Ukraine's President Zelensky will not be able to touch Putin, see what America has prepared

पुतिन के हाथ नहीं लग सकेंगे यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की, देखें अमेरिका ने क्या की तैयारी

Ukraine's President Zelensky will not be able to touch Putin, see what America has prepared

Ukraine's President Zelensky will not be able to touch Putin, see what America has prepared

नई दिल्ली। यूक्रेन पर हमले के तीसरे दिन रूस ने दावा किया कि उसने 800 यूक्रेनी सैन्य ठिकानों को तबाह कर दिया है। इनमें 14 सैन्य हवाई क्षेत्र, 19 कमांड पोस्ट, 24 एस-300 एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम और 48 रडार स्टेशन शामिल हैं। इनके अलावा, यूक्रेनी नौसेना की 8 नौकाओं को भी तबाह कर दिया गया। एक रिपोर्ट के मुताबिक, व्हाइट हाउस और पेंटगन में दो अलग-अलग कंट्रोल रूम काम कर रहे हैं। अमेरिका ने तय कर लिया है कि अगर जंग के दौरान यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की पर कोई खतरा आता है तो सीआईए के स्पेशल एजेंट्स रातों-रात जेलेंस्की को कीव से एयरलिफ्ट करके किसी नाटो देश में पहुंचा देंगे। इसके लिए तमाम तैयारियां कर ली गई हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की ने शनिवार शाम प्रधानमंत्री मोदी को फोन किया। इस बात की जानकारी उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर दी। जेलेंस्की के मुताबिक- मैंने प्रधानमंत्री मोदी से मदद मांगी है। हमारे देश पर एक लाख घुसपैठियों ने हमला कर दिया है। हमारे घरों और जमीन पर कब्जा किया जा रहा है। रिहायशी इलाके जल रहे हैं। आप इस मुश्किल वक्त में हमारी राजनीतिक और बाकी मदद कीजिए। हम चाहते हैं कि यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में आप यूक्रेन का साथ दें। हम सबको मिलकर इस हमलावर का सामना करना चाहिए।

दूसरे देशों तक पहुंचने लगी जंग की आंच

रूस और यूक्रेन की जंग की आंच दूसरे देशों तक पहुंचने लगी है। सीएनएन के मुताबिक, शनिवार शाम फ्रांस की नेवी ने रूस के एक कार्गो शिप को अपने कब्जे में ले लिया। यह शिप इंग्लिश चैनल में मौजूद था। फ्रांस के इस कदम से रूस भडक़ गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस शिप में बेहद कीमती कारें और कुछ इलेक्ट्रॉनिक इक्युपमेंट्स हैं। फ्रेंच नेवी और कस्टम इस शिप की जांच में जुट गए हैं। फ्रांस में मौजूद रूस के एम्बेसेडर ने एमैनुएल मैक्रों सरकार से संपर्क किया है। ज्यादा जानकारी की प्रतीक्षा है।

जंग बेहद खतरनाक मोड़ पर

एक निजी रिपोर्ट ने दावा किया गया है कि यूक्रेन की समुद्री सीमा में मौजूद जापान के एक शिप पर मिसाइल हमला किया गया है। शिप के एक हिस्से में आग लग गई है। माना जा रहा है कि यह मिसाइल रूसी सेना ने दागी। शिप को काफी नुकसान पहुंचा है। इस शिप को टग करके रिपेयरिंग के लिए तुर्की लाया जा रहा है। इधर, एक अन्य न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अगर अमेरिका और नाटो ने जंग में सीधे हिस्सा लिया तो रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन एटमी हथियारों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। यह दावा एक अफसर के हवाले से किया गया है।

मिलिट्री इक्विपमेंट्स देंगे

इसके पहले हालात को देखते हुए अमेरिका ने यूक्रेन को रूस से लडऩे के लिए 600 मिलियन डॉलर की सुरक्षा सहायता देने का ऐलान किया। यूएन की बैठक में अमेरिका-ब्रिटेन तल्ख, चीन का स्टैंड भी भारत जैसा

अमेरिका: अमेरिका ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन पर बैन लगाने की बात कही। भारतीय प्रतिनिधि ने सभी विवादित मुद्दों को बातचीत के जरिए सुलझाने पर जोर दिया।

ब्रिटेन: ब्रिटिश प्रतिनिधि ने रूसी सेनाओं पर गंभीर आरोप लगाए। कहा कि रूसी टैंक आम लोगों को कुचल रहे हैं।

चीन: चीन ने भी वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। चीन के स्थायी प्रतिनिधि झांग जून ने कहा कि हम मानते हैं कि सभी राज्यों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान किया जाना चाहिए। एक देश की सुरक्षा दूसरे देशों की सुरक्षा को कम करके आंकने की कीमत पर नहीं की जा सकती है।

रूस फादर ऑफ ऑल बॉम्ब इस्तेमाल कर सकता है

पश्चिमी देशों ने चेतावनी जारी की है कि यूक्रेन पर रूसी हमला अब तक का सबसे भयानक रूप अख्तियार कर सकता है। पुतिन यूक्रेन के खिलाफ ‘फादर ऑफ ऑल बॉम्ब’ इस्तेमाल करने के लिए तैयार हैं।