ट्रंप ने चुनाव के दौरान भारतीय हस्तक्षेप पर की बात, निशाने पर राहुल गांधी, जाने क्या है पूरा मामला

ट्रंप ने चुनाव के दौरान भारतीय हस्तक्षेप पर की बात, निशाने पर राहुल गांधी, जाने क्या है पूरा मामला

 भारतीय जनता पार्टी के निशाने पर राहुल गांधी खड़े हैं।

India: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने एक बयान में यह दावा किया है कि USAID फंड का इस्तेमाल भारत के चुनाव में हस्तक्षेप करने के लिए किया जा रहा है। डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान के बाद भारत में खलबली मच चुकी है और भारतीय जनता पार्टी के निशाने पर राहुल गांधी खड़े हैं। इतना ही नहीं भारतीय जनता पार्टी ने राहुल गांधी को विदेशी एजेंसियों का उपकरण कह डाला। तो चलिए थोड़े विस्तार से जानते हैं कि आखिर यह मामला है क्या?

 

अमित मालवीय ने लगाए गंभीर आरोप

 

आपको बता दे की डोनाल्ड ट्रंप ने अपने एक बयान में कहा कि पिछले जो बिडेन प्रशासन द्वारा मतदाता मतदान में सुधार के लिए भारत को 21 मिलियन अमेरिकी डॉलर प्रदान करने का काम किसी और को निर्वाचित करने का एक संभावित प्रयास था। भाजपा नेता अमित मालवीय ने इस बात पर अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि ट्रंप के बयान से इस बात की पुष्टि होती है कि भारत में चुनाव को प्रभावित करने और प्रधानमंत्री मोदी के जगह पर किसी और को स्थापित करने का प्रयास चल रहा था। अमित मालवीय ने विपक्ष नेता राहुल गांधी की आलोचना की और कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव से 1 साल पहले कांग्रेस नेता लंदन में थे और विदेशी शक्तियों से भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने का आग्रह कर रहे थे। अमित मालवीय ने कहा कि यह सिर्फ भारत की लड़ाई नहीं है, मार्च 2023 में 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले राहुल गांधी लंदन में थे और विदेशी ताकत अमेरिका से लेकर यूरोप तक से भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने का आग्रह कर रहे थे। उन्होंने खुद को वैश्विक नेटवर्क के साथ जोड़ लिया है और भारत के सामरिक और भू राजनीतिक हितों को कमजोर करना चाहते हैं, विदेशी एजेंटीयों के लिए एक उपकरण के रूप में काम कर रहे हैं।।

 

कांग्रेस ने क्या प्रतिक्रिया दी?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय चुनाव में जो बिडेन प्प्रशाशन के हस्तक्षेप का संकेत सऊदी अरब में दिया। सरकार समर्थित फी प्राथमिकता शिखर सम्मेलन में बुधवार रात को बोलते हुए ट्रंप ने कहा कि हमें भारत में मतदान पर 21 मिलियन डॉलर खर्च करने की क्या जरूरत है ? मुझे लगता है कि वह किसी और को निर्वाचित करने की कोशिश कर रहे थे, हमें भारत सरकार को बताना होगा यह पूरी तरह से एक बड़ी सफलता है। इन दावों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस ने मांग की की सरकार को एक श्वेत पत्र जारी करना चाहिए, जिसमें भारत में सरकारी और गैर सरकारी दोनों संस्थाओं को USAID द्वारा दिए जाने वाले समर्थन का विवरण है। श्वेत पत्र की विशिष्ट विषय पर एक प्रामाणिक एवं गहन रिपोर्ट होती है। कांग्रेस के जयराम रमेश ने कहा कि USAID इन दिनों काफी चर्चा में है, इनकी स्थापना 3 नवंबर 1961 को हुई थी। अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा किए जा रहे दावे कम से कम कहने के लिए तो बेतुके हैं फिर भी भारत सरकार को जल्द से जल्द एक श्वेत पत्र जारी कर देना चाहिए।