जेल में 'बिरयानी' मांगने वाले कसाब के 'मास्टरशेफ' की 3 फरमाइश आई सामने, ये साजिश की अगली कड़ी?

जेल में 'बिरयानी' मांगने वाले कसाब के 'मास्टरशेफ' की 3 फरमाइश आई सामने, ये साजिश की अगली कड़ी?

Tahawwur Rana NIA Interrogation Day-2

Tahawwur Rana NIA Interrogation Day-2

Tahawwur Rana NIA Interrogation Day-2: मुंबई आतंकी हमलों के साजिशकर्ता तहव्वुर राणा से NIA की पूछताछ लगातार जारी है. राणा को भारत लाने के बाद उससे हमलों की साजिश के राज उगलवाने के लिए जांच एजेंसी पूछताछ कर रही है. इसमें राणा ने कई बड़े राज खोले हैं. उसे नई दिल्ली के सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित एनआईए हेडक्वार्टर के अंदर एक हाई सिक्योरिटी वाले सेल में रखा गया है. उसकी सुरक्षा में चौबीसों घंटे सुरक्षाकर्मी तैनात हैं. सेल में कैद राणा ने तीन चीजों की डिमांड की है.

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई आतंकी हमले की साजिश रचने वाले तहव्वुर राणा ने सेल के अंदर कुरान, कलम और कागज की डिमांड की है. अधिकारी ने बताया कि उसके साथ कोई विशेष व्यवहार नहीं किया जा रहा है. उसके कहने पर उसे कुरान की एक प्रति प्रदान की गई है. एजेंसी मुख्यालय में उसे डेली पांच वक्त की नमाज अदा करते हुए देखा गया है.

एनआईए की 18 दिनों की हिरासत में राणा

न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सरकारी सूत्रों ने बताया कि राणा से उन लोगों के बारे में भी पूछताछ की जाएगी जिनसे उसने मुलाकात की थी, विशेष रूप से दुबई में एक कथित प्रमुख संपर्क के बारे में, जिसके बारे में कहा जाता है कि वह मुंबई आतंकवादी हमलों की साजिश के बारे में जानता था. राणा से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के अधिकारियों के साथ उसके संदिग्ध संबंधों और आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के साथ उसके संबंधों के बारे में भी पूछताछ की जाएगी, जिसने हमलों की साजिश रची थी.

जांच अधिकारियों को उम्मीद है कि 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए हमले से पहले उत्तरी और दक्षिणी भारत के कुछ हिस्सों में उसकी यात्राओं के बारे में कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिलेंगे. राणा पर षड्यंत्र, हत्या, आतंकवादी कृत्य करने और जालसाजी सहित कई अपराधों के आरोप लगाए गए हैं.

NIA ने कही ये बड़ी बात

शुक्रवार की सुबह अदालत के फैसले के तुरंत बाद एनआईए द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘राणा 18 दिनों तक एनआईए की हिरासत में रहेगा, इस दौरान एजेंसी उससे 2008 के घातक हमलों के पीछे की पूरी साजिश का पता लगाने के लिए विस्तार से पूछताछ करेगी, जिसमें कुल 166 लोग मारे गए थे और 238 से अधिक घायल हुए थे.’’ बता दें कि साल 2009 में मामला दर्ज करने के बाद एनआईए की जांच में हमलों को अंजाम देने में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह हरकत-उल जिहादी इस्लामी (हूजी) के आतंकियों की भी भूमिका पाई गई थी.