हमले का आज 10वां दिन, खारकीव में यूक्रेन का कमबैक, नाटो पर भड़के जेलेंस्की, जानें 10 बड़ी बातें

हमले का आज 10वां दिन, खारकीव में यूक्रेन का कमबैक, नाटो पर भड़के जेलेंस्की, जानें 10 बड़ी बातें

हमले का आज 10वां दिन

हमले का आज 10वां दिन, खारकीव में यूक्रेन का कमबैक, नाटो पर भड़के जेलेंस्की, जानें 10 बड़ी बातें

नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है। आज युद्ध का 10वां दिन है और रूस ने इस बीच एक बड़ी घोषणा करते हुए सीजफायर का ऐलान किया है। रूस का कहना है कि वो युद्ध को खत्म नहीं कर रहा है, वो मानवीय आधार पर वहां फंसे लोगों को निकालने में मदद कर रहा है। रूस द्वारा इन 10 दिनों में लगातार यूक्रेन के कई शहरों में बमबारी की गई है। यूक्रेन के अब तक कई शहरों पर रूस का कब्जा भी हो चुका है। हालांकि 24 फरवरी से शुरू हुए इस युद्ध ने कई मोड़ लिए हैं। यूक्रेन भी इस लड़ाई में रूस के सामने हार मानने को तैयार नहीं है। आइये जानते हैं जंग से जुड़ी 10 बड़ी बातें....

1-सीजफायर का ऐलान: रूस-यूक्रेन युद्ध के दसवें दिन रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने सीजफायर का ऐलान किया है। जानकारी के अनुसार रूस अब तब तक हमला नहीं करेगा जब तक वहां फंसे लोगों को निकाल नहीं लिया जाता है। रूस का कहना है कि वो ये सब मानवीय पहल के तहत कर रहा है। सीजफायर के ऐलान से पहले यूक्रेन ने यह दावा किया है कि कीव में रूसी सेना द्वारा आम जनता पर गोलियां बरसाईं गई थी।

2-परमाणु पावर प्लांट पर कब्जा: रूस ने कल ही यूरोप के सबसे बड़े परमाणु पावर प्लांट पर कब्जा कर लिया है, हालांकि यह दावा यूक्रेन ने किया है जिसे रूस ने नकारा है। रूसी गोलाबारी से इस परमाणु पावर प्लांट में आग भी लग गई थी जिसपर बाद में काबू पा लिया गया था। यूक्रेन के सरकारी परमाणु नियामक ने इसके बाद राहत देते हुए कहा था कि एनरहोदर शहर में स्थित जपोरीझिया प्लांट में विकिरण के स्तर में कोई बदलाव नहीं आया है।

3-नाटो ने सेना भेजने से किया मनाः यूद्ध के शुरूआत में ही रूस ने यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमले करने शुरू कर दिए थे। इसके बचने के लिए राष्ट्रपति जेलेंस्की ने नाटो और अन्य यूरोपीय देशों से सैन्य मदद मांगी थी। हालांकि नाटो और अमेरिका ने यूक्रेन की मदद के लिए सेना भेजने से मना कर दिया। रूस ने इस बीच इसके बाद जेलेंस्की की यूक्रेन को नो-फ्लाई जोन घोषित करने की अपील को भी नाटो द्वारा खारिज कर दिया गया था जिसकी जेलेंस्की ने निंदा की थी।

4-यूक्रेन को कई देशों का साथः इस युद्ध के बीच यूक्रेन को कई बड़े देशों का साथ मिला है। ब्रिटेन, अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस और कई अन्य देशों ने यूक्रेन को सैन्य और वित्तीय मदद की है जिसके चलते यूक्रेन अब तक रूस के हमलों का जवाब दे पा रहा है।

5-दो दौर की हुई वार्ताः रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध को खत्म करने के लिए दो दौर की वार्ता भी हुई लेकिन ये दोनों वार्ता बेनतीजा रहीं। हालांकि दोनों देशों की बीच एक बार फिर तीसरी बैठक जल्द हो सकती है।

6-खारकीव शहर बना खंडहरः रूस ने लगातार हमले करते हुए खारकीव शहर को लगभग खंडहर बना दिया है। युद्ध स्थल से आ रही तस्वीरों में कई घर और बड़ी इमारतें नेस्तनाबूद दिख रहीं हैं। चारों और मलबा ही मलबा दिखाई दे रहा है। रूस द्वारा किए जा रहे हमले से यूक्रेन के कम से कम 331 नागरिक मारे गए हैं और 675 लोग इसमें घायल हुए है। 

7-परमाणु हमले की चेतावनीः रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा पश्चिमी देशों पर अपने देश के खिलाफ "अनफ्रेंडली" कदम उठाने का आरोप लगाते हुए परमाणु हमले की भी चेतावनी दी गई। इस बीच पुतिन ने रूस के परमाणु बलों को हाई अलर्ट पर भी रख दिया था।

8-भारत और चीन ने अपनायी कूटनीतिः संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत और चीन ने यूक्रेन पर रूस द्वारा किए आक्रमण की निंदा की लेकिन कूटनीति अपनाते हुए वोटिंग करने से परहेज किया। बता दें कि यूएनएससी में यूक्रेन में रूसी आक्रमण की निंदा करने वाले प्रस्ताव पर मतदान के लिए आपातकालीन सत्र चलाया गया था।

9- बीस हजार से अधिक भारतीयों को निकाला गयाः युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे 20 हजार से अधिक भारतीयों को अभी तक वहां से निकालकर पड़ोसी देशों में भेजा जा चुका है। बता दें कि भारत सरकार द्वारा आपरेशन गंगा चलाकर इनमें से 11000 लोगों से अधिक को भारत वापस लाया जा चुका है।

 

10- रूस ने बनाया नया कानूनः यूक्रेन के साथ युद्ध के बीच रूसी संसद के निचले सदन ने एक कानून पारित किया है। इस कानून के तहत सेना के बारे में 'फर्जी' जानकारी फैलाने पर जेल की सजा हो सकती है। कानून के तहत इस तरह के मामले में आरोपी को 15 साल तक की जेल हो सकती है और जुर्माना भी लगाया जा सकता है।