''वन नेशन-वन इलेक्शन'' को केंद्रीय कैबिनेट से मंजूरी; अश्विनी वैष्णव ने कहा- बड़ी संख्या में इस पहल को समर्थन, कांग्रेस बोली- ये सही नहीं

Union Cabinet Accepts One Nation-One Election Proposal by High Level Committee
One Nation-One Election: ''वन नेशन-वन इलेक्शन'' को लेकर बहुत बड़ी खबर सामने आ रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्रीय कैबिनेट से ''वन नेशन-वन इलेक्शन'' को मंजूरी मिल गई है। कैबिनेट ने 'एक राष्ट्र-एक चुनाव' पर गठित उच्च स्तरीय समिति (रामनाथ कोविंद कमेटी) की सिफारिशों को स्वीकार कर लिया है. माना जा रहा है कि, अब केंद्र सरकार शीतकालीन सत्र में इस संबंध में बिल संसद में पेश करेगी। हालांकि, इस बिल को लेकर संसद में सरकार के खिलाफ विरोध और हंगामे के पूरे आसार हैं। कांग्रेस ''वन नेशन-वन इलेक्शन'' के पक्ष में नहीं है।
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा- ये व्यवस्था काम नहीं कर सकती
''वन नेशन-वन इलेक्शन'' को केंद्रीय कैबिनेट से मंजूरी दिए जाने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि, हम इसके साथ नहीं हैं। लोकतंत्र में 'एक राष्ट्र एक चुनाव' काम नहीं कर सकता। अगर हम चाहते हैं कि हमारा लोकतंत्र बचा रहे तो चुनाव जब भी जरूरत हो, कराए जाने चाहिए। वहीं कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि, यह इस देश में बिल्कुल भी व्यावहारिक नहीं है। ''वन नेशन-वन इलेक्शन'' से वर्तमान मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश की जा रही है।
अश्विनी वैष्णव ने कहा- बड़ी संख्या में इस पहल को समर्थन
वहीं 'एक राष्ट्र-एक चुनाव' पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव का कहना है कि, राजनीतिक स्पेक्ट्रम में बड़ी संख्या में राजनीतिक दलों ने वास्तव में एक राष्ट्र एक चुनाव पहल का समर्थन किया है। जब वे उच्च स्तरीय बैठकों के साथ बातचीत करते हैं, तो वे बहुत ही संक्षिप्त तरीके से और बहुत स्पष्टता के साथ अपना इनपुट देते हैं। हमारी सरकार उन मुद्दों पर आम सहमति बनाने में विश्वास करती है जो लंबे समय में लोकतंत्र और राष्ट्र को प्रभावित करते हैं।
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि, यह एक ऐसा विषय है, जो हमारे राष्ट्र को मजबूत करेगा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन के बयान को लेकर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि, बहुत जल्दी विपक्ष में आंतरिक दबाव (एक राष्ट्र एक चुनाव के बारे में) न बनने लगे क्योंकि 80% से अधिक लोगों ने इसे सकारात्मक समर्थन दिया है, खासकर युवा, वे इसके पक्ष में हैं।
CM सैनी ने कहा- देश के हित में ये निर्णय
केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा 'एक राष्ट्र-एक चुनाव' को मंजूरी मिलने पर हरियाणा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि मैं पीएम मोदी को बधाई देता हूं क्योंकि वह जो निर्णय कर रहे हैं वह देश के हित में ले रहे हैं। आज कैबिनेट ने जब 'एक राष्ट्र-एक चुनाव' को मंजूरी दी है तो इसके लिए मैं बहुत बधाई देता हूं। ऐसा होने से देश का खर्चा कम होगा और विकास की गति बढ़ेगी। वहीं कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने कहा कि यह सबसे ऐतिहासिक दिन है। एक राष्ट्र एक चुनाव सिर्फ पीएम मोदी का सपना नहीं है, करोड़ों भारतीयों ने इसका सपना देखा था। इससे समय की बचत तो होगी ही, साथ ही हजारों करोड़ रुपये की बचत भी होगी क्योंकि चुनाव पूरे साल चलते रहते हैं।
वहीं केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा 'एक राष्ट्र एक चुनाव' को मंजूरी मिलने पर JDU राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा, "ये बदल रहे भारत की तस्वीर और बेहतर बनेगी। चुनाव के खर्च का जो भीमकाय आकार है उसको काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकेगा। मतदान केंद्रों पर बड़ी संख्या में लोग कतार में लगेंगे। समय पर सुरक्षाबलों की तैनाती होगी और बेहतर तरीके से होगी। कैबिनेट के इस फैसले से अब यह मार्ग प्रशस्त हो गया है कि लोकसभा और विधानसभा के चुनाव भविष्य में जब होंगे तो एक साथ कराए जाने का रास्ता तय हो गया है।