Uddhav Thackeray's open challenge to Eknath Shinde, said - Shinde became a slave to Nath
BREAKING
हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष बडौली पर रेप केस; महिला गवाह ने कैमरे पर कहा- मैंने बडौली को होटल में नहीं देखा, मेरी सहेली दोस्त कहने लायक नहीं नागा साधुओं को नहीं दी जाती मुखाग्नि; फिर कैसे होता है इनका अंतिम संस्कार, जिंदा रहते ही अपना पिंडदान कर देते, महाकुंभ में हुजूम नागा साधु क्यों करते हैं 17 श्रृंगार; मोह-माया छोड़ने के बाद भी नागाओं के लिए ये क्यों जरूरी? कुंभ के बाद क्यों नहीं दिखाई देते? VIDEO अरे गजब! महाकुंभ में कचौड़ी की दुकान 92 लाख की; मेला क्षेत्र की सबसे महंगी दुकान, जमीन सिर्फ इतनी सी, कचौड़ी की एक प्लेट 40 रुपये Aaj Ka Panchang 15 January 2025: आज से शुरू माघ बिहू का पर्व, जानिए शुभ मुहूर्त और पढ़ें दैनिक पंचांग

उद्धव ठाकरे की खुली एकनाथ शिंदे को खुली चुनौती, कहा-नाथ से दास हो गये शिंदे

Udhav-Thakre-New

Uddhav Thackeray's open challenge to Eknath Shinde, said - Shinde became a slave to Nath

मुंबई। महाराष्ट्र में सीएम उद्धव ठाकरे और कभी उनके करीबी रहे एकनाथ शिंदे के बीच अब वर्चस्व की लड़ाई शुरू हो गई है, यह लड़ाई अब सिर्फ सरकार बनाने और गिराने की नहीं ठाकरे विरासत पर आ गई है। एकनाथ शिंदे ने बागी विधायकों के साथ अपने गुट का नाम शिवसेना (बालासाहब) कर दिया है। जिसने उद्धव ठाकरे को खुली चुनौती दे दी है। शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उद्धव ठाकरे ने दो टूक शब्दों में शिंदे पर हमला बोला। कहा कि शिंदे पहले नाथ थे अब दास हो गए हैं। शिवसेना प्रमुख ठाकरे ने कहा कि कोई और बालासाहब के नाम का इस्तेमाल नहीं कर सकता है। 

महाराष्ट्र में शिवसेना की अंदरूनी लड़ाई अब विरासत की लड़ाई में पहुंच गई है। एकनाथ शिंदे का अपने गुट का नाम शिवसेना बालासाहब रखना उद्धव ठाकरे को चुनौती देने वाला है। उद्धव ठाकरे ने शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शिंदे पर सीधा हमला बोला। कहा कि बालासाहब उनके पिता थे और उनके पिता का नाम कोई और इस्तेमाल नहीं कर सकता। 

बैठक में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि पहले शिंदे नाथ थे लेकिन अपनी ही पार्टी शिवसेना से भाजपा में मिलकर पार्टी को धोखा दे रहे हैं। इसलिए अब शिंदे नाथ से दास हो गए हैं। उन्होंने शिंदे को चुनौती दी कि अगर हिम्मत है तो अपनी पार्टी या गुट का नाम अपने पिता के नाम से रखो। चुनाव के वक्त अपने पिता के नाम पर वोट मांगने जाओ, देखते हैं तुम्हे कौन वोट देता है।

शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में चार प्रस्ताव पास किए गए हैं। जिसमें से एक प्रस्ताव के तहत शिवसेना चुनाव आयोग जाएगी। शिवसेना आयोग में अपील करेगी कि कोई और बालासाहब के नाम का इस्तेमाल नहीं कर सकता। अन्य प्रस्तावों में बागियों पर ऐक्शन उद्धव ही लेंगे। हिन्दुत्व और मराठी अस्मिता का प्रस्ताव पास हुआ। आखिरी प्रस्ताव में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व पर भरोसा जताया गया है।

शिंदे गुट ने भी की बैठक

गुवाहाटी में कई दिनों से डेरा जमाए शिंदे गुट ने महाराष्ट्र के डिप्टी स्पीकर को अविश्वास प्रस्ताव ई-मेल के जरिए भेजा था। जिसे अस्वीकार कर दिया गया है। डिप्टी स्पीकर की तरफ से कहा गया है कि पत्र में हस्ताक्षर विधायकों के असली नहीं है। उधर, डिप्टी स्पीकर से झटका मिलने के बाद गुवाहाटी में शिंदे गुट ने आगे की रणनीति तय करने के लिए बैठक की।