बजट में इनकम टैक्स को लेकर सरकार का बड़ा ऐलान; न्यू टैक्स रिजीम वालों के टैक्स स्लैब में बदलाव, कितनी राहत-कितनी बचत, जानिए
Union Budget 2024 Over Presented By Finance Minister Nirmala Sitharaman
NDA Govt Budget 2024: केंद्र की एनडीए सरकार ने आज अपना पूर्ण बजट 2024-25 पेश कर दिया. प्रधानमंत्री मोदी के तीसरे कार्यकाल का यह पहला बजट था। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद के लोकसभा सदन में सुबह 11 बजे से बजट पेश किया। वह बजट को लेकर लगभग 1.30 घंटे से ज्यादा बोलीं। सरकार के इस बजट पर पूरे देश की नजर थी। खासकर नौकरीपेशा-सैलरी वाले मध्यमवर्गी टैक्सपेयर्स लोग इनकम टैक्स में बड़ी राहत मिलने की उम्मीद लगाए बैठे थे। जहां सरकार ने भी बजट में इनकम टैक्स को लेकर बड़ा ऐलान कर दिया। हालांकि, सरकार ने ज्यादा बड़ी राहत तो नहीं दी है लेकिन टैक्स स्लैब में बदलाव होने से कुछ राहत तो मिलने ही वाली है।
बता दें कि, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में ऐलान किया है कि, न्यू टैक्स रिजीम में टैक्स स्लैब को संशोधित किया जाएगा। हालांकि, पुराने टैक्स इनकम टैक्स स्लैब में किसी भी तरह के बदलाव की घोषणा नहीं की गई है। वित्त मंत्री के मुताबिक, न्यू टैक्स रिजीम के तहत अब स्टैंडर्ड डिडक्शन की लिमिट 50 हजार रुपये से बढ़ाकर 75 हजार रुपये की जा रही है। वित्त मंत्री ने कहा कि, नौकरीपेशा वाले सैलरीड इंडिविजवल और पेंशनरों के लिए न्यू टैक्स रिजीम में तीन लाख रुपये सालाना आय तक कोई टैक्स नहीं लगेगा।
वहीं 3 लाख से 7 लाख सालाना आय पर 5% टैक्स देना होगा। जबकि 7 लाख से 10 लाख की सालाना आय पर 10% टैक्स, 10 लाख से 12 लाख सालाना आय पर 15% टैक्स, 12 लाख से 15 लाख सालाना आय पर 20% टैक्स और 15 लाख से ऊपर सालाना आय पर 30% टैक्स देना होगा। वित्त मंत्री ने कहा कि, टैक्स स्लैब में इस संसोधन से नौकरीपेशा वाले टैक्सपेयर्स लोगों को सालाना करीब 17,500 रुपये का फायदा होगा।
इससे पहले न्यू टैक्स रिजीम वालों के लिए ये था टैक्स स्लैब
- 0 से 3 लाख सालाना आय पर निल
- 3 से 6 लाख सालाना आय पर 5%
- 6 से 9 लाख सालाना आय पर 10%
- 9 से 12 लाख सालाना आय पर 15%
- 12 से 15 लाख सालाना आय पर 20%
- 15 लाख से ज्यादा सालाना आय पर 30%
न्यू टैक्स रिजीम में दो-तिहाई लोग शामिल हुए
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि, इनकम टैक्स प्रणाली को और आसान बनाया जाएगा। हम इसके क़ानूनों को लचीला बनाएँगे। 1961 के इनकम टैक्स एक्ट की 6 महीने में होगी व्यापक समीक्षा की जाएगी। वित्त मंत्री ने जानकारी दी है कि, पुराने टैक्स रिजीम से हटकर दो-तिहाई लोग न्यू टैक्स रिजीम में शामिल हुए हैं। यानि इन लोगों ने न्यू टैक्स रिजीम को चुना है।
मालूम रहे कि, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट-2023 में न्यू टैक्स रिजीम पेश किया था। इस तरह से अब टैक्सपैयर्स के सामने दो विकल्प हैं- New Income Tax Regime और Old Income Tax Regime।
TDS में रियायत, कॉर्पोरेट टैक्स में छूट
वित्त मंत्री ने कहा कि, निम्न और मिडिल क्लास को परिसंपत्तियों पर कैपिटल गेन टैक्स में रियायत दी जाएगी। उनके लिए कैपिटल गेन में छूट की सीमा बढ़ाई जा रही है। वहीं एंजल टैक्स खत्म किया गया है. इसके साथ ही ई-कॉमर्स को टीडीएस में छूट मिलेगी। ई-कॉमर्स पर TDS 1 से घटाकर 0.1 किया जा रहा है। साथ ही TDS भरने में देरी होने पर क्रिमनल एक्शन नहीं होगा। टीडीएस बकाया प्रक्रिया को सरल किया जाएगा। वहीं विदेशी कंपनियों पर कॉर्पोरेट टैक्स 40% घटाकर 35% किया गया है।
बजट पेश करने से पहले वित्त मंत्री ने राष्ट्रपति की मंजूरी ली
बता दें कि, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मंगलवार सुबह सबसे पहले बजट 2024 तैयार करने वाली अपनी टीम के साथ फोटो सेशन में हिस्सा लिया। इसके बाद निर्धारित समय पर वित्त मंत्री महामहिम राष्ट्रपति से मुलाकात कर बजट की मंजूरी ली। यहां से मंजूरी मिलने के बाद सीतारमण संसद भवन पहुंचीं। जहाँ सुबह 10 बजे कैबिनेट की बैठक हुई जिसमें बजट को पेश करने की मंजूरी दी गई। इसके बाद सुबह 11 बजे वित्त मंत्री संसद में वर्ष 2024 का पूर्ण बजट पेश करने पहुंचीं।
ज्ञात रहे कि, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसी साल फरवरी में बीजेपी सरकार का अंतरिम बजट पेश किया था, क्योंकि यह आम चुनाव का साल था। इसलिए पूर्ण बजट पेश नहीं किया गया था। चुनाव के बाद नई सरकार को पूर्ण बजट पेश करना था. फिलहाल अब जब बीजेपी-एनडीए की सरकार बन गई है तो ऐसे में पीएम मोदी के नेतृत्व में पूर्ण बजट पेश हो रहा है।
7वीं बार बजट पेश करने वाली इतिहास की पहली वित्त मंत्री बनी सीतारमण
निर्मला सीतारमण लगातार 7वीं बार बजट पेश करने वाली इतिहास की पहली वित्त मंत्री भी बन गईं हैं। इससे पहले इसी साल इस अंतरिम बजट को पेश करने के साथ, सीतारमण ने अपने पूर्ववर्तियों जैसे मनमोहन सिंह, अरुण जेटली, पी चिदंबरम और यशवंत सिन्हा के रिकॉर्ड को तोड़ दिया था। जिन्होंने लगातार पांच बजट पेश किए थे। वहीं निर्मला सीतारमण ने इस मामले में मोरारजी देसाई की बराबरी कर ली थी। भारतीय राजनीति के इतिहास में अब तक यह उपलब्धि केवल पूर्व प्रधान मंत्री मोरारजी देसाई ने हासिल की थी।
वित्त मंत्री के रूप में देसाई ने 1959-1964 के बीच एक अंतरिम बजट के अलावा पांच वार्षिक बजट पेश किए थे। इसी तरह से निर्मला सीतारमण ने भी लगातार 5 पूर्ण कालिक बजट और एक अन्तरिम बजट पेश किया।। ज्ञात रहे कि इससे पहले निर्मला सीतारमण इंदिरा गांधी के बाद बजट पेश करने वाली दूसरी महिला वित्त मंत्री बनीं थीं। इंदिरा गांधी ने वित्त वर्ष 1970 के दरमियान वित्त मंत्री के रूप में बजट पेश किया था।
2019 लोकसभा चुनाव के बाद सीतारमण को वित्त मंत्री बनाया गया
मोदी सरकार के 2014 में सत्ता में आने के बाद बतौर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2014-15 से 2018-19 तक लगातार बजट पेश किए। जेटली के खराब स्वास्थ्य के कारण मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे पीयूष गोयल ने एक फरवरी, 2019 को अंतरिम बजट पेश किया था। बता दें कि मोदी सरकार ने 2019 के आम चुनावों के बाद सीतारमण को वित्त विभाग की जिम्मेदारी सौंपी थी. मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में निर्मला सीतारमण रक्षा मंत्री थीं.