तिहाड़ जेल में खून; गैंगवार में मारा गया यह नामी गैंगस्टर, रोहिणी कोर्ट शूटआउट में था आरोपी
Tillu Tajpuriya Killed in Tihar Jail
Tillu Tajpuriya Killed in Tihar Jail: दिल्ली की तिहाड़ जेल में एक नामी गैंगस्टर मार दिया गया है। गैंगस्टर का नाम है सुनील मान उर्फ टिल्लू ताजपुरिया। टिल्लू ताजपुरिया की बड़े-बड़े गैंगस्टरों में गिनती होती थी। टिल्लू दिल्ली के दाऊद और डी गैंग कह जाने वाले नीरज बवाना गैंग से जुड़ा हुआ था।
जानकारी के अनुसार, मंगलवार सुबह टिल्लू ताजपुरिया को मौत के घाट उतारा गया। विरोधी गोगी गैंग के गैंगस्टर योगेश टुंडा ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर लोहे की पैनी चीज से टिल्लू ताजपुरिया की जान ले ली। हालांकि, जेल के अंदर गैंगवार की सूचना होते ही जेल प्रशासन द्वारा टिल्लू ताजपुरिया को दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल लाया गया। लेकिन अस्पताल लाने से पहले ही टिल्लू की मौत हो चुकी थी। डॉक्टरों ने टिल्लू को मृत घोषित कर दिया।
रोहिणी कोर्ट शूटआउट में था आरोपी, बदला लिया
ध्यान रहे कि, पिछले साल रोहिणी कोर्ट परिसर में गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की पेशी के समय दो शूटरों ने दनादन गोलियां चलाईं थीं। शूटरों ने गैंगस्टर जितेंद्र गोगी कई गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। हालांकि, शूटर भी कोर्ट से बचकर नहीं जा पाए थे। सुरक्षाकर्मियों ने दोनों शूटरों को मौके पर ही मार गिराया था। कहा जाता है कि, गैंगस्टर जितेंद्र गोगी को मारने आए शूटर गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया के ही थे। उसी ने जितेंद्र गोगी की हत्या की साजिश रची थी। जहाँ इसी के चलते टिल्लू ताजपुरिया लगातार गोगी गैंग की आंखों में बदले की नजर से खटक रहा था।
बता दें कि टिल्लू ताजपुरिया (Tillu Tajpuriya) दिल्ली का टॉप गैंगस्टर माना जाता था। उस पर कई मकदमे चल रहे थे। गोगी गैंग और टिल्लू ताजपुरिया में पक्की दुश्मनी थी। गोगी गैंग और टिल्लू ताजपुरिया में गैंगवार होती चली आ रही थी। लॉरेंस बिश्नोई गैंग भी टिल्लू की दुश्मन बनी हुई थी।
हाई-सिक्योरिटी बैरक में कैसे हो गई हत्या?
दिल्ली की तिहाड़ जेल देश की सबसे सुरक्षित जेल मानी जाती है। यहां किसी की हत्या कैसे हो सकती है? क्या तिहाड़ जेल में सुरक्षा को लेकर बड़ी लापरवाही हो रही है? फिलहाल, तिहाड़ जेल पर कई सवाल खड़े हो गए हैं। टिल्लू ताजपुरिया मामले में हैरानी की बात तो यह है कि, उसे हाई-सिक्योरिटी वाली बैरक में रखा गया था। लेकिन फिर भी उसकी हत्या कर दी गई। बताया जाता है कि, हाई-सिक्योरिटी बैरक में टिल्लू ताजपुरिया ग्राउंड फ्लोर पर बंद था जबकि विरोधी गोगी गैंग का योगेश टुंडा और अन्य साथी पहले फ्लोर पर बंद थे।