Transfer of Teachers in Haryana: हरियाणा में तीन साल बाद हुए अध्यापकों के तबादले

हरियाणा में तीन साल बाद हुए अध्यापकों के तबादले

Transfer of Teachers in Haryana

हरियाणा में तीन साल बाद हुए अध्यापकों के तबादले

अध्यापक संगठनों जताई आपत्ति
सरकार ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
राज्य में 40 फीसदी शिक्षकों को मिला पहली पसंद का स्टेशन

चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने तीन साल रविवार की सुबह अध्यापकों की तबादला सूची जारी कर दी। करीब एक माह की जद्दोजहद और चार बार कार्यक्रम बदलने के बाद यह तबादला सूची जारी हुई है। जिस पर अध्यापक संगठनों ने आपत्ति भी जता दी है। किसी प्रकार के विरोध को टालने के लिए प्रदेश सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी करते हुए सोमवार से शिक्षा निदेशालय में हेल्प डैस्क शुरू करने का फैसला किया है।


हरियाणा में पिछले दो साल से अध्यापकों के ऑनलाइन तबादले नहीं हो रहे थे। सरकार ने अगस्त माह के दौरान प्रदेश में तबादला अभियान शुरू किया था। उसी दिन से अध्यापक संगठनों द्वारा सरकार की रेशनेलाइजेशन नीति का विरोध किया जा रहा है।


इस अभियान के दौरान प्रदेश में 120 स्कूलों को मर्ज कर दिया गया। रेशनेलाइजेशन के माध्यम से प्रदेश में अध्यापकों की उपलब्धता को लेकर भी अध्यापक संगठन तथा सरकार आमने-सामने रही। लंबी चौड़ी उठापटक के बाद रविवार की सुबह शिक्षा विभाग ने ताबदला सूची जारी कर दी।

 
इन तबादलों में प्रिंसिपल, हेड मास्टर, ईएसएचएम, पीजीटी और टीजीटी को शामिल किया गया था। सरकार द्वारा जब आवेदन मांगे गए तो कुल 29 हजार 464 शिक्षकों ने आवेदन किया था, जिसमें से 28 हजार 583 शिक्षकों के तबादले किये गए हैं। 


सेकेंडरी शिक्षा विभाग के निदेशक डॉ.अंशज सिंह ने बताया कि ट्रांसफर ड्राइव को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए विभाग की ओर से लगातार प्रयास जारी थे। कुछ तकनीकी कारणों के चलते ड्राइव पूरी करने में समय लगा,लेकिन अब विभाग की ओर से अधिकतर शिक्षकों को उनकी पसंद के मुताबिक स्कूल आवंटित किए गए हैं।


डॉ.अंशज सिंह ने बताया कि करीब 40 फीसदी शिक्षकों को पहली पसंद का स्टेशन अलॉट किया गया है,जबकि करीब 12 फीसदी शिक्षकों को दूसरी पसंद अलॉट की गई है और करीब 7 फीसदी शिक्षकों को उनकी तीसरी पसंद के स्टेशन पर भेजा गया हैं। कुल मिलाकर करीब 60 फीसदी शिक्षकों को उनकी पहली तीन पसन्द के स्कूल अलॉट किये गए हैं,जो कि सफल ट्रांसफर ड्राइव का परिणाम है।

 

तीन प्रतिशत को अलाट नहीं हुए स्टेशन


डॉ.अंशज सिंह ने बताया कि करीब तीन फीसदी शिक्षक ऐसे हैं जिनके तबादला आदेश जारी नहीं किए गए हैं। ऐसे शिक्षकों को दोबारा से मौका दिया जाएगा। तबादला उपरांत सभी शिक्षकों को अगले सात दिनों में कार्यभार ग्रहण अनिवार्य होगा। 

पंजाबी अध्यापकों को फिर से मिलेगा स्कूल चयन का मौका


तबादला प्रक्रिया से सम्बंधित किसी भी समस्या के लिए शिक्षकों को सुगम संपर्क पोर्टल पर आवेदन करने के निर्देश दिए गए हैं। विभाग पंजाबी विषय के शिक्षकों को फिर से स्कूल चयन का एक और मौका देने जा रहा है। डॉ.अंशज सिंह के मुताबिक ट्रांसफर ड्राइव में बचे शिक्षकों को जल्द ही दूसरे ड्राइव में मौका दिया जाएगा। इसके तुरंत बाद पीआरटी के लिए ट्रांसफर ड्राइव शुरू किया जाएगा और जल्द ही पीआरटी को हां या ना के ऑप्शन दिए जाएंगे। अंशज सिंह के बताया रेगुलर टीचर्स के तबादलों के बाद रिक्त पदों पर गेस्ट टीचर्स को भी ट्रांसफर ड्राइव में शामिल होने का मौका दिया जाएगा।  विभाग द्वारा शिक्षकों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर (01725049801) भी जारी कर दिया गया है।