''पंजाब में कानून-व्यवस्था सुधार लें, नहीं तो..''; केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने CM भगवंत मान को दे दी वार्निंग, मामला बेहद गंभीर है
Union Minister Nitin Gadkari Warning Letter To Punjab CM Bhagwant Mann
Gadkari Warning To Bhagwant Mann: केंद्रीय सड़क-परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने पंजाब के सीएम भगवंत मान को वार्निंग भरी चिट्ठी लिखी है। जिसमें यह कहा गया है कि, पंजाब में कानून-व्यवस्था ठीक नहीं है और अगर इसमें सुधार नहीं किया जाता है तो ऐसे में फिर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को पंजाब में अपने 8 प्रोजेक्ट रद्द करने होंगे। जिनकी कुल लंबाई 293 किलोमीटर और कुल लागत 14,288 करोड़ रुपये है। गडकरी ने कहा कि, NHAI के पास इसके अलावा और कोई विकल्प नहीं बचेगा। जबकि पंजाब में NHAI द्वारा 3 प्रोजेक्ट पहले ही रद्द किए जा चुके हैं। जिनकी कुल लंबाई 104 किलोमीटर और कुल लागत 3,263 करोड़ रुपये है।
दरअसल, गडकरी ने NHAI के अधिकारियों और ठेकेदारों की सुरक्षा को लेकर पंजाब सरकार पर सवाल उठाए हैं। सीएम मान को इस तरह की चिट्ठी लिखने पर नितिन गडकरी तब मजबूर हुए हैं। जब पंजाब में NHAI के अधिकारियों और ठेकदारों व उनकी टीम के साथ अप्रिय हिंसक घटनाएं सामने आई हैं। इसके साथ ही नितिन गडकरी ने अपनी चिट्ठी में भूमि अधिग्रहण के लंबित मामलों का भी मुद्दा उठाया है।
गडकरी ने अपनी चिट्ठी में कहा है कि, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण पंजाब में ग्रीनफील्ड और ब्राउनफील्ड कॉरिडोर के साथ दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस-वे का निर्माण कर रहा है। इस काम में लगे भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों, ठेकेदारों और उनकी टीम की की सुरक्षा को खतरा है। उनकी सुरक्षा को लेकर मुझे गंभीर चिंता हो रही है। वहीं एनएचएआई के अधिकारी और ठेकेदार भी अपनी सुरक्षा को लेकर परेशान हो रहे हैं।
गडकरी बोले- धमकी दी गई कि जिंदा जला देंगे
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने CM भगवंत मान के सामने दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस-वे के निर्माण के दौरान 2 अप्रिय हिंसक घटनायें ध्यान में लाईं हैं। गडकरी ने सीएम मान को बताया कि, एक हिंसक घटना जालंधर में हुई। जिसमें एक इंजीनियर को बुरी तरह पीटा गया। इस मामले में शिकायत तो दर्ज हुई है, लेकिन कड़ी कार्रवाई भी होनी चाहिए। वहीं दूसरी घटना लुधियाना में हुई। जिसमें एक्सप्रेस वे कॉन्ट्रैक्टर के प्रोजेक्ट कैंप पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। इसके साथ ही इंजीनियर को कैंप और सभी कर्मचारियों को जिंदा जलाने की धमकी दी गई।
गडकरी ने कहा कि, इस मामले में NHAI अधिकारियों की लिखित शिकायत के बावजूद अब तक मामला नहीं दर्ज किया गया है और न ही उन्हें गिरफ्तार किए जाने की कोई कार्रवाई की गई है। नितिन गडकरी ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि, पंजाब सरकार को ऐसी घटनाओं में स्वता संज्ञान लेकर तत्काल कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और भविष्य में फिर से ऐसी घटनायें न हों। इसके लिए कानून-व्यवस्था को मजबूत बनाना चाहिए। जिससे NHAI के अधिकारियों और ठेकेदारों में पंजाब में सुरक्षा को लेकर चिंता और भय का माहौल पैदा हो रहा है। वो न हो।
नितिन गडकरी ने अपनी चिट्ठी में भूमि अधिग्रहण का भी मुद्दा भी उठाया है। नितिन गडकरी ने कहा कि एक महीने पहले पंजाब में राजमार्ग परियोजनाओं की समीक्षा बैठक की गई थी और आश्वासन दिया था कि पंजाब में कानून-व्यवस्था में सुधार लाने के साथ भूमि अधिग्रहण के लंबित मुद्दों को हल किया जाएगा। गडकरी ने कहा कि कानून व्यवस्था सुधारने को लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया है बल्कि स्थिति और बदतर हो गई है।
गडकरी ने कहा कि भूमि अधिग्रहण के मुद्दे लंबित होने की वजह से कई जगहों पर ठेकेदारों को निशाना बनाया जाता है। नितिन गडकरी ने अगर यही चलता रहा और पंजाब में हालात नहीं सुधरे तो एनएचएआई के पास आठ हाइवे प्रोजेक्ट को रद्द करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा। एनएचएआई ने पहले ही तीन प्रोजेक्ट रद्द कर दिये हैं।