मैं सिर्फ 'दीदी मां' हूं, सभी बंधनों को मुक्त करती हूं... जैन मुनि विद्यासागर का वो आदेश और 'मोहभंग' की बात करने लगीं उमा भारती
Uma Bharti Sannyas Story
Uma Bharti Sannyas Story : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की पूर्व मुख्यमंत्री (Former Chief Minister) और बीजेपी (BJP) की फायर ब्रांड नेता उमा भारती (Uma Bharti) लगातार सुर्खियों में रहती हैं| चाहें फिर अफसरों को फटकार लगानी हो, अपने अलग तेवर और अंदाज में काम करना हो और या फिर स्पष्ट बयानबाजी करनी हो| इस सबके चलते उमा भारती की चर्चाओं का स्तर कभी कम नहीं होता| वहीं इन दिनों तो उमा भारती की खासी चर्चा हो रखी है| दरअसल, उमा भारती ने ट्विटर पर सिलसिलेवार कई ऐसे ट्वीट्स कर दिए हैं| जिनके चलते उनकी चर्चाओं का बाजार बेहद गर्म है|
उमा भारती के इन ट्वीट्स में उनके 'मोहभंग' और पूर्ण 'सन्यासी' हो जाने की तस्वीर झलख रही है| उमा भारती ने ट्वीट्स में लिखा है कि वे खुद से सभी बंधनों को मुक्त करती हैं और वह स्वयं भी 17 तारीख को मुक्त हो जाएंगी| उमा भारती ने कहा कि उनका अब निजी संबंधों से कोई संबंध नहीं रहेगा| अब उनका संबंध पूरे भारत और पूरी विश्व से है और अब वह सिर्फ 'दीदी मां' कहलाएंगी|
पढ़िए उमा भारती के ट्वीट्स
उमा भारती ने कहा कि मैं 17 नवंबर 1992 को अमरकंटक में संन्यास ले चुकी हूं और मेरे गुरु जैन मुनि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज ने मुझे आज्ञा दी है कि मैं समस्त निजी संबंधों एवं संबोधनों का परित्याग करके मैं मात्र दीदी मां कहलाऊं एवं अपने भारती नाम को सार्थक करने के लिए भारत के सभी नागरिकों को अंगीकार करूं| संपूर्ण विश्व समुदाय ही मेरा परिवार बने। इसलिए मैंने भी निश्चय किया था कि अपने सन्यास दीक्षा के 30वें वर्ष के दिन 17 नवंबर 2022 से उनकी आज्ञा का पालन करने लग जाऊंगी।
उमा भारती ने कहा मैं अपने परिवार जनों को सभी बंधनों से मुक्त करती हूं एवं मैं स्वयं भी 17 तारीख को मुक्त हो जाऊंगी। मेरा संसार एवं परिवार बहुत व्यापक हो चुका है। अब मैं सारे विश्व समुदाय की दीदी मां हूं मेरा निजी कोई परिवार नहीं है। हालांकि, उमा भारती का यह भी कहना है कि वह अपने माता-पिता के दिए उच्चतम संस्कार, अपने गुरु की नसीहत, अपनी जाति और कुल की मर्यादा, अपनी पार्टी की विचारधारा और देश के लिए उनकी जिम्मेदारी| इससे वह अपने आपको कभी मुक्त नहीं करेंगी|
राजनीति में उमा भारती का बड़ा नाम
बतादें कि, उनके इन ट्वीट्स से यह अटकलें तेज हो गईं हैं कि अब उमा भारती राजनीति से भी अपना 'मोहभंग' करेंगी| फिलहाल, आपको बतादें कि राजनीति में उमा भारती का बड़ा नाम है| उमा भारती मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री रहने के साथ-साथ 1989 1991, 1996 और 1998 में खजुराहो लोकसभा सीट से चार बार सांसद चुनी गईं| इसके अलावा 1999 से 2003 तक वह भोपाल की सांसद रहीं| इसके बाद 2014 से 2019 तक उन्होंने फिर भोपाल की सांसद का दायित्व संभाला| हालांकि, उन्होंने 2019 में लोसभा चुनावों में नहीं लड़ने का फैसला किया था|