़ाना विनय गौतम, तहसीलदार खतौली आरती यादव और इंस्पेक्टर रतनपुरी विनोद कुमार सिंह ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर छानबीन की थी। ग्रामीणों ने मामले के जल्द खुलासे और परिवार को आर्थिक सहायता को लेकर शव उठाने का विरोध किया था। पुलिस अधिकारियों की ओर से खुलासे के लिए एक हफ्ते का समय दिया गया। तहसीलदार आरती यादव ने अधिक से अधिक आर्थिक सहायता के आश्वासन पर ही ग्रामीणों ने शव को उठाने दिया था।