भारी वर्षा के कारण चंबा-भरमौर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सफर करना खतरे से खाली नही; पहाड़ों से वाहनों पर पत्थर गिरने का बना खतरा
- By Arun --
- Sunday, 23 Jul, 2023
Traveling on the Chamba-Bharmour National Highway is not free from danger due to heavy rains, there
मैहला/कांगड़ा:भारी वर्षा के कारण चंबा-भरमौर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सफर खतरे से खाली नहीं है। इस मार्ग पर जगह-जगह भूस्खलन और ल्हासे गिरने के कारण वाहनों की आवाजाही प्रभावित हो रही है। इसके साथ ही ब्लास्टिंग से जर्जर हो चुके पहाड़ों से वाहनों पर पत्थर गिरने का खतरा बना हुआ है।
मार्ग बंद होने के कारण जनजातीय क्षेत्र भरमौर के लोगों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं। पहले बग्गा व लोथल के पास राष्ट्रीय राजमार्ग के नदी में समा जाने से करीब सप्ताह तक भरमौर जिला मुख्यालय व अन्य क्षेत्रों से कटा रहा है। अब चूड़ी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग रावी नदी में समा गया है। इस कारण बड़े वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है।
लोथल में फिर से बाधित हुआ मार्ग
इसके अलावा, लोथल में भी फिर से मार्ग बाधित हो गया है। चूड़ी में शनिवार को एक निजी के गुजरते समय टायर के निचले भाग से मलबा खिसक रहा था। इस तरह का खतरा जान पर भारी पड़ सकता है। चंबा-भरमौर एनएच पर बग्गा व लोथल के अलावा धरवाला से कुछ दूरी पर स्थित चन्नू दी हट्टी (चूड़ी) नामक स्थान पर भूस्खलन का अधिक खतरा बना हुआ है।
लगातार धंस रही जमीन
चन्नू की हटी के पास भूस्खलन होने से करीबन 70 मीटर जमीन धंस गई। जिससे आधे से ज्यादा एनएच रावी में समा गया है। जहां पर कुछ वहां चालकों ने रिस्क लेकर अपने वाहन दूसरी ओर तो पहुंचा दिए, लेकिन लगातार धंसती जमीन के कारण आखिरकार उक्त स्थल पर बड़े वाहनों के लिए आवाजाही बंद कर दी है। इसके अलावा रुंगड़ी नाला, त्रिलोचन महादेव के समीप रांगा घार, ढकोग सहित अन्य स्थानों पर भी काफी खतरा बना हुआ है।
एनएच प्रबंधन चंबा के अधिशासी अभियंता संजीव महाजन का कहना है कि लगातार हो रही बारिश के चलते पठानकोट भरमौर एनएच मार्ग इस जगहों पर बाधित हो गया है। निरंतर गिर रहे ल्हासों और भूस्खलन के चलते चंबा भरमौर एनएच रुंगड़ी, लोथल घार, दुर्गेठी व चूड़ी सहित अन्य स्थानों पर बार-बार बंद हो रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि पूर्व में बग्गा और लोथल घार में खोला गया वैकल्पिक मार्ग भी बुरी तरह प्रभावित हो गया है। प्रबंधन की अब कोशिश है कि क्रेट व सीमेंट की बाउंड्री वाल लगाकर सड़क को खोल दिया जाए। इसमें करीब 10 दिन का समय लग सकता है।