Missing MQM Workers : MQM के तीन लापता कार्यकर्ताओं की हत्या, पाक रेंजर्स पर आरोप; जबरन किया गया था गिरफ्तार

MQM के तीन लापता कार्यकर्ताओं की हत्या, पाक रेंजर्स पर आरोप जबरन किया गया था गिरफ्तार

Missing MQM Workers

Missing MQM Workers

इस्लामाबादः पाकिस्तान में  पैरामिलिट्री रेंजर्स द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद कई वर्षों से लापता मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (MQM) पार्टी के तीन कार्यकर्ताओं की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई। कार्यकर्ताओं के क्षत विक्षत शव मिलने से सिंध प्रांत के विभिन्न हिस्सों में लोगों के मन में दहशत पैदा हो गई है। इनमें MQM के कार्यकर्ता इरफान बसरत, आबिद अब्बासी और वसीम अख्तर उर्फ ​​राजो शामिल थे और सभी कार्यकर्ता पैरामिलिट्री रेंजर्स की हिरासत में थे। उनके क्षत-विक्षत शवों को सिंध के विभिन्न इलाकों में फेंक दिया गया। 

इस बीच, MQM USA ने वाशिंगटन डीसी में पाकिस्तान उच्चायोग के सामने विरोध प्रदर्शन किया। विरोध में शामिल लोगों ने तीन MQM कार्यकर्ताओं की न्यायेतर हत्याओं का विरोध किया। कराची में MQM के प्रधान कार्यालय नाइन जीरो को आग के हवाले कर दिया और MQM के पूर्व सांसद निसार पंहवार को जबरन गायब कर दिया।

बता दें कि पैरामिलिट्री रेंजर्स पाकिस्तानी सेना का एक संगठन है, जिसका सेक्टर और एरिया कमांडर आर्मी कैप्टन या मेजर रैंक का अधिकारी होता है। पिछले 12 घंटों में MQM के तीन कार्यकर्ताओं की न्यायेतर हत्या से लोग बेहद दुखी हैं। MQM की केंद्रीय समन्वय समिति ने लापता कार्यकर्ताओं की हत्याओं की कड़े शब्दों में निंदा की और इन हत्याओं को पाकिस्तान में नरसंहार और मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघन की निरंतरता करार दिया।

यह पढ़ें -  यूक्रेन में बांध से टकराई मिसाइलें, लोगों को जगह खाली करने का दिया गया आदेश

 जानकारी के मुताबिक, बसरत हसन सिद्दीकी का बेटा इरफान बसरत सिद्दीकी कराची के पीआईबी कालोनी का रहने वाला था। उसे 2017 में उसके घर से गिरफ्तार किया गया था। जब उसकी बहन ने बसरत की गिरफ्तारी और जबरन गायब करने के लिए सिंध उच्च न्यायालय में याचिका दायर की, तो रेंजर्स ने परिणाम भुगतने की चेतावनी दी।

हालांकि, उसने उन्हें मानने से इनकार कर दिया, जिसके बाद उसके भाई इमरान बसरत को भी रेंजर्स ने गिरफ्तार कर लिया। बसरत का परिवार कई सालों तक कोर्ट का चक्कर लगाता रहा लेकिन न्याय नहीं मिल पाया। इसी तरह दो अन्य कार्यकर्ताओं को भी रेंजर्स या किसी एजेंसी द्वारा जबरन गिरफ्तार किया गया और तीनों के शव संदिग्ध परिस्थिति पाए गए।