जेपीसी की बैठक में दिखी मुस्लिम महिलाओं की एकजुटता, वक़्फ बोर्ड के संशोधन को लेकर रखी अपनी बात
JPC Adhyaksh: अभी कुछ दिनों से भारतीय जनता पार्टी सांसद जगदंबिका पाल की अध्यक्षता में वक़्फ बोर्ड की लगातार बैठकें बुलाई जा रही है। दरअसल सांसद वक़्फ बोर्ड के संशोधन बिल को लेकर विचार कर रही है, लेकिन जेपीसी के नेताओं ने जगदंबिका पाल पर ही आरोप लगाए कि उनके द्वारा एक तरफा फैसले लिए जा रहे हैं। तो चलिए पूरे विस्तार से जानते हैं कि आखिर पूरा मुद्दा है क्या?
एक तरफा फैसले लिए गए
विपक्षी सदस्यों ने अध्यक्ष जगदंबिका पाल पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके द्वारा एक तरफा फैसले लिए जा रहे हैं, और पूरी प्रक्रिया को ध्वस्त करने की तैयारी की जा रही है। इस मुद्दे को लेकर विपक्षी सांसद ने मंगलवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात भी करने की ठानी है, इसके अलावा उन्होंने बिरला के नाम एक पत्र भी लिखा है, जिसमें दावा किया गया है कि समिति की कार्यवाही में उनकी बातों को अनसुना किया गया। तो वहीं दूसरी तरफ वक़्फ प्रबंधन को दुरुस्त करने के उद्देश्य से प्रस्तावित कानून के लिए मुस्लिम महिला समूह ने अपना समर्थन दिया और यह पहली बार था, जब किसी महिला समूह को संयुक्त संसदीय समिति द्वारा बुलाया गया था।
वक़्फ बोर्ड से मांगी है जानकारियां
मुस्लिम महिला समूह ने बोर्ड से अपनी सामाजिक कल्याण गतिविधियों को स्पष्ट करने को कहा है। समूह ने बोर्ड से विशेष रूप से अनाथों, विधवाओं, तलाकशुदा महिलाओं और विधवा पुनर्विवाह चाहने वालों को प्रदान की जाने वाली सहायता पर विस्तृत स्पष्टीकरण भी करने को कहा। उन्होंने भू माफियाओं के खिलाफ उठाए गए कदमों की भी जानकारी मांगी। इसके अलावा मुस्लिम महिला समूह ने संयुक्त संसदीय समिति के समक्ष अपने विचार और सुझाव भी रखे हैं।
महिलाओं ने जमकर उठाए सवाल
मुस्लिम महिला समूह ने भ्रष्टाचार का मुद्दा भी उठाया। बोर्ड से पूछा गया कि वह मुस्लिम समुदाय के लिए कौन से सामाजिक कल्याण कार्य करते हैं? इसके अलावा भू माफियाओं के खिलाफ उन्होंने कौन से कदम उठाए हैं? समूह ने वक्त बोर्ड में माफिया राज को हटाने की भी बात कही। इसके अलावा यह भी कहा गया कि यदि कोई वक्फ संपत्ति लूटने का प्रयास करता है तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज होना चाहिए।