एक्शन! TMC सांसद महुआ मोइत्रा की सांसदी खत्म; कैश फॉर क्वेरी मामले में संसद से बाहर, भड़ककर बोलीं- ये BJP के अंत की शुरुआत
TMC MP Mahua Moitra Expelled From Parliament Due To Cash For Query Case
Mahua Moitra Expelled From Parliament: 'कैश फॉर क्वेरी' मामले को लेकर TMC सांसद महुआ मोइत्रा को संसद से बाहर कर दिया गया है। मसलन महुआ मोइत्रा की सांसदी (लोकसभा सदस्यता) रद्द कर दी गई है। दरअसल, मामले को लेकर लोकसभा की एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट सदन में रखी गई और महुआ मोइत्रा की सदस्यता खत्म करने की सिफारिश की गई। वहीं रिपोर्ट पर चर्चा के दौरान संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद पटेल ने महुआ मोइत्रा की सदस्यता रद्द करने का प्रस्ताव रखा। जहां प्रस्ताव पास होने के बाद महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता रद्द हो गई। इधर महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता रद्द होते ही विपक्षी सांसद सदन से वॉकआउट कर गए।
क्या है महुआ मोइत्रा का 'कैश फॉर क्वेरी' मामला?
रिपोर्ट्स के अनुसार, महुआ मोइत्रा पर एक उद्योगपति से महंगे उपहार के एवज में उसकी तरफ से संसद में सवाल पूछने का आरोप है। इतना ही नहीं, उन पर आरोप है कि उन्होंने अपने संसदीय लॉग इन आईडी और पासवर्ड की जानकारी भी उद्योगपति को दे रखी थी। महुआ मोइत्रा पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री सुभाष सरकार ने कहा कि एक दिन में महुआ मोइत्रा का पोर्टल दुनिया की 4 जगहों दिल्ली, बेंगलुरू और देश के बाहर दुबई और अमेरिका से खुलता है और किसके लिए? एक कॉर्पोरेट हाउस और एक व्यापारी के लिए।
सांसदी जाने के बाद महुआ मोइत्रा क्या बोलीं?
सांसदी जाने के बाद महुआ मोइत्रा बीजेपी पर बेहद ज्यादा भड़कती हुई नजर आ रहीं हैं। संसद से बाहर होने पर महुआ मोइत्रा ने कहा, एथिक्स कमेटी के पास निष्कासित करने का कोई अधिकार नहीं है...यह बीजेपी के अंत की शुरुआत है। महुआ मोइत्रा ने आगे कहा कि अगर मोदी सरकार ने सोचा है कि मुझे चुप कराकर वे अडानी मुद्दे को खत्म कर देंगे तो मैं यह बता दूं कि एसा नहीं होने वाला। महुआ मोइत्रा ने कहा कि उनके मामले में संसद में जो जल्दबाजी और उचित प्रक्रिया का दुरुपयोग हुआ है, वह दर्शाता है कि अडानी मोदी सरकार के लिए कितना महत्वपूर्ण है, और मोदी सरकार एक महिला सांसद को समर्पण करने से रोकने के लिए उसे किस हद तक परेशान करेगी।
ममता बनर्जी ने बीजेपी पर बोला हमला
टीएमसी अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी रोष में आ गईं हैं। ममता बनर्जी ने कहा कि आज मुझे बीजेपी पार्टी का रवैया देखकर दुख हो रहा है... बीजेपी के लोगों ने लोकतंत्र को कैसे धोखा दिया... उन्होंने महुआ को अपना रुख स्पष्ट करने की अनुमति नहीं दी। यह सरासर अन्याय हुआ है। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं। हमारी पार्टी महुआ से साथ है हमारी पार्टी INDIA गठबंधन के साथ मिलकर लड़ेगी... यह लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है।
महुआ मोइत्रा के मामले को लेकर शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि जिन्होंने आरोप लगाया वे दुबई में बैठे हैं। उन्होंने बयान दे दिया और उसके आधार पर आपने निर्णय ले लिया। ये कहीं ना कहीं न्याय के राष्ट्रीय पाठ्यक्रम के खिलाफ गया है। उम्मीद करती हूं आने वाले समय में जब वे TMC से चुनाव लड़ेंगी और भारी बहुमत से जीतकर आएंगी। वहीं महुआ मोइत्रा के निष्कासन पर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि यह आधारहीन तथ्यों के आधार पर और बदले की भावना से किया गया है।
बता दें कि, महुआ मोइत्रा पर एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट को लेकर जैसे ही लोकसभा में रिपोर्ट पर चर्चा हुई तो TMC सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने अनुरोध किया कि, महुआ मोइत्रा को सदन के समक्ष अपना पक्ष रखने की अनुमति दी जाए. उन्होंने कहा, "... मैं प्रस्ताव रखता हूं, मेरी पार्टी की प्रवक्ता खुद महुआ मोइत्रा होंगी क्योंकि आरोप उनके खिलाफ है. अनर्गल आरोप लगाए गए हैं, चाहे यह सच हो या गलत, इसे उन्हें बोलने दीजिए... वहीं कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, ''...जैसा कि अधीर रंजन ने कहा अगर हमने इस रिपोर्ट का संज्ञान लेने के लिए 3-4 दिन का समय दिया होता और फिर सदन के सामने अपनी राय रखी होती तो आसमान नहीं गिर जाता क्योंकि सदन एक बेहद संवेदनशील मामले पर फैसला लेने जा रहा है।